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Barabanki News: तीन माह में बनेंगी 66 करोड़ से सड़कें, पांच लाख लोगों को मिलेगी राहत

संवाद न्यूज एजेंसी, बाराबंकी Updated Thu, 30 Oct 2025 12:00 AM IST
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Roads to be built in three months at a cost of Rs 66 crore, providing relief to five lakh people
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बाराबंकी। जिले की तीन प्रमुख सड़कें तीन माह में बनकर तैयार हो जाएंगी। शासन ने इन परियोजनाओं के लिए करीब नौ करोड़ रुपये की किस्त जारी कर दी है, जिससे काम की रफ्तार तेज हो। डीएम शशांक त्रिपाठी द्वारा सभी परियोजनाओं की सीधी निगरानी की जा रही है, ताकि तय समय पर निर्माण कार्य पूरा हो।

बाराबंकी को सीतापुर से जोड़ने वाली टिकैतनगर से बजगहनी तक सामान्य सड़क की जगह 32 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से चौड़ी सड़क बनवाई जा रही है। इस पर अब तक 22 करोड़ 16 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। जबकि दो करोड़ 10 लाख रुपये की धनराशि शासन ने अब जारी कर दी। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तीन माह में सड़क पूरी तरह तैयार हो जाए।
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वहीं, देवा से सद्दीपुर जाने वाली करीब 10 किलोमीटर लंबी सड़क जो वर्षों से जर्जर थी, अब सात मीटर चौड़ी बनाई जा रही है। इस पर 25 करोड़ 51 लाख रुपये की स्वीकृति मिली है, जिसमें से आधा काम पूरा हो चुका है। शासन ने हाल ही में इस परियोजना के लिए दो करोड़ 40 लाख रुपये और जारी किए हैं। इसी तरह कोठी से हैदरगढ़ के श्री औसानेश्वर महादेव मंदिर मार्ग का पुनर्निर्माण आठ करोड़ 67 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है। काम अब अंतिम चरण में है और इसके लिए 63 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि दी गई है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों की छोटी सड़कों के रखरखाव और सुधार के लिए भी शासन ने दो करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता दीपक चौधरी ने बताया कि इन तीनों सड़कों के बन जाने से करीब पांच लाख लोगों का आवागमन आसान होगा। टिकैतनगर बाईपास बनने से बाराबंकी-सीतापुर मार्ग से लेकर अयोध्या जाने वाले यात्रियों को लाभ होगा।
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बंकी ओवरब्रिज को लेकर फिर सर्वे
जिले की सबसे व्यस्ततम मानी जाने वाली बंकी रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाए जाने की दिशा में एक बार फिर कदम बढ़ा है। प्रशासन और रेलवे की संयुक्त टीम ने स्थल पर पहुंचकर सर्वे किया। टीम ने रेलवे लाइन, सड़क की चौड़ाई, आसपास की आबादी और ट्रैफिक दबाव का निरीक्षण किया। इस क्रॉसिंग पर दिन भर में 120 से 130 बार फाटक बंद होता है, जिससे घंटों जाम की स्थिति रहती है। हालांकि लोगों का कहना है कि ऐसे सर्वे कई बार हुए।
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