सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Technology ›   A string of drone sightings and digital outages has repeatedly disrupted airports since 2017

Cyber Attack: एविएशन इंडस्ट्री पर बढ़े खतरे, लगातार ड्रोन और साइबर हमले बने सिरदर्द

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सुयश पांडेय Updated Thu, 25 Sep 2025 01:48 PM IST
सार

बीते 8 वर्षों में ड्रोन और साइबर हमलों ने वैश्विक एयरपोर्ट सुरक्षा की पोल खोलकर रख दी है। लगातार बढ़ते डिजिटल हमलों से हजारों उड़ानें रद्द हुईं और एविएशन इंडस्ट्री को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा।

विज्ञापन
A string of drone sightings and digital outages has repeatedly disrupted airports since 2017
DRONE - फोटो : DRONE
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

दुनिया के बड़े एयरपोर्ट्स पिछले कुछ वर्षों में लगातार ड्रोन घुसपैठ और साइबर हमलों की वजह से प्रभावित हुए हैं। हाल ही में डेनमार्क के कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर दो से तीन बड़े ड्रोन देखे गए, जिसके कारण करीब चार घंटे तक उड़ानों पर रोक लगी। इसी दौरान नॉर्वे के ओस्लो एयरपोर्ट को भी बंद करना पड़ा।

Trending Videos

ड्रोन और डिजिटल हमले बने सबसे बड़ी चुनौती 

एविएशन इंडस्ट्री में यह ट्रेंड नया नहीं है। 2017 से अब तक कई बार ऐसे हमले हुए हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर फ्लाइट सेफ्टी सिस्टम को नहीं बल्कि चेक-इन, बोर्डिंग सिस्टम और पावर सप्लाई जैसे अहम हिस्सों को निशाना बनाया। नतीजा यह हुआ कि हजारों यात्रियों को घंटों और कई बार दिनों तक एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा।

विज्ञापन
विज्ञापन


ऐसे बड़े घटनाक्रम जिन्होंने रोक दीं उड़ानें

2017 (लंदन हीथ्रो-गैटविक) में ब्रिटिश एयरवेज के डाटा सेंटर फेल होने से 75,000 यात्री फंसे, 2018 (लंदन गैटविक) में ड्रोन घुसपैठ से तीन दिन तक ऑपरेशन बंद हुआ जिसके चलते करीब 1,000 उड़ानें रद्द हुईं, जनवरी 2023 (अमेरिका) में FAA सिस्टम फेल होने से 11,000 उड़ानें प्रभावित हुईं, अगस्त 2023 (यूके) में एयर ट्रैफिक सिस्टम की खामी से 1,500 उड़ानें कैंसिल हुईं, जुलाई 2024 में साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्राउडस्ट्राइक की गलती से दुनिया भर में 5,000 उड़ानें रुकीं

मार्च 2025 (लंदन हीथ्रो) में पावर स्टेशन में आग लगने से 18 घंटे तक एयरपोर्ट बंद रखा गया जिसकी वजह से 2 लाख से ज्यादा यात्री फंसे। सितंबर 2025 (पोलैंड) में संदिग्ध रूसी ड्रोन घुसपैठ से कई एयरपोर्ट बंद हुए, 20 सितंबर 2025 (यूरोप) में कॉलिंस एयरोस्पेस पर साइबर हमले से लंदन, बर्लिन और ब्रुसेल्स एयरपोर्ट्स प्रभावित हुए, 22 सितंबर 2025 (डेनमार्क-नॉर्वे) में ड्रोन देखे जाने पर चार घंटे तक हवाई क्षेत्र बंद रखे गए।

एयरपोर्ट सुरक्षा पर लगातार उठ रहे सवाल

इन घटनाओं ने साफ कर दिया है कि ड्रोन और साइबर हमले दुनिया की एविएशन इंडस्ट्री के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं। हर बार इन घटनाओं से हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित होती है और एयरलाइंस को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ता है। अब सवाल यह है कि क्या एयरपोर्ट्स अब भी ऐसे खतरों से निपटने के लिए तैयार हैं या आने वाले समय में यात्रियों को और बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा ?

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all Tech News in Hindi related to live news update of latest gadget news and mobile reviews, apps, tablets etc. Stay updated with us for all breaking news in hindi from Tech and more Hindi News.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed