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Ayodhya News: दो स्थायी और छह अस्थायी रैन बसेरों में मिलेगी ठौर
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अयोध्या। गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को ठंड से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। नगर निगम ने दो स्थानों पर स्थायी और छह जगहों पर अस्थायी रैन बसेरों में ठौर दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन रैन बसेरों में 580 से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कोई भी नागरिक खुले आसमान के नीचे रात गुजारने के लिए विवश न होने पाए।
अमर उजाला ने रविवार के अंक में 'सर्दी बढ़ी, रैन बसेरों का अब भी इंतजार' शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद नगर निगम ने रैन बसेरों को शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार के अनुसार इन आश्रय गृहों में न सिर्फ रहने की सुरक्षित जगह होगी, बल्कि गर्म कंबल, पीने का पानी, शौचालय और प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही ठंड से बचाव के लिए शहर के 257 प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की योजना तैयार की गई है। आवश्यकता पड़ने पर नगर निगम के वार्डों में कंबल वितरण भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कोई व्यक्ति सड़क पर न सोए, इसके लिए लगातार निगरानी और गश्त की जाएगी।
नगर निगम की ओर से प्रस्तावित रैन बसेरा व क्षमता
रामकथा पार्क – 40 बेड (स्थायी)
निषादराज गुहा आश्रय स्थल (अयोध्या धाम बस स्टेशन के पास) – 300 बेड (स्थायी)
अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के पास – 30 बेड (अस्थायी)
गांधी पार्क, अयोध्या कैंट – 30 बेड (अस्थायी)
रोडवेज बस स्टेशन के अंदर, अयोध्या कैंट – 30 बेड (अस्थायी)
साकेत ओवर ब्रिज के नीचे, अयोध्या धाम – 30 बेड (अस्थायी)
कौशलेश कुंज पार्किंग, अयोध्या धाम – 30 बेड (अस्थायी)
कोरिया पार्क डॉरमेट्री – 90 बेड (अस्थायी)
निषादराज गुहा आश्रय स्थल में सर्वाधिक क्षमता
इन रैन बसेरों में सबसे ज्यादा क्षमता निषादराज गुहा में है। यहां एक साथ 300 लोग ठहर सकेंगे। रामकथा पार्क और कोरिया पार्क में भी स्थायी सुविधाएं हैं, जबकि बाकी छह स्थान अस्थायी तौर पर तैयार किए जा रहे हैं। सभी रैन बसेरों में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मी और नगर निगम के कर्मचारी तैनात रहेंगे। अलाव की व्यवस्था चौक-चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और घनी आबादी वाले इलाकों में की जा रही है।
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अमर उजाला ने रविवार के अंक में 'सर्दी बढ़ी, रैन बसेरों का अब भी इंतजार' शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद नगर निगम ने रैन बसेरों को शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार के अनुसार इन आश्रय गृहों में न सिर्फ रहने की सुरक्षित जगह होगी, बल्कि गर्म कंबल, पीने का पानी, शौचालय और प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही ठंड से बचाव के लिए शहर के 257 प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने की योजना तैयार की गई है। आवश्यकता पड़ने पर नगर निगम के वार्डों में कंबल वितरण भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कोई व्यक्ति सड़क पर न सोए, इसके लिए लगातार निगरानी और गश्त की जाएगी।
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नगर निगम की ओर से प्रस्तावित रैन बसेरा व क्षमता
रामकथा पार्क – 40 बेड (स्थायी)
निषादराज गुहा आश्रय स्थल (अयोध्या धाम बस स्टेशन के पास) – 300 बेड (स्थायी)
अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के पास – 30 बेड (अस्थायी)
गांधी पार्क, अयोध्या कैंट – 30 बेड (अस्थायी)
रोडवेज बस स्टेशन के अंदर, अयोध्या कैंट – 30 बेड (अस्थायी)
साकेत ओवर ब्रिज के नीचे, अयोध्या धाम – 30 बेड (अस्थायी)
कौशलेश कुंज पार्किंग, अयोध्या धाम – 30 बेड (अस्थायी)
कोरिया पार्क डॉरमेट्री – 90 बेड (अस्थायी)
निषादराज गुहा आश्रय स्थल में सर्वाधिक क्षमता
इन रैन बसेरों में सबसे ज्यादा क्षमता निषादराज गुहा में है। यहां एक साथ 300 लोग ठहर सकेंगे। रामकथा पार्क और कोरिया पार्क में भी स्थायी सुविधाएं हैं, जबकि बाकी छह स्थान अस्थायी तौर पर तैयार किए जा रहे हैं। सभी रैन बसेरों में महिलाओं और बच्चों के लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मी और नगर निगम के कर्मचारी तैनात रहेंगे। अलाव की व्यवस्था चौक-चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और घनी आबादी वाले इलाकों में की जा रही है।