Ghibli Image: इसके खतरे क्या-क्या हैं, क्या साइबर क्राइम में इनका इस्तेमाल हो सकता है, एक्सपर्ट क्या कहते हैं?
शुरुआत में Ghibli इमेज इतनी बनने लगीं कि ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन को कहना पड़ा कि कृपया थोड़ा आराम कर लीजिए, हमारी टीम 24 घंटे काम कर रही है। घिब्ली स्टाइल इमेज को लेकर तमाम तरह की बातें सामने आ रही हैं जिनमें से एक इसका गलत इस्तेमाल भी है।

विस्तार
Ghibli Image: घिब्ली स्टाइल इमेज इतना ज्यादा लोकप्रिय हो गया है कि क्या ही कहा जाए। हर कोई घिब्ली स्टाइल में अपनी तस्वीरें बनवाकर इतरा रहा है। शुरुआत में Ghibli इमेज इतनी बनने लगीं कि ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन को कहना पड़ा कि कृपया थोड़ा आराम कर लीजिए, हमारी टीम 24 घंटे काम कर रही है। घिब्ली स्टाइल इमेज को लेकर तमाम तरह की बातें सामने आ रही हैं जिनमें से एक इसका गलत इस्तेमाल भी है। आइए इसे समझते हैं....

घिब्ली स्टाइल क्या है?
जापान की प्रसिद्ध स्टूडियो घिब्ली (Studio Ghibli) द्वारा विकसित एक एनीमेशन शैली है। यह स्टाइल हाथ से बनाई गई जटिल और रंगीन इमेजरी, मुलायम ब्रश स्ट्रोक्स, सजीव किरदार और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के लिए जाना जाता है। इस स्टूडियों की शुरुआ 1985 में दिग्गज फिल्ममेकर Isao Takahata और Hayao Miyazaki ने की थी। इस स्टूडियो ने 22 फीचर-लेंथ फिल्में बनाई हैं, जिनमें से कई ग्लोबल क्लासिक्स बन चुकी हैं। Ghibli स्टाइल की खासियतों में हैंड-ड्रॉउन एनीमेशन, डिटेल्ड बैकग्राउंड, भावनात्मक रूप से समृद्ध कहानी शामिल हैं।
इस स्टाइल में इमेज बनाने के संभावित खतरे
- फर्जीवाड़ा और दुष्प्रचार- घिब्ली स्टाइल में बनाई गई नकली इमेज का उपयोग भ्रामक प्रचार या फर्जी समाचार फैलाने में किया जा सकता है।
- कॉपीराइट उल्लंघन- स्टूडियो घिब्ली के विशिष्ट कैरेक्टर और आर्ट स्टाइल को कॉपी कर किसी अन्य उद्देश्य के लिए इस्तेमाल करना कानूनी समस्या पैदा कर सकता है।
- साइबर अपराध में उपयोग- डिजिटल आर्ट को मॉडिफाई कर फेक प्रोफाइल, स्कैम वेबसाइट्स और धोखाधड़ी वाले कंटेंट तैयार किए जा सकते हैं।
क्या साइबर क्राइम में इनका इस्तेमाल हो सकता है?
हां, डिपफेक तकनीक के साथ जोड़कर फेक एनिमेशन बनाए जा सकते हैं। सोशल मीडिया और फिशिंग अटैक्स के लिए नकली प्रोफाइल और आकर्षक इमेज बनाई जा सकती हैं। NFT स्कैम में घिब्ली स्टाइल की चोरी की गई इमेज का उपयोग कर फर्जी डिजिटल आर्ट बेचा जा सकता है।
क्या चैटजीपीटी इन डेटा का दुरुपयोग कर सकता है?
नहीं, चैटजीपीटी की प्राइवेसी पॉलिसी के मुताबिक वह उपयोगकर्ता की गोपनीयता और डेटा सुरक्षा का पालन करता है। यह किसी भी निजी जानकारी को स्टोर या साझा नहीं करता और न ही किसी अनैतिक या गैरकानूनी गतिविधि का समर्थन करता है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति इस टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग करना चाहे तो साइबर अपराध की संभावना बनी रहती है। इसलिए डिजिटल सुरक्षा और एआई एथिक्स को ध्यान में रखना जरूरी है।
एक्सपर्ट की राय क्या है?
इस संबंध में हमने साइबरपीस के संस्थापक और ग्लोबल अध्यक्ष मेजर विनीत कुमार से बात की तो उन्होंने कहा, "घिब्ली स्टाइल में एआई से तस्वीरें बनाने का चलन बढ़ रहा है। यह कला की सत्यनिष्ठा, बौद्धिक संपदा और डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा करता है। अब मुद्दा सिर्फ यह नहीं है कि एआई कलाकारों की जगह ले रहा है, बल्कि इसका दुरुपयोग, अनधिकृत तरीके से तस्वीरें बनाना, डीपफेक और कॉपीराइट का उल्लंघन भी मुद्दा है। इसके अलावा, एआई प्रॉम्प्ट्स की गलत व्याख्या कर सकता है, जिसके चलते ऐसी अनैतिक तस्वीरें भी बन सकती हैं, जो कला के उद्देश्य और सांस्कृतिक मूल्यों के विपरीत हों।'