{"_id":"68c2bc4b9f63cdd0600127fa","slug":"tcs-launches-chiplet-based-engineering-services-to-strengthen-semiconductor-innovation-india-2025-09-11","type":"story","status":"publish","title_hn":"Semiconductor: TCS ने लॉन्च की चिपलेट-बेस्ड इंजीनियरिंग सर्विस, देश में सेमीकंडक्टर इनोवेशन को मिलेगी नई ताकत","category":{"title":"Tech Diary","title_hn":"टेक डायरी","slug":"tech-diary"}}
Semiconductor: TCS ने लॉन्च की चिपलेट-बेस्ड इंजीनियरिंग सर्विस, देश में सेमीकंडक्टर इनोवेशन को मिलेगी नई ताकत
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Thu, 11 Sep 2025 05:41 PM IST
विज्ञापन
सार
भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने सेमीकंडक्टर सेक्टर में बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने चिपलेट-बेस्ड सिस्टम इंजीनियरिंग सर्विस शुरू की है, जिसका मकसद चिप डिजाइन और इनोवेशन को तेज करना है।

नई सर्विस देगी डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूती (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : AI
विज्ञापन
विस्तार
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने गुरुवार को चिपलेट-बेस्ड सिस्टम इंजीनियरिंग सर्विस को शुरू करने की घोषणा की है। इसका मकसद सेमीकंडक्टर कंपनियों को तेज करना और दमदार चिप्स बनाने में मदद करना है। इससे भारत को ग्लोबल सेमीकंडक्टर हब बनाने के विजन को भी मजबूती मिलेगी।
भारत का सेमीकंडक्टर मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। साल 2024-25 में इसका आकार जहां 45-50 अरब डॉलर आंका जा रहा है, वहीं 2030 तक यह 100-110 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इस दिशा में सरकार ने भी बड़ा कदम उठाते हुए 76,000 करोड़ रुपये के इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) मंजूरी दी है।
क्या होते हैं चिपलेट्स?
चिपलेट्स छोटे-छोटे इंटीग्रेटेड सर्किट होते हैं जिन्हें मिलाकर एक एडवांस्ड चिप बनाया जा सकता है। जैसे-जैसे ट्रांजिस्टर को छोटा करने की पारंपरिक तकनीक अपनी सीमा पर पहुंच रही है, चिपलेट्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इस नए डिजाइन तरीके से कंपनियां अलग-अलग चिपलेट्स को जरूरत के हिसाब से जोड़ सकती हैं। इससे न सिर्फ लागत घटती है, बल्कि नए प्रोडक्ट को मार्केट में लाने की गति भी कई गुना बढ़ जाती है।
सेमीकंडक्टर सेक्टर में बनेगा भारत की ताकत
फिलहाल दुनिया के 20% चिप डिजाइन इंजीनियर भारत से हैं। यही कारण है कि बड़ी-बड़ी ग्लोबल कंपनियां भारत में मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली फैसिलिटीज में निवेश कर रही हैं। अब TCS की नई सर्विस इस ग्रोथ को और तेज करेगी, जिससे भारतीय और विदेशी कंपनियों दोनों को वर्ल्ड-क्लास एक्सपर्टीज का फायदा मिलेगा।
कंपनी का विजन
TCS सेमीकंडक्टर कंपनियों को 2.5D और 3D इंटरपोजर्स, मल्टी-लेयर ऑर्गेनिक सब्सट्रेट्स जैसी एडवांस्ड पैकेज डिजाइन सर्विस भी देती है। इन टेक्नोलॉजीज की मदद से कंपनियां बेहतर सिग्नल क्वालिटी, तेज परफॉर्मेंस और कॉम्पैक्ट डिजाइन वाले नेक्स्ट-जेन मल्टी-चिप प्रोडक्ट्स तैयार कर पाती हैं। टीसीएक का उद्देश्य इस नई सर्विस सेमीकंडक्टर कंपनियों को फ्लेक्सिबिलिटी, स्केलेबिलिटी और तेज मार्केट टाइमिंग देना है। कंपनी का कहना है कि टेक्नोलॉजी निवेश, उद्योग ज्ञान और मजबूत एक्जिक्यूशन रिकॉर्ड जैसी खूबियां उन्हें इनोवेशन के लिए पसंदीदा पार्टनर बनाती है।
पहले हो चुका है सफल इस्तेमाल
हाल ही में TCS ने एक नॉर्थ अमेरिकन सेमीकंडक्टर कंपनी के साथ मिलकर चिपलेट-बेस्ड डिजाइन अपनाया। इस प्रोजेक्ट की मदद से अलग-अलग तरह के चिप्स को एक सिस्टम में आसानी से इंटीग्रेट किया गया, जिससे डिजाइन प्रोसेस ज्यादा आधुनिक और प्रभावी बनाने में सफलता मिली।

Trending Videos
भारत का सेमीकंडक्टर मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। साल 2024-25 में इसका आकार जहां 45-50 अरब डॉलर आंका जा रहा है, वहीं 2030 तक यह 100-110 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इस दिशा में सरकार ने भी बड़ा कदम उठाते हुए 76,000 करोड़ रुपये के इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) मंजूरी दी है।
विज्ञापन
विज्ञापन
क्या होते हैं चिपलेट्स?
चिपलेट्स छोटे-छोटे इंटीग्रेटेड सर्किट होते हैं जिन्हें मिलाकर एक एडवांस्ड चिप बनाया जा सकता है। जैसे-जैसे ट्रांजिस्टर को छोटा करने की पारंपरिक तकनीक अपनी सीमा पर पहुंच रही है, चिपलेट्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इस नए डिजाइन तरीके से कंपनियां अलग-अलग चिपलेट्स को जरूरत के हिसाब से जोड़ सकती हैं। इससे न सिर्फ लागत घटती है, बल्कि नए प्रोडक्ट को मार्केट में लाने की गति भी कई गुना बढ़ जाती है।
सेमीकंडक्टर सेक्टर में बनेगा भारत की ताकत
फिलहाल दुनिया के 20% चिप डिजाइन इंजीनियर भारत से हैं। यही कारण है कि बड़ी-बड़ी ग्लोबल कंपनियां भारत में मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली फैसिलिटीज में निवेश कर रही हैं। अब TCS की नई सर्विस इस ग्रोथ को और तेज करेगी, जिससे भारतीय और विदेशी कंपनियों दोनों को वर्ल्ड-क्लास एक्सपर्टीज का फायदा मिलेगा।
कंपनी का विजन
TCS सेमीकंडक्टर कंपनियों को 2.5D और 3D इंटरपोजर्स, मल्टी-लेयर ऑर्गेनिक सब्सट्रेट्स जैसी एडवांस्ड पैकेज डिजाइन सर्विस भी देती है। इन टेक्नोलॉजीज की मदद से कंपनियां बेहतर सिग्नल क्वालिटी, तेज परफॉर्मेंस और कॉम्पैक्ट डिजाइन वाले नेक्स्ट-जेन मल्टी-चिप प्रोडक्ट्स तैयार कर पाती हैं। टीसीएक का उद्देश्य इस नई सर्विस सेमीकंडक्टर कंपनियों को फ्लेक्सिबिलिटी, स्केलेबिलिटी और तेज मार्केट टाइमिंग देना है। कंपनी का कहना है कि टेक्नोलॉजी निवेश, उद्योग ज्ञान और मजबूत एक्जिक्यूशन रिकॉर्ड जैसी खूबियां उन्हें इनोवेशन के लिए पसंदीदा पार्टनर बनाती है।
पहले हो चुका है सफल इस्तेमाल
हाल ही में TCS ने एक नॉर्थ अमेरिकन सेमीकंडक्टर कंपनी के साथ मिलकर चिपलेट-बेस्ड डिजाइन अपनाया। इस प्रोजेक्ट की मदद से अलग-अलग तरह के चिप्स को एक सिस्टम में आसानी से इंटीग्रेट किया गया, जिससे डिजाइन प्रोसेस ज्यादा आधुनिक और प्रभावी बनाने में सफलता मिली।