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ईश्वर के विभिन्न अवतारों का वर्णन किया
अमर उजाला ब्यूरो
Updated Wed, 23 Mar 2016 06:36 PM IST
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दुबौलिया क्षेत्र के जिवापुर गांव मे रामकथा कहते स्वामी स्वरूपानंद।
- फोटो : अमर उजाला

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बस्ती। नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में बालाजी राम सूरत सिंह मेवाती देवी लोक कल्याण इंटर कॉलेज जीवापुर में चलरही नौ दिवसीय राम कथा में अयोध्या से आए कथा वाचक स्वामी स्वरूपानंद महाराज ने भगवान के विभिन्न अवतारों का वर्णन किया।
कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार, अनाचार और पापाचार बढ़ता है तो भगवान का अवतार होता है। यदि आप चाहते है कि हमारे जीवन में बेटे के रूप में राम जैसा चरित्रवान बेटा मिले तो कौशल्या और दशरथ जैसा माता-पिता बनना पड़ेगा। मानस में राम अवतार के पांच कारण है।
प्रथम जय विजय का शाप, दूसरा जलांधर की पत्नी बृंदा का शाप, तीसरा नारद जी का भगवान विष्णु का शाप, चौथा मनु सतरूपा जी को भगवान द्वारा दिया गया वरदान, पांचवां प्रताप, भानु को विप्रों का शाप इन्हीं पांच कारणों से भगवान ने पृथ्वी पर अवतार लिया। स्वरूपानंद महाराज ने इन्हीं पांच कारणों का विस्तृत वर्णन करके श्रोताओ को श्रीराम कथा का श्रवण कराया । इस मौके पर बाबूराम सिंह, केपी मिश्रा, पतरू सिंह, बुद्धिसागर, राम कुमार अग्रहरि, राधेश्याम, सुनील सिंह, यंत्री प्रसाद पांडेय आदि मौजूद रहे।
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कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अत्याचार, अनाचार और पापाचार बढ़ता है तो भगवान का अवतार होता है। यदि आप चाहते है कि हमारे जीवन में बेटे के रूप में राम जैसा चरित्रवान बेटा मिले तो कौशल्या और दशरथ जैसा माता-पिता बनना पड़ेगा। मानस में राम अवतार के पांच कारण है।
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प्रथम जय विजय का शाप, दूसरा जलांधर की पत्नी बृंदा का शाप, तीसरा नारद जी का भगवान विष्णु का शाप, चौथा मनु सतरूपा जी को भगवान द्वारा दिया गया वरदान, पांचवां प्रताप, भानु को विप्रों का शाप इन्हीं पांच कारणों से भगवान ने पृथ्वी पर अवतार लिया। स्वरूपानंद महाराज ने इन्हीं पांच कारणों का विस्तृत वर्णन करके श्रोताओ को श्रीराम कथा का श्रवण कराया । इस मौके पर बाबूराम सिंह, केपी मिश्रा, पतरू सिंह, बुद्धिसागर, राम कुमार अग्रहरि, राधेश्याम, सुनील सिंह, यंत्री प्रसाद पांडेय आदि मौजूद रहे।