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Ayodhya News: सरयू तट पर सजा राम दरबार, जले रामराज के दीप
संवाद न्यूज एजेंसी, अयोध्या
Updated Sun, 19 Oct 2025 11:04 PM IST
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50-राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का दृश्य
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नितिन मिश्र
अयोध्या। दीपोत्सव यानी छोटी दीपावली पर सरयू तट पर दीपों का समुद्र लहराया तो लगा मानो प्रकाश ने स्वयं धर्म, नीति और सुशासन का व्रत धारण कर लिया हो। ऐसा लगा मानो रामराज के दीप जले हों। यह दीपोत्सव केवल श्रद्धा का पर्व नहीं रहा, यह वह क्षण था जब अयोध्या ने अपने राजाराम के सामने विकास की नई संकल्प रेखा प्रस्तुत की।
राम मंदिर में विराजे राजाराम की यह पहली दिवाली थी। उसके अनुरूप ही अयोध्या अद्भुत, अप्रितम व विहंगम दृश्यों से सुसज्जित थी। सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में राम राज्याभिषेक समारोह के आयोजन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रभु श्रीराम के दरबार में उपस्थित होकर कहा कि रामराज का अर्थ है वह शासन जहां किसी के साथ अन्याय न हो, हर व्यक्ति के जीवन में प्रकाश पहुंचे। यही ‘सबका साथ, सबका विकास’ का वास्तविक स्वरूप है। यह नए भारत में देखने को मिल रहा है। वह बोले कि हर क्षेत्र में रामराज की अवधारणा साकार हुई है। इसके समर्थन में उन्होंने कई योजनाएं गिनाईं। कहा कि दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज नहिं काहुहि ब्यापा...की अवधारणा मूर्त रूप ले रही। सीएम के शब्दों में नीति और धर्म की समरस धारा बहती दिखी, जैसे त्रेतायुग का आदर्श आज के लोकतंत्र में नए रूप में जीवंत हो उठा हो।
संतों ने कहा यह रामराज वाली दीपावली
राम राज्याभिषेक समारोह में पहुंचे संतों ने भी इसे रामराज वाली दीपावली बताया। महंत वैदेही बल्लभ शरण ने कहा कि अयोध्या ने इस दीपोत्सव पर न केवल रामराज्य की स्मृति ताजा की, बल्कि यह भी दिखाया कि ‘रामराज’ अब केवल धार्मिक अवधारणा नहीं, बल्कि शासन की प्रेरणा बन चुका है। महंत डॉ़ भरत दास ने कहा कि राम जब दुनिया के सबसे प्रतापी रावण को मारकर आए थे तब दीपावली मनी थी। जिसकी कल्पना सदियों से सनातन प्रेमी करते आ रहे थे, वह राम दरबार आज अयोध्या में सज गया है। अब रामराज का अहसास हो रहा है। इसलिए इस दीपावली में रामराज के दीप जल रहे हैं।
इकबाल बोले-अयोध्या का उत्सव हमारा उत्सव
मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी भी दीपोत्सव का हिस्सा बने। कहा कि अयोध्या का उत्सव हमारा उत्सव है। उन्होंने श्रीराम राज्याभिषेक की शोभायात्रा पर पुष्पवर्षा की। कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि वर्तमान योगी सरकार में सबका साथ, सबका विकास की अवधारणा साकार हुई है। जिस तरह प्रभु श्रीराम ने सबके हित की बात कही, उसी भावना को योगी सरकार आगे बढ़ा रही है। आज अयोध्या में हर धर्म, हर समुदाय का दिल एक साथ धड़कता महसूस होता है, यही सच्चा रामराज है।

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अयोध्या। दीपोत्सव यानी छोटी दीपावली पर सरयू तट पर दीपों का समुद्र लहराया तो लगा मानो प्रकाश ने स्वयं धर्म, नीति और सुशासन का व्रत धारण कर लिया हो। ऐसा लगा मानो रामराज के दीप जले हों। यह दीपोत्सव केवल श्रद्धा का पर्व नहीं रहा, यह वह क्षण था जब अयोध्या ने अपने राजाराम के सामने विकास की नई संकल्प रेखा प्रस्तुत की।
राम मंदिर में विराजे राजाराम की यह पहली दिवाली थी। उसके अनुरूप ही अयोध्या अद्भुत, अप्रितम व विहंगम दृश्यों से सुसज्जित थी। सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में राम राज्याभिषेक समारोह के आयोजन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रभु श्रीराम के दरबार में उपस्थित होकर कहा कि रामराज का अर्थ है वह शासन जहां किसी के साथ अन्याय न हो, हर व्यक्ति के जीवन में प्रकाश पहुंचे। यही ‘सबका साथ, सबका विकास’ का वास्तविक स्वरूप है। यह नए भारत में देखने को मिल रहा है। वह बोले कि हर क्षेत्र में रामराज की अवधारणा साकार हुई है। इसके समर्थन में उन्होंने कई योजनाएं गिनाईं। कहा कि दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज नहिं काहुहि ब्यापा...की अवधारणा मूर्त रूप ले रही। सीएम के शब्दों में नीति और धर्म की समरस धारा बहती दिखी, जैसे त्रेतायुग का आदर्श आज के लोकतंत्र में नए रूप में जीवंत हो उठा हो।
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संतों ने कहा यह रामराज वाली दीपावली
राम राज्याभिषेक समारोह में पहुंचे संतों ने भी इसे रामराज वाली दीपावली बताया। महंत वैदेही बल्लभ शरण ने कहा कि अयोध्या ने इस दीपोत्सव पर न केवल रामराज्य की स्मृति ताजा की, बल्कि यह भी दिखाया कि ‘रामराज’ अब केवल धार्मिक अवधारणा नहीं, बल्कि शासन की प्रेरणा बन चुका है। महंत डॉ़ भरत दास ने कहा कि राम जब दुनिया के सबसे प्रतापी रावण को मारकर आए थे तब दीपावली मनी थी। जिसकी कल्पना सदियों से सनातन प्रेमी करते आ रहे थे, वह राम दरबार आज अयोध्या में सज गया है। अब रामराज का अहसास हो रहा है। इसलिए इस दीपावली में रामराज के दीप जल रहे हैं।
इकबाल बोले-अयोध्या का उत्सव हमारा उत्सव
मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी भी दीपोत्सव का हिस्सा बने। कहा कि अयोध्या का उत्सव हमारा उत्सव है। उन्होंने श्रीराम राज्याभिषेक की शोभायात्रा पर पुष्पवर्षा की। कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि वर्तमान योगी सरकार में सबका साथ, सबका विकास की अवधारणा साकार हुई है। जिस तरह प्रभु श्रीराम ने सबके हित की बात कही, उसी भावना को योगी सरकार आगे बढ़ा रही है। आज अयोध्या में हर धर्म, हर समुदाय का दिल एक साथ धड़कता महसूस होता है, यही सच्चा रामराज है।
50-राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का दृश्य
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