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Data Leak: कोरियन कंपनी में अब तक का सबसे बड़ा डेटा लीक, 3.37 करोड़ ग्राहक प्रभावित, जानें पूरा मामला
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: जागृति
Updated Sun, 30 Nov 2025 01:38 PM IST
सार
Coupang data Leak: दक्षिण कोरिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी कूपांग में अब तक का सबसे बड़ा डेटा ब्रीच सामने आया है। कंपनी के अनुसार, जांच जारी है और मामले की सूचना अधिकारियों को दे दी गई है।
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कूपांग के 3.37 करोड़ ग्राहक खातों का डेटा लीक।
- फोटो : freepik
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विस्तार
दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी कूपांग ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान जारी किया। कंपनी ने कहा कि एक जांच में करीब 3.37 करोड़ ग्राहक खातों की निजी जानकारी प्रभावित होने की बात सामने आई है। यह जानकारी केवल उन ग्राहकों से संबंधित है जो दक्षिण कोरिया में स्थित हैं। कूपांग को दक्षिण कोरिया का अमेजन कहा जाता है। कूपांग की तेज डिलीवरी सेवा का लाभ उठाकर लाखों लोग रोजाना ऑनलाइन खरीददारी करते हैं। ऐसे में यह मामला पूरे देश में चिंता का कारण बन गया है।
कौन-कौन सी जानकारी लीक?
कंपनी के अनुसार, ग्राहकों का नाम, ईमेल एड्रेस, फोन नंबर, शिपिंग एड्रेस व कुछ ऑर्डर हिस्ट्री लीक हो गई है। हालांकि कूपांग का दावा है कि पेमेंट डिटेल्स, बैंक कार्ड से जुडी जानकारी व लॉगिन पासवर्ड सुरक्षित हैं। साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि सामान्य निजी जानकारी भी गलत हाथों में पड़ने पर धोखाधड़ी, स्पैमिंग और फिशिंग जैसे खतरे बढ़ जाते हैं।
ये भी पढ़े: WhatsApp Ban: आखिर क्यों रूस में वाट्सएप पर मंडरा रहा बैन का खतरा, जानिए रूस में कंपनी के लिए क्या चुनौती
कब और कैसे शुरू हुआ डेटा ब्रीच
जांच रिपोर्ट के आधार पर कूपांग ने बताया कि यह अनधिकृत एक्सेस 24 जून से शुरू हुआ और इसे विदेशी सर्वरों के जरिए अंजाम दिया गया। कंपनी को 18 नवंबर को इस गतिविधि का पता चला, जिसके तुरंत बाद उसने अधिकारियों को इसकी सूचना दी और साइबर सिक्योरिटी टीम को सक्रिय कर सुरक्षा उपाय बढ़ाया।
कूपांग ने कहा है कि जांच अभी जारी है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों व नियामक अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है। कंपनी ने ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि वे साइबर सुरक्षा को मजबूत करने व भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
ये भी पढ़े: OpenAI sends security warning: चैटजीपीटी ने क्यों भेजा डाटा ब्रीच चेतावनी संदेश? जानें क्या है इसका मतलब?
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कूपांग के 2.47 करोड़ सक्रिय प्रोडक्ट कॉमर्स ग्राहक थे। जिनमें से 3.37 करोड़ खाते प्रभावित पाए गए। जिससे इस बात को अंदेशा लगाया जा सकता है कि कंपनी के पुराने ग्राहक भी साइबर ठगो के निशाने में है।
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कौन-कौन सी जानकारी लीक?
कंपनी के अनुसार, ग्राहकों का नाम, ईमेल एड्रेस, फोन नंबर, शिपिंग एड्रेस व कुछ ऑर्डर हिस्ट्री लीक हो गई है। हालांकि कूपांग का दावा है कि पेमेंट डिटेल्स, बैंक कार्ड से जुडी जानकारी व लॉगिन पासवर्ड सुरक्षित हैं। साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि सामान्य निजी जानकारी भी गलत हाथों में पड़ने पर धोखाधड़ी, स्पैमिंग और फिशिंग जैसे खतरे बढ़ जाते हैं।
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कब और कैसे शुरू हुआ डेटा ब्रीच
जांच रिपोर्ट के आधार पर कूपांग ने बताया कि यह अनधिकृत एक्सेस 24 जून से शुरू हुआ और इसे विदेशी सर्वरों के जरिए अंजाम दिया गया। कंपनी को 18 नवंबर को इस गतिविधि का पता चला, जिसके तुरंत बाद उसने अधिकारियों को इसकी सूचना दी और साइबर सिक्योरिटी टीम को सक्रिय कर सुरक्षा उपाय बढ़ाया।
कूपांग ने कहा है कि जांच अभी जारी है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों व नियामक अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है। कंपनी ने ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि वे साइबर सुरक्षा को मजबूत करने व भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
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नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कूपांग के 2.47 करोड़ सक्रिय प्रोडक्ट कॉमर्स ग्राहक थे। जिनमें से 3.37 करोड़ खाते प्रभावित पाए गए। जिससे इस बात को अंदेशा लगाया जा सकता है कि कंपनी के पुराने ग्राहक भी साइबर ठगो के निशाने में है।