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Barabanki News: रिकॉर्ड तेजी के बाद टूटे सोने-चांदी के दाम
संवाद न्यूज एजेंसी, बाराबंकी
Updated Thu, 30 Oct 2025 12:08 AM IST
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बाराबंकी। धनतेरस व दिवाली जैसे त्योहारों में रिकार्ड ऊंचाई छूने के बाद अब सोने एवं चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के कारण अब सोना और चांदी की चमक फीकी पड़ने लगी है। बीती 14 अक्तूबर को सोना 1,29,800 रुपये और चांदी प्रति दस ग्राम 1,89,000 रुपये प्रतिकिलो थी।
त्योहारी दिनों में सोना-चांदी ने न सिर्फ घरेलू बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी निवेशकों को आकर्षित किया था। बीते चार अक्तूबर को चांदी ने डेढ़ लाख रुपये प्रतिकिलो के स्तर को पार किया। इसके बाद दस दिनों में ही चांदी रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। त्योहारी चमक खत्म होते ही बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को सोना 1,21,500 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 1,44,000 रुपये प्रतिकिलो पर आ गई है।
बाक्स-
फिर बढ़ सकते हैं चांदी के भाव
फोटो: 30
दीपावली से पहले चांदी में आयात पर बैन होने के कारण चांदी 1,72,000 रुपये प्रतिकिलो पहुंच गई। अतिरिक्त प्रीमियम लगा और चांदी 1,90,000 रुपये प्रतिकिलो तक बिकी। निवेशकों में चांदी खरीदने की होड़ लग गई। चांदी के भाव घटे हैं, इससे निवेशक डरे हैं। जैसे शेर पीछे हटकर वार करता है वैसे ही चांदी का भी बाजार है। चांदी के भाव फिर बढ़ सकते हैं।
- दिव्यांश गुप्ता, सराफा कारोबारी
सोने में निवेश को सुरक्षित मानते हैं निवेशक
फोटो: 29
यह गिरावट अस्थायी है। आने वाले महीनों में वैश्विक बाजार की चाल पर निर्भर होगा कि यह बहुमूल्य धातुएं फिर कितनी तेजी से चमक हासिल करती हैं। दीर्घकालीन निवेशक अभी शांत हैं। निवेशक सोने में निवेश सुरक्षित मानते हैं। उनका तर्क है कि यह निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने और उसे संतुलित करने में मदद कर सकती है। यह बढ़ती महंगाई के खिलाफ बचाव के रूप में भविष्य में संभावित जोखिमों को कम कर सकती है।
- आशीष गुप्ता, सराफा कारोबारी
कीमतों में आ सकती है स्थिरता
फोटो:31
बिकवाली में तेजी आई है। आगे कीमतों में और अधिक तेज गिरावट की संभावना कम है और जल्द ही कीमतों में स्थिरता आ सकती है। यह गिरावट उन खरीदारों के लिए अच्छा अवसर हो सकती है। जो शादी-ब्याह के लिए या निवेश के उद्देश्य से खरीदारी करना चाहते हैं।
- अमन त्रिवेदी, सराफा कारोबारी
त्योहारी दिनों में सोना-चांदी ने न सिर्फ घरेलू बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी निवेशकों को आकर्षित किया था। बीते चार अक्तूबर को चांदी ने डेढ़ लाख रुपये प्रतिकिलो के स्तर को पार किया। इसके बाद दस दिनों में ही चांदी रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। त्योहारी चमक खत्म होते ही बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को सोना 1,21,500 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 1,44,000 रुपये प्रतिकिलो पर आ गई है।
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फिर बढ़ सकते हैं चांदी के भाव
फोटो: 30
दीपावली से पहले चांदी में आयात पर बैन होने के कारण चांदी 1,72,000 रुपये प्रतिकिलो पहुंच गई। अतिरिक्त प्रीमियम लगा और चांदी 1,90,000 रुपये प्रतिकिलो तक बिकी। निवेशकों में चांदी खरीदने की होड़ लग गई। चांदी के भाव घटे हैं, इससे निवेशक डरे हैं। जैसे शेर पीछे हटकर वार करता है वैसे ही चांदी का भी बाजार है। चांदी के भाव फिर बढ़ सकते हैं।
- दिव्यांश गुप्ता, सराफा कारोबारी
सोने में निवेश को सुरक्षित मानते हैं निवेशक
फोटो: 29
यह गिरावट अस्थायी है। आने वाले महीनों में वैश्विक बाजार की चाल पर निर्भर होगा कि यह बहुमूल्य धातुएं फिर कितनी तेजी से चमक हासिल करती हैं। दीर्घकालीन निवेशक अभी शांत हैं। निवेशक सोने में निवेश सुरक्षित मानते हैं। उनका तर्क है कि यह निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने और उसे संतुलित करने में मदद कर सकती है। यह बढ़ती महंगाई के खिलाफ बचाव के रूप में भविष्य में संभावित जोखिमों को कम कर सकती है।
- आशीष गुप्ता, सराफा कारोबारी
कीमतों में आ सकती है स्थिरता
फोटो:31
बिकवाली में तेजी आई है। आगे कीमतों में और अधिक तेज गिरावट की संभावना कम है और जल्द ही कीमतों में स्थिरता आ सकती है। यह गिरावट उन खरीदारों के लिए अच्छा अवसर हो सकती है। जो शादी-ब्याह के लिए या निवेश के उद्देश्य से खरीदारी करना चाहते हैं।
- अमन त्रिवेदी, सराफा कारोबारी