Budaun News: एंबुलेंस के लिए भटकते रहे पिता, दो माह के बच्चे ने ऑक्सीजन के अभाव में तोड़ा दम
बदायूं के एक निजी अस्पताल में मासूम बच्चे का उपचार चल रहा था। डॉक्टर ने ऑक्सीजन की कमी बताकर उसे रेफर कर दिया, लेकिन एंबुलेंस न मिलने के कारण परिजन बच्चे को समय पर दूसरी जगह नहीं ले जा सके, जिससे उसकी मौत हो गई।

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बदायूं में ऑक्सीजन के अभाव में मासूम बच्चे की मौत हो गई। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव रूपापुर निवासी अरविंद पाल ने अपने दो माह के बच्चे को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। उसके सर्दी बुखार और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। शनिवार को डाॅक्टर ने ऑक्सीजन की कमी बताकर बच्चे को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।

परिवार के लोग शहर में एंबुलेंस तलाश करते रहे, लेकिन प्राइवेट एंबुलेंस चालक हड़ताल पर चले जाने के कारण एंबुलेंस नहीं मिल सकी। जब तक परिजन किसी निजी वाहन का इंतजाम कर लौटे, उससे पहले ही बच्चे ने निजी अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
सरकारी एंबुलेंस चालक ने ले जाने से किया इनकार
अरविंद पाल ने बताया कि जब डॉक्टर ने ऑक्सीजन की कमी बताई तभी वह एंबुलेंस की तलाश में जिला अस्पताल आया, लेकिन वहां एक भी एंबुलेंस नहीं मिली। सरकारी एंबुलेंस चालक से कहा तो उसने भी साफ कह दिया कि जिला अस्पताल से रेफर होने पर ही हम मेडिकल कॉलेज ले जाते हैं।
प्राइवेट अस्पताल से वह मरीज को नहीं उठा सकते । इसके बाद शहर में कई जगह एंबुलेंस तलाश करते रहे। बाद में जब एंबुलेंस नहीं मिली तो एक निजी कार किराये पर की और उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, तब तक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के लोग बच्चे के शव को लेकर घर चले गए।