Chaitra Navratri 2019 : माता के इस महामंत्र से पूरी होगी सुख-समृद्धि और सौभाग्य की मनोकामना
जिन कुंवारी कन्याओं का विवाह तमाम प्रयासों के बावजूद न हो पा रहा हो, माता-पिता वर तलाशते हुए परेशान हो गए हों, वे इस पावन पर्व पर 'ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्य धीश्वरी, नन्द गोप सुतं देवी पतिं मे कुरु ते नमः।' मंत्र से जप एवं माता का पूजन करें। माता की कृपा से यथाशीघ्र ही उन्हें जीवनसाथी मिल जाएगा।
जिन लड़कों का विवाह तमाम प्रयासों के बाद भी न हो रहा हो, या फिर शादी में अक्सर अड़चन आ रही हो वे मनमुताबिक जीवनसाथी पाने के लिए इस दिव्य मंत्र - 'पत्नी मनोरमां देहि, मनो वृत्तानु सारिणीम तारिणीम दुर्ग संसार सागरस्य कुलोद्भवाम।' का जप और पूजन करें। माता की अवश्य कृपा होगी।
नवरात्रि के 9 दिनों में कलश स्थापना और अखंड ज्योति के साथ देवी दुर्गा की करवाएं विशेष पूजा।
जीवन से कर्ज का मर्ज दूर करने के लिए नवरात्रि पर शक्ति की विशेष साधना करना न भूलें। इस पावन पर्व पर 'या देवि सर्व भूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।' मंत्र का जप करें और इसी मंत्र से मां की पूजा करें। इन सबके अतिरिक्त यदि संभव हो तो कुंजिका स्तोत्र और देव्य अथर्वशीर्ष का पाठ भी करें। जिन्हें पूर्ण बिधि-बिधान आता है, वे भक्त अपने ही अनुसार मां की भक्ति करें। श्रद्धा और विश्वास के साथ की गई साधना से निश्चित रूप से मां लक्ष्मी की कृपा मिलेगी।
कलह को दूर करने का देवी मंत्र
जिन जीवात्माओं के घर में कलह के चलते घर की ईंट से ईंट टकराती हो, उन्हें - 'या देवि! सर्व भूतेषु शान्ति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।' मंत्र का जप और पूजन करना चाहिए। जगत जननी जगदंबा का यह उपाय आपके घर-परिवार कि अशांति दूर करेगा।
नवरात्रि के 9 दिनों में कलश स्थापना और अखंड ज्योति के साथ देवी दुर्गा की करवाएं विशेष पूजा।