अंधेरे में व्यवस्था: स्वास्थ्य केंद्र पर बिजली गुल, मोमबत्ती की रोशनी में स्टाफ नर्स ने कराए चार प्रसव
उसहैत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मोमबत्ती की रोशनी में प्रसव कराए गए। शनिवार रात चार गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य केंद्र पर लाई गई थीं। उसी वक्त बिजली चली गई। चारों महिलाएं प्रसव पीड़िता से कराह रही थीं। ऐसे में नर्स ने मोमबत्ती की रोशनी में चारों का प्रसव कराया।

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बदायूं जिले में स्वास्थ्य केंद्रों का बुरा हाल है। यहां तो व्यवस्थाएं ही अंधेरे में हैं। उसहैत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बिजली न होने से मोमबत्ती की रोशनी में स्टाफ नर्स इंद्रा ने चार गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया। चारों महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया।

पीएचसी उसहैत पर शनिवार रात करीब आठ बजे बिरिया डाडा गांव निवासी रोहित श्रीवास्तव की पत्नी शीतल के अलावा घसनगला, ललोमई, असमयारफतपुर गांव की गर्भवतियों को लाया गया। भीषण गर्मी थी। इसी दौरान बिजली भी गुल हो गई। इन्वर्टर डाउन होने से प्रसव कक्ष में बिजली गुल हो गई, जिससे अंधेरा छा गया।
महिलाओं ने बेटियों को दिया जन्म
गर्भवतियों को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। स्टाफ नर्स इंद्रा ने मोमबत्ती जलाकर चारों गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया। चारों महिलाओं ने बेटियों को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ बताए गए हैं। लेकिन बिजली गुल होने से व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पीएचसी पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। पूरी रात बिजली नहीं आई। महिलाओं के साथ तीमारदार का भी बुरा हाल रहा। नवजात भी परेशान हुए। जेनरेटर है लेकिन रात में उसको चलाने वाला कोई नहीं था। ऐसे में अगर स्टाफ नर्स रिस्क न लेती तो चारों महिलाओं की जान पर बन आती।