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Durand Cup 2025: शिलांग में डूरंड कप ट्रॉफियों का भव्य स्वागत, दूसरे वर्ष भी मेजबानी के लिए तैयार राजधानी
एन. अर्जुन, शिलांग
Published by: Mayank Tripathi
Updated Wed, 09 Jul 2025 04:03 PM IST
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सार
कार्यक्रम में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। उनके अलावा मेघालय सरकार के खेल और युवा मामलों के मंत्री शाकलियार वारजरी, ईस्टर्न एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल सुरत सिंह, 101 एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक तथा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारी भी मौजूद रहे।

डूरंड कप
- फोटो : अमर उजाला

विस्तार
मेघालय की राजधानी शिलांग में बुधवार को फुटबॉल प्रेमियों ने लगातार दूसरे वर्ष 134वें इंडियन ऑयल डूरंड कप का स्वागत किया। शहर एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए तैयार है। डूरंड कप की तीनों ट्रॉफियों का यहां राज्य कन्वेंशन सेंटर में प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। उनके अलावा मेघालय सरकार के खेल और युवा मामलों के मंत्री शाकलियार वारजरी, ईस्टर्न एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल सुरत सिंह, 101 एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक तथा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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डूरंड कप
- फोटो : अमर उजाला
...और तब खेल प्रेमियों का उत्साह और बढ़ जाएगा
डूरंड कप की तीन चमचमाती ट्रॉफियां—डूरंड कप ट्रॉफी (मूल पुरस्कार), रोलिंग शिमला ट्रॉफी (जो 1904 में शिमला के निवासियों द्वारा भेंट की गई थी) और प्रेसिडेंट्स कप (जो विजेता टीम को स्थायी रूप से दी जाती है) को बाद में शहर के प्रमुख स्थलों से होते हुए रोड शो पर ले जाया जाएगा, जिससे फुटबॉल प्रेमियों में उत्साह और बढ़ जाएगा।
मेघालय के लोग बेहतर मेजबानः सीएम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने भारतीय सशस्त्र बलों को शिलांग को भी 134वें डुरंड कप की मेजबानी के लिए एक स्थल के रूप में चुनाने के लिए धन्यवाद दिया। शिलांग स्थित जेएन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आठ मैच खेले जाएंगे। पिछले साल का सीजन बेहद सफल रहा, और गर्व से कह सकता हूं कि शिलांग ने माहौल, व्यवस्थाओं और दर्शकों की उपस्थिति के लिहाज से बेहतरीन मेजबानी की थी। मैं भरोसा दिलाता हूं कि इस साल भी वैसा ही अनुभव होगा। इस बार और अधिक स्थानीय टीमें भाग ले रही हैं, जिससे शिलॉन्ग और मेघालय के लोगों के लिए टूर्नामेंट और भी रोमांचक होगा।
हमारा मकसद, ओलंपियन खिलाड़ी तैयार करनाः वारजरी
मेघालय के खेल मंत्री शाकलियार वारजरी ने राज्य के फुटबॉल प्रेम को रेखांकित करते हुए कहा, पिछली डूरंड कप प्रतियोगिता के दौरान उत्साह देखते ही बनता था। मेघालय सरकार खेलों के विकास के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने खेल अवसंरचना के विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए बताया कि सरकार मावखनु में एशिया के सबसे बड़े फुटबॉल स्टेडियमों में से एक का निर्माण करने की योजना बना रही है, जिसकी क्षमता 40,000 दर्शकों की होगी। उन्होंने कहा, सरकार का मूल उद्देश्य
मेघालय राज्य से ओलंपियन खिलाड़ी तैयार करना है।
युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए करता है प्रेरितः सूरत सिंह
इस अवस पर ईस्टर्न एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, एयर मार्शल सुरत सिंह ने कहा, डूरंड कप एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है। यह विरासत, एकता और हमारे लोगों की अडिग भावना का उत्सव है। भारतीय सशस्त्र बल इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं, जो समुदायों को जोड़ता है और युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करता है। शिलांग ने इस टूर्नामेंट को अपार उत्साह से अपनाया है और हम मेघालय सरकार के निरंतर सहयोग और समर्थन के लिए आभारी हैं। भारतीय सशस्त्र बल इस ऐतिहासिक मंच के माध्यम से खेल भावना, अनुशासन और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं सभी भाग लेने वाली टीमों को शुभकामनाएं देता हूं और डूरंड कप के सफल और उत्साही आयोजन की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
