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बुखार बरपा रहा कहर, अस्पतालों में भरे बेड
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बागपत जिला अस्पताल में भर्ती बुखार से पीड़ित लोग
- फोटो : BAGHPAT

- मौसम में बदलाव के कारण वायरल बुखार सबसे ज्यादा लोगों को जकड़ रहा, बच्चे तेजी से चपेट में आने लगे
- जिला अस्पताल व सीएचसी में प्रतिदिन करीब 500 मरीज वायरल बुखार के पहुंच रहे
- डेंगू व टायफाइड के मामले भी लगातार सामने आ रहे, शिविर में डेंगू के तीन संदिग्ध मरीज मिले
संवाद न्यूज एजेंसी
बागपत। मौसम में बदलाव के कारण बुखार अपना कहर बरपा रहा है। वायरल बुखार ने सबसे ज्यादा लोगों को जकड़ रहा है तो बच्चे भी तेजी से चपेट में आ रहे है। हालात यह है कि यहां प्रतिदिन 500 से ज्यादा बुखार के मरीज जिला अस्पताल व सीएचसी में पहुंच रहे है तो निजी अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी रहती है। डेंगू व टायफाइड के मामले भी लगातार सामने आ रहे है। शनिवार को एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई तो तीन संदिग्ध मरीज मिले है।
जिले में कई गांव ऐसे है, जहां एक ही गांव में 100 तक लोग बुखार से पीड़ित है। उनमें कोई निजी अस्पताल में भर्ती है तो कोई डाक्टर से दवाई लेकर घर में आराम कर रहा है। सरूरपुर, धनौरा सिल्वरनगर, पदड़ा सहित करीब आधा दर्जन गांव ऐसे है, जहां बुखार से अधिकतर घर पीड़ित है। इनमें एक-एक स्वास्थ्य विभाग कैंप भी लगा चुका है, लेकिन उसके बाद भी बुखार का कहर कम नहीं हो रहा है। अब दोबारा से कैंप लगाने की कई जगह तैयारी हो रही है।
बच्चों की सेहत का रखे खास ख्याल
जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित गाधी गांव का सात वर्षीय अंश, ठाकुरद्वारा मोहल्ले की चार वर्षीय माही, छह वर्षीय शिवा, टटीरी की 13 वर्षीय पिंकी, बड़ागांव का रियासत भर्ती है तो सरूरपुर में राजबीर सिंह, बिट्टू, सुधीर, अनामिका, हरेंद्र कुमार आदि बुखार से पीड़ित है। अस्पताल के वार्डों में बुखार के मरीज भर्ती होने के कारण सभी बेड भर गए है। सिंगोली तगा गांव की प्रधान उषा त्यागी ने बुखार का प्रकोप होने की जानकारी दी। गांव में राजा पुत्र निरंकार, अशोक पुत्र समय व अनिल पुत्र बाबू आदि बुखार से पीड़ित है। गांव में स्वास्थ्य कैंप लगवाने की मांग की गई है।
डेंगू के चार मरीज मिले तो टाइफाइड के लगातार मिल रहे
फुलेरा गांव में अरुण यादव पुत्र सुरेंद्र यादव को डेंगू की पुष्टि हुई है। उसका इलाज गाजियाबाद में एक प्राइवेट चिकित्सक के यहां चल रहा है। गांव के करीब एक दर्जन लोग बुखार से पीड़ित है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धनौरा सिल्वरनगर में स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों की जांच की गई। 20 मरीज वायरल बुखार से पीड़ित मिले तो तीन मरीज प्रारंभिक जांच में डेंगू पॉजीटिव मिले। इनके सैंपल अब मेरठ भेजे गए है, वहां से रिपोर्ट आएगी। इनके अलावा तीन मरीजों में टाइफाइड की पुष्टि हुई है।
इसलिए फैल रहा वायरल बुखार
बागपत सीएचसी अधीक्षक डा. विभाष राजपूत बताते है कि इस समय अचानक मौसम में बदलाव आया है। जहां रात को ठंडक रहती है, वहीं दिन में गर्मी होती है। इस कारण ही लोग वायरल की चपेट में आ रहे है। इसके साथ ही ऐसे मौसम में ठंडी चीजों का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाता है और उससे शरीर के तापमान पर असर पड़ता है, जिससे वायरल बुखार हो जाता है। जब किसी को वायरल होता है तो उसके संपर्क में आने वाला भी बुखार की चपेट में आने की अधिक आशंका रहती है।
इस तरह बचाव की सलाह दे रहे डाक्टर
डा. विभाष राजपूत का कहना है कि मौसम में अचानक हुए बदलाव के कारण एसी बंद रखे और ठंडा पानी पीने व ठंडी चीजें खाने से बचे। वायरल से पीड़ित व्यक्ति से दूरी बनाए रखे, क्योंकि उनके छींकने व खांसने से वायरस किसी दूसरे को चपेट में लेकर बीमार कर सकता है। इसलिए मास्क लगाकर रखे तो ज्यादा बेहतर होगा। वायरल पीड़ित भी मास्क लगाकर रखे तो उनसे किसी अन्य को वायरस जाने की आशंका कम हो जाती है।
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संवाद न्यूज एजेंसी
बागपत। मौसम में बदलाव के कारण बुखार अपना कहर बरपा रहा है। वायरल बुखार ने सबसे ज्यादा लोगों को जकड़ रहा है तो बच्चे भी तेजी से चपेट में आ रहे है। हालात यह है कि यहां प्रतिदिन 500 से ज्यादा बुखार के मरीज जिला अस्पताल व सीएचसी में पहुंच रहे है तो निजी अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी रहती है। डेंगू व टायफाइड के मामले भी लगातार सामने आ रहे है। शनिवार को एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई तो तीन संदिग्ध मरीज मिले है।
जिले में कई गांव ऐसे है, जहां एक ही गांव में 100 तक लोग बुखार से पीड़ित है। उनमें कोई निजी अस्पताल में भर्ती है तो कोई डाक्टर से दवाई लेकर घर में आराम कर रहा है। सरूरपुर, धनौरा सिल्वरनगर, पदड़ा सहित करीब आधा दर्जन गांव ऐसे है, जहां बुखार से अधिकतर घर पीड़ित है। इनमें एक-एक स्वास्थ्य विभाग कैंप भी लगा चुका है, लेकिन उसके बाद भी बुखार का कहर कम नहीं हो रहा है। अब दोबारा से कैंप लगाने की कई जगह तैयारी हो रही है।
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बच्चों की सेहत का रखे खास ख्याल
जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित गाधी गांव का सात वर्षीय अंश, ठाकुरद्वारा मोहल्ले की चार वर्षीय माही, छह वर्षीय शिवा, टटीरी की 13 वर्षीय पिंकी, बड़ागांव का रियासत भर्ती है तो सरूरपुर में राजबीर सिंह, बिट्टू, सुधीर, अनामिका, हरेंद्र कुमार आदि बुखार से पीड़ित है। अस्पताल के वार्डों में बुखार के मरीज भर्ती होने के कारण सभी बेड भर गए है। सिंगोली तगा गांव की प्रधान उषा त्यागी ने बुखार का प्रकोप होने की जानकारी दी। गांव में राजा पुत्र निरंकार, अशोक पुत्र समय व अनिल पुत्र बाबू आदि बुखार से पीड़ित है। गांव में स्वास्थ्य कैंप लगवाने की मांग की गई है।
डेंगू के चार मरीज मिले तो टाइफाइड के लगातार मिल रहे
फुलेरा गांव में अरुण यादव पुत्र सुरेंद्र यादव को डेंगू की पुष्टि हुई है। उसका इलाज गाजियाबाद में एक प्राइवेट चिकित्सक के यहां चल रहा है। गांव के करीब एक दर्जन लोग बुखार से पीड़ित है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धनौरा सिल्वरनगर में स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों की जांच की गई। 20 मरीज वायरल बुखार से पीड़ित मिले तो तीन मरीज प्रारंभिक जांच में डेंगू पॉजीटिव मिले। इनके सैंपल अब मेरठ भेजे गए है, वहां से रिपोर्ट आएगी। इनके अलावा तीन मरीजों में टाइफाइड की पुष्टि हुई है।
इसलिए फैल रहा वायरल बुखार
बागपत सीएचसी अधीक्षक डा. विभाष राजपूत बताते है कि इस समय अचानक मौसम में बदलाव आया है। जहां रात को ठंडक रहती है, वहीं दिन में गर्मी होती है। इस कारण ही लोग वायरल की चपेट में आ रहे है। इसके साथ ही ऐसे मौसम में ठंडी चीजों का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाता है और उससे शरीर के तापमान पर असर पड़ता है, जिससे वायरल बुखार हो जाता है। जब किसी को वायरल होता है तो उसके संपर्क में आने वाला भी बुखार की चपेट में आने की अधिक आशंका रहती है।
इस तरह बचाव की सलाह दे रहे डाक्टर
डा. विभाष राजपूत का कहना है कि मौसम में अचानक हुए बदलाव के कारण एसी बंद रखे और ठंडा पानी पीने व ठंडी चीजें खाने से बचे। वायरल से पीड़ित व्यक्ति से दूरी बनाए रखे, क्योंकि उनके छींकने व खांसने से वायरस किसी दूसरे को चपेट में लेकर बीमार कर सकता है। इसलिए मास्क लगाकर रखे तो ज्यादा बेहतर होगा। वायरल पीड़ित भी मास्क लगाकर रखे तो उनसे किसी अन्य को वायरस जाने की आशंका कम हो जाती है।