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Bhadohi News: टीईटी की बाध्यता शिक्षक हित में नहीं, संघ ने किया प्रदर्शन
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टीईटी की बाध्यता को लेकर शिक्षकों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने से पहले नियुक्त शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता नहीं थी, लेकिन हाल ही में गलत तथ्यों के आधार पर इससे संबंधित आदेश जारी किया गया है।
नए निर्देशों में शिक्षक बने रहने के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है। इसमें केवल पांच साल की सेवा शेष रहने वालों को छूट दी गई है, जबकि पदोन्नति में उन्हें भी छूट नहीं दी गई है।
उन्होंने बताया कि इस आदेश से प्रदेश के करीब आठ लाख शिक्षकों की नौकरी और पदोन्नति पर संकट गहराने लगा है। जिला मंत्री राज नारायण पाल ने सरकार से मांग किया कि अधिनियम में संशोधन कर शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से मुक्त किया जाए।
चेतावनी दी कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षक समाज बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा। इस मौके पर मानिक चंद्र यादव, विमल कुमार मिश्रा, इंद्रमणि वर्मा, लाल बहादुर यादव, अजीत कुमार, धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, शिवम माैजूद रहे।

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इस दौरान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने से पहले नियुक्त शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता नहीं थी, लेकिन हाल ही में गलत तथ्यों के आधार पर इससे संबंधित आदेश जारी किया गया है।
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नए निर्देशों में शिक्षक बने रहने के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है। इसमें केवल पांच साल की सेवा शेष रहने वालों को छूट दी गई है, जबकि पदोन्नति में उन्हें भी छूट नहीं दी गई है।
उन्होंने बताया कि इस आदेश से प्रदेश के करीब आठ लाख शिक्षकों की नौकरी और पदोन्नति पर संकट गहराने लगा है। जिला मंत्री राज नारायण पाल ने सरकार से मांग किया कि अधिनियम में संशोधन कर शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता से मुक्त किया जाए।
चेतावनी दी कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षक समाज बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा। इस मौके पर मानिक चंद्र यादव, विमल कुमार मिश्रा, इंद्रमणि वर्मा, लाल बहादुर यादव, अजीत कुमार, धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, शिवम माैजूद रहे।