जहां परंपरा और प्रतिस्पर्धा एक साथ मिलती हैंः मलिक
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 101 एरिया ने कहा, 137 वर्षों से अधिक समय से डुरंड कप ऐसा मंच रहा है जहां परंपरा और प्रतिस्पर्धा एक साथ मिलती है, जहां खिलाड़ी और प्रशंसक खेल की सच्ची भावना में एकत्र होते हैं। हाल के वर्षों में, ईस्टर्न कमांड मुख्यालय के नेतृत्व में इस टूर्नामेंट ने उल्लेखनीय पुनरुत्थान देखा है। पेशेवर दृष्टिकोण, पहुँच और समावेशन पर स्पष्ट फोकस के साथ, आज डुरंड कप पहले से कहीं अधिक ऊंचा स्थान रखता है। हम मेघालय सरकार के अटूट समर्थन के लिए विशेष रूप से आभारी हैं, चाहे वह स्थल की तैयारी हो या लॉजिस्टिक और प्रशासनिक सहयोग—उनकी भूमिका इस टूर्नामेंट के इस चरण को वास्तविकता बनाने में महत्वपूर्ण रही है। मैं डूरंड कप में भाग लेने वाली सभी टीमों को शुभकामनाएं देता हूं।
डूरंड कप की तीन चमचमाती ट्रॉफियां—डूरंड कप ट्रॉफी (मूल पुरस्कार), रोलिंग शिमला ट्रॉफी (जो 1904 में शिमला के निवासियों द्वारा भेंट की गई थी) और प्रेसिडेंट्स कप (जो विजेता टीम को स्थायी रूप से दी जाती है) को बाद में शहर के प्रमुख स्थलों से होते हुए रोड शो पर ले जाया जाएगा, जिससे फुटबॉल प्रेमियों में उत्साह और बढ़ जाएगा।
मेघालय के लोग बेहतर मेजबानः सीएम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने भारतीय सशस्त्र बलों को शिलांग को भी 134वें डुरंड कप की मेजबानी के लिए एक स्थल के रूप में चुनाने के लिए धन्यवाद दिया। शिलांग स्थित जेएन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आठ मैच खेले जाएंगे। पिछले साल का सीजन बेहद सफल रहा, और गर्व से कह सकता हूं कि शिलांग ने माहौल, व्यवस्थाओं और दर्शकों की उपस्थिति के लिहाज से बेहतरीन मेजबानी की थी। मैं भरोसा दिलाता हूं कि इस साल भी वैसा ही अनुभव होगा। इस बार और अधिक स्थानीय टीमें भाग ले रही हैं, जिससे शिलॉन्ग और मेघालय के लोगों के लिए टूर्नामेंट और भी रोमांचक होगा।
हमारा मकसद, ओलंपियन खिलाड़ी तैयार करनाः वारजरी
मेघालय के खेल मंत्री शाकलियार वारजरी ने राज्य के फुटबॉल प्रेम को रेखांकित करते हुए कहा, पिछली डूरंड कप प्रतियोगिता के दौरान उत्साह देखते ही बनता था। मेघालय सरकार खेलों के विकास के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने खेल अवसंरचना के विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए बताया कि सरकार मावखनु में एशिया के सबसे बड़े फुटबॉल स्टेडियमों में से एक का निर्माण करने की योजना बना रही है, जिसकी क्षमता 40,000 दर्शकों की होगी। उन्होंने कहा, सरकार का मूल उद्देश्य
मेघालय राज्य से ओलंपियन खिलाड़ी तैयार करना है।
युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए करता है प्रेरितः सूरत सिंह
इस अवस पर ईस्टर्न एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, एयर मार्शल सुरत सिंह ने कहा, डूरंड कप एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है। यह विरासत, एकता और हमारे लोगों की अडिग भावना का उत्सव है। भारतीय सशस्त्र बल इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं, जो समुदायों को जोड़ता है और युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करता है। शिलांग ने इस टूर्नामेंट को अपार उत्साह से अपनाया है और हम मेघालय सरकार के निरंतर सहयोग और समर्थन के लिए आभारी हैं। भारतीय सशस्त्र बल इस ऐतिहासिक मंच के माध्यम से खेल भावना, अनुशासन और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं सभी भाग लेने वाली टीमों को शुभकामनाएं देता हूं और डूरंड कप के सफल और उत्साही आयोजन की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
