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Fatehpur News: पुलिस गाड़ी के सायरन से शुरुआत, आधी-अधूरी तैयारी के साथ माॅकड्रिल समाप्त
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फतेहपुर। जनपदवासियों को आपातस्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रिल में तरीके बताए गए। लेकिन विभागों की आधी-अधूरी तैयारी के चलते छात्रों को पूरी जानकारी नहीं मिल पाई। वे आपात स्थिति से बचाव के लिए किए गए प्रदर्शन देखकर आभास लगाते रहे। कई जानकारी भी समझ नहीं पाए। उनके कानों तक प्रशिक्षकों की आवाज नहीं पहुंची। इससे वे मायूस दिखे।
अधिकृत कश्मीर के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक से लोगों में खुशी है। वहीं आपातस्थिति में सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से जीटी रोड स्थित जीआईसी मैदान में बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे से माॅकड्रिल शुरू किया गया। सीओ सुशील कुमार दुबे ने छात्रों, एनसीसी कैडेट व समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों को अफवाहों पर ध्यान न देने की नसीहत दी। बताया कि सोशल मीडिया पर आपातस्थिति को लेकर उन्माद फैलाने वाले कई तरह के भ्रामक मैसेज भेजे जा रहे हैं। उन पर ध्यान न दिया जाए। उन्हें फाॅरवर्ड भी न करें। उन्होंने सोशल मीडिया के दुष्प्रचारों से बचने के कई टिप्स दिए। उन्हें माॅकड्रिल में उपयोग होने में एंबुलेंस और स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं मिला। उन्होंने तत्काल दोनों संसाधनों की व्यवस्था कराई।
इसके बाद माॅकड्रिल की शुरुआत सायरन बजाने के साथ करने को कहा, लेकिन मौके पर सायरन भी नहीं मिला। मोबाइल से सायरन की आवाज धीमी होने पर आनन-फानन में पुलिस वाहन को मैदान में खड़ा किया गया। जिसके बाद पुलिस वाहन के सायरन का उपयोग किया गया। इंस्पेक्टर ने सायरन बजाते हुए रात में हमले की चेतावनी दी। इसके साथ ही मंच से माॅकड्रिल का अभ्यास कर रहे कर्मी फ्रिजिंग मोड पर स्थिर हो गए। प्रशिक्षक ने बताया कि अचानक हमले के दौरान सिर के बल लेट जाना है। शरीर का मूवमेंट (हिलना-ढुलना) नहीं करना है। स्थिर रहने पर हवाई हमलावर लोगों को भांप नहीं पाएगा। इसके बाद हमले की स्थिति में क्रॉलिंग (कोहनी और घुटनों के सहारे खिसकना) का अभ्यास सीओ ने स्वयं करके दिखