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सीएम के समक्ष उठाया जाएगा विश्वविद्यालय का मुद्दा
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सीएम के समक्ष उठाया जाएगा विश्वविद्यालय का मुद्दा
बिजनौर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय खोले जाने की मांग उठाने की तैयारी है। रूहेलखंड टीचर्स एसोसिएशन रूटा के पदाधिकारी मुख्यमंत्री से मिलकर मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय खोलने के फायदे गिनाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 21 सितंबर मंगलवार को जिले के दौरे पर हैं। जिले में मुख्यमंत्री का प्रवास करीब तीन घंटे का है। इस दौरान मुख्यमंत्री मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास समेत कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों की मुरादाबाद मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय खोलने की मांग लंबे समय से चली आ रही है। रूहेलखंड टीचर्स एसोसिएशन रूटा के अध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि शासन का मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय खोलने का प्रावधान है। प्रदेश के सभी मंडलों में विश्वविद्यालय हैं। मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय नहीं है। जिले के डिग्री कॉलेज महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली से संबद्ध हैं। बताया कि मुख्यमंत्री मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय खोलने का आश्वासन दे चुके हैं। उनके साढ़े चार साल के कार्यकाल में मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय खोलने की मांग पूरी नहीं हुई है। अब उनके बिजनौर आने से विश्वविद्यालय खोलने की आस जगी है। रूटा इस मांग को सीएम के समक्ष रखेगा विश्वविद्यालय जल्द खोलने के लिए ज्ञापन देगा।
मंडल में 300 डिग्री कॉलेज इनमें बिजनौर में 150
रूहेलखंड टीचर्स एसोसिएशन रूटा के अध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि बरेली विश्वविद्यालय के कार्यक्षेत्र में बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, रामपुर अमरोहा, संभल, बदायूं, संभल तथा बिजनौर जनपदों के महाविद्यालय आते हैं। इन नौ जिलों में 552 डिग्री कॉलेज हैं। मुरादाबाद मंडल के पांच जिलों में 300 कॉलेज हैं। इनमें अकेले बिजनौर जिले में एक राजकीय, छह अशासकीय सहायता प्राप्त तथा 143 निजी डिग्री कॉलेज अर्थात कुल 150 डिग्री कॉलेज है।
फायदा, बेहतर होगा कंट्रोलिंग
मुरादाबाद मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय बनने से उसके कार्यक्षेत्र में बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, संभल जिले रह जाएंगे। बिजनौर से बरेली की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है। छात्रों को छोटे छोटे काम के लिए बरेली जाना होता है। इससे पैसे व समय की बर्बादी होती है। बताया कि मंडल पर विश्वविद्यालय खोलने से नकलविहीन परीक्षा के लिए बेहतर कंट्रोलिंग हो सकेगा। महाविद्यालयों में शिक्षा का माहौल बनाने में मदद मिलेगी। छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा।
निजी विश्वविद्यालय बन रहे बाधक
डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि मुरादाबाद में कई निजी विश्वविद्यालय संचालित हैं। ये विश्वविद्यालय निजी स्वार्थों के लिए राज्य सरकार का विश्वविद्यालय खोलने में अड़ंगेबाजी पैदा कर रहे हैं। मांग की है कि शासन छात्र हित में व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए फैसला ले।
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बिजनौर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय खोले जाने की मांग उठाने की तैयारी है। रूहेलखंड टीचर्स एसोसिएशन रूटा के पदाधिकारी मुख्यमंत्री से मिलकर मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय खोलने के फायदे गिनाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 21 सितंबर मंगलवार को जिले के दौरे पर हैं। जिले में मुख्यमंत्री का प्रवास करीब तीन घंटे का है। इस दौरान मुख्यमंत्री मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास समेत कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे। डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों की मुरादाबाद मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय खोलने की मांग लंबे समय से चली आ रही है। रूहेलखंड टीचर्स एसोसिएशन रूटा के अध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि शासन का मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय खोलने का प्रावधान है। प्रदेश के सभी मंडलों में विश्वविद्यालय हैं। मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय नहीं है। जिले के डिग्री कॉलेज महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली से संबद्ध हैं। बताया कि मुख्यमंत्री मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय खोलने का आश्वासन दे चुके हैं। उनके साढ़े चार साल के कार्यकाल में मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय खोलने की मांग पूरी नहीं हुई है। अब उनके बिजनौर आने से विश्वविद्यालय खोलने की आस जगी है। रूटा इस मांग को सीएम के समक्ष रखेगा विश्वविद्यालय जल्द खोलने के लिए ज्ञापन देगा।
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मंडल में 300 डिग्री कॉलेज इनमें बिजनौर में 150
रूहेलखंड टीचर्स एसोसिएशन रूटा के अध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि बरेली विश्वविद्यालय के कार्यक्षेत्र में बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, रामपुर अमरोहा, संभल, बदायूं, संभल तथा बिजनौर जनपदों के महाविद्यालय आते हैं। इन नौ जिलों में 552 डिग्री कॉलेज हैं। मुरादाबाद मंडल के पांच जिलों में 300 कॉलेज हैं। इनमें अकेले बिजनौर जिले में एक राजकीय, छह अशासकीय सहायता प्राप्त तथा 143 निजी डिग्री कॉलेज अर्थात कुल 150 डिग्री कॉलेज है।
फायदा, बेहतर होगा कंट्रोलिंग
मुरादाबाद मंडल स्तर पर विश्वविद्यालय बनने से उसके कार्यक्षेत्र में बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, संभल जिले रह जाएंगे। बिजनौर से बरेली की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है। छात्रों को छोटे छोटे काम के लिए बरेली जाना होता है। इससे पैसे व समय की बर्बादी होती है। बताया कि मंडल पर विश्वविद्यालय खोलने से नकलविहीन परीक्षा के लिए बेहतर कंट्रोलिंग हो सकेगा। महाविद्यालयों में शिक्षा का माहौल बनाने में मदद मिलेगी। छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा।
निजी विश्वविद्यालय बन रहे बाधक
डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि मुरादाबाद में कई निजी विश्वविद्यालय संचालित हैं। ये विश्वविद्यालय निजी स्वार्थों के लिए राज्य सरकार का विश्वविद्यालय खोलने में अड़ंगेबाजी पैदा कर रहे हैं। मांग की है कि शासन छात्र हित में व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए फैसला ले।