जहां परंपरा और प्रतिस्पर्धा एक साथ मिलती हैंः मलिक
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, 101 एरिया ने कहा, 137 वर्षों से अधिक समय से डुरंड कप ऐसा मंच रहा है जहां परंपरा और प्रतिस्पर्धा एक साथ मिलती है, जहां खिलाड़ी और प्रशंसक खेल की सच्ची भावना में एकत्र होते हैं। हाल के वर्षों में, ईस्टर्न कमांड मुख्यालय के नेतृत्व में इस टूर्नामेंट ने उल्लेखनीय पुनरुत्थान देखा है। पेशेवर दृष्टिकोण, पहुँच और समावेशन पर स्पष्ट फोकस के साथ, आज डुरंड कप पहले से कहीं अधिक ऊंचा स्थान रखता है। हम मेघालय सरकार के अटूट समर्थन के लिए विशेष रूप से आभारी हैं, चाहे वह स्थल की तैयारी हो या लॉजिस्टिक और प्रशासनिक सहयोग—उनकी भूमिका इस टूर्नामेंट के इस चरण को वास्तविकता बनाने में महत्वपूर्ण रही है। मैं डूरंड कप में भाग लेने वाली सभी टीमों को शुभकामनाएं देता हूं।
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डूरंड कप
- फोटो : अमर उजाला
रोड शो पर निकलेंगी ट्रॉफियां
ट्रॉफियां रोड शो पर निकलेंगी, जिसकी शुरुआत राज्य कन्वेंशन सेंटर से होगी और यह कैमल बैक रोड, आईजीपी – ऑल सेंट्स चर्च, बारिक, माल्की, धानकेतली, डॉन बॉस्को, लैटमुखराह पुलिस प्वाइंट, बीट हाउस, फायर ब्रिगेड, नोंगथिम्माई, सुपर केयर रोड, रिनजाह, नोंगरिम हिल्स, सेंट एडमंड्स स्कूल, सिविल हॉस्पिटल होते हुए खिंडाइलाड पर समाप्त होगी। वहां ट्रॉफियों का स्वागत मेघालय ग्रासरूट्स म्यूजिक प्रोजेक्ट की प्रस्तुति और टेरिटोरियल आर्मी बटालियन बैंड के प्रदर्शन के साथ किया जाएगा।
शिलांग में खेले जाएंगे आठ मैच
शिलांग में कुल आठ मैच खेले जाएंगे। पहला मुकाबला 26 जुलाई को होगा। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शहर के प्रतिद्वंदी शिलांग लाजोंग एफसी और रांगदाजियेड यूनाइटेड एफसी के बीच शिलॉन्ग डर्बी खेला जाएगा, वहीं गत चैंपियन नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी भी रोमांचक नॉर्थईस्ट डर्बी के लिए मैदान में उतरेगी। मलेशिया सर्विसेज टीम इस ग्रुप में चौथी टीम होगी, जो टूर्नामेंट में अंतरराष्ट्रीय रंगत जोड़ेगी। पिछले सीजन में शिलांग लाजोंग ने शानदार प्रदर्शन किया था, जब उसने एफसी गोवा को पछाड़कर ग्रुप एफ में शीर्ष स्थान हासिल किया और कोलकाता की दिग्गज टीम ईस्ट बंगाल एससी को क्वार्टर फाइनल में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां उसे अंततः चैंपियन बनी नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी से हार का सामना करना पड़ा।
ट्रॉफियां रोड शो पर निकलेंगी, जिसकी शुरुआत राज्य कन्वेंशन सेंटर से होगी और यह कैमल बैक रोड, आईजीपी – ऑल सेंट्स चर्च, बारिक, माल्की, धानकेतली, डॉन बॉस्को, लैटमुखराह पुलिस प्वाइंट, बीट हाउस, फायर ब्रिगेड, नोंगथिम्माई, सुपर केयर रोड, रिनजाह, नोंगरिम हिल्स, सेंट एडमंड्स स्कूल, सिविल हॉस्पिटल होते हुए खिंडाइलाड पर समाप्त होगी। वहां ट्रॉफियों का स्वागत मेघालय ग्रासरूट्स म्यूजिक प्रोजेक्ट की प्रस्तुति और टेरिटोरियल आर्मी बटालियन बैंड के प्रदर्शन के साथ किया जाएगा।
शिलांग में खेले जाएंगे आठ मैच
शिलांग में कुल आठ मैच खेले जाएंगे। पहला मुकाबला 26 जुलाई को होगा। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शहर के प्रतिद्वंदी शिलांग लाजोंग एफसी और रांगदाजियेड यूनाइटेड एफसी के बीच शिलॉन्ग डर्बी खेला जाएगा, वहीं गत चैंपियन नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी भी रोमांचक नॉर्थईस्ट डर्बी के लिए मैदान में उतरेगी। मलेशिया सर्विसेज टीम इस ग्रुप में चौथी टीम होगी, जो टूर्नामेंट में अंतरराष्ट्रीय रंगत जोड़ेगी। पिछले सीजन में शिलांग लाजोंग ने शानदार प्रदर्शन किया था, जब उसने एफसी गोवा को पछाड़कर ग्रुप एफ में शीर्ष स्थान हासिल किया और कोलकाता की दिग्गज टीम ईस्ट बंगाल एससी को क्वार्टर फाइनल में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां उसे अंततः चैंपियन बनी नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी से हार का सामना करना पड़ा।