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Ayodhya News: प्रतिष्ठा द्वादशी पर बड़ा उत्सव करना मुश्किल
संवाद न्यूज एजेंसी, अयोध्या
Updated Tue, 09 Dec 2025 10:53 PM IST
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नितिन मिश्र
अयोध्या। रामनगरी में एक बार फिर उत्सव की तैयारी शुरू हो गई है, अवसर होगा प्रतिष्ठा द्वादशी का। प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ को राम मंदिर ट्रस्ट प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाता है। 31 दिसंबर को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ मनाने की तैयारी तेज हो गई है। इस अवसर पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार की जा रही है।
इस साल राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट छह बड़े आयोजन कर चुका है। इसमें प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ, रामनवमी, राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा समारोह, सावन झूलनोत्सव, दीपोत्सव और ध्वजारोहण शामिल हैं। लगातार बड़े आयोजनों की शृंखला के बाद अब ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि प्रतिष्ठा द्वादशी पर केवल सीमित और गरिमामयी धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम ही होंगे।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को कारसेवकपुरम की भरत कुटी में बातचीत करते हुए कहा कि हाल में संपन्न ध्वजारोहण समारोह अत्यंत महत्वपूर्ण और श्रम साध्य था। मंदिर परिसर में निर्माण और व्यवस्थाओं से जुड़ा अंतिम दौर का काम भी तेजी से चल रहा है। ऐसे में तुरंत किसी बड़े आयोजन की तैयारी करना न तो व्यावहारिक है और न ही आसान। उन्होंने कहा कि धर्मध्वज आरोहण राम मंदिर के इतिहास का अत्यंत गंभीर क्षण था। इसके तुरंत बाद किसी विशाल उत्सव की तैयारी करना कठिन है। प्रतिष्ठा द्वादशी पर कार्यक्रम होंगे, लेकिन वह अलंकृत और सीमित स्वरूप में रहेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम रहेंगे मुख्य आकर्षण
चंपत राय ने समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी बड़े कार्यक्रम की योजना-रचना कई महीने पहले से बनानी पड़ती है। प्रतिष्ठा द्वादशी में किसी बड़े राजनीतिक हस्ती के आने की संभावना कम है। हां, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समारोह में शामिल हो सकते हैं। कुछ मेहमानों को आमंत्रण भेजा जा रहा है लेकिन आमंत्रण भेजना और स्वीकृति मिलना दो अलग-अलग चीज हैं। उन्होंने स्पष्ट किया की प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह का अभी ब्लूप्रिंट तक नहीं तैयार है। 13 दिसंबर को राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में सभी ट्रस्टियों की मौजूदगी में समारोह की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समारोह में कई धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों के लिए कलाकारों को आमंत्रित किया जा रहा है लेकिन इन कलाकारों में किसी बड़े नाम के आने की संभावना नहीं है।
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अयोध्या। रामनगरी में एक बार फिर उत्सव की तैयारी शुरू हो गई है, अवसर होगा प्रतिष्ठा द्वादशी का। प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ को राम मंदिर ट्रस्ट प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाता है। 31 दिसंबर को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ मनाने की तैयारी तेज हो गई है। इस अवसर पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार की जा रही है।
इस साल राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट छह बड़े आयोजन कर चुका है। इसमें प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ, रामनवमी, राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा समारोह, सावन झूलनोत्सव, दीपोत्सव और ध्वजारोहण शामिल हैं। लगातार बड़े आयोजनों की शृंखला के बाद अब ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि प्रतिष्ठा द्वादशी पर केवल सीमित और गरिमामयी धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम ही होंगे।
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राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को कारसेवकपुरम की भरत कुटी में बातचीत करते हुए कहा कि हाल में संपन्न ध्वजारोहण समारोह अत्यंत महत्वपूर्ण और श्रम साध्य था। मंदिर परिसर में निर्माण और व्यवस्थाओं से जुड़ा अंतिम दौर का काम भी तेजी से चल रहा है। ऐसे में तुरंत किसी बड़े आयोजन की तैयारी करना न तो व्यावहारिक है और न ही आसान। उन्होंने कहा कि धर्मध्वज आरोहण राम मंदिर के इतिहास का अत्यंत गंभीर क्षण था। इसके तुरंत बाद किसी विशाल उत्सव की तैयारी करना कठिन है। प्रतिष्ठा द्वादशी पर कार्यक्रम होंगे, लेकिन वह अलंकृत और सीमित स्वरूप में रहेंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम रहेंगे मुख्य आकर्षण
चंपत राय ने समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी बड़े कार्यक्रम की योजना-रचना कई महीने पहले से बनानी पड़ती है। प्रतिष्ठा द्वादशी में किसी बड़े राजनीतिक हस्ती के आने की संभावना कम है। हां, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समारोह में शामिल हो सकते हैं। कुछ मेहमानों को आमंत्रण भेजा जा रहा है लेकिन आमंत्रण भेजना और स्वीकृति मिलना दो अलग-अलग चीज हैं। उन्होंने स्पष्ट किया की प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह का अभी ब्लूप्रिंट तक नहीं तैयार है। 13 दिसंबर को राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में सभी ट्रस्टियों की मौजूदगी में समारोह की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समारोह में कई धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों के लिए कलाकारों को आमंत्रित किया जा रहा है लेकिन इन कलाकारों में किसी बड़े नाम के आने की संभावना नहीं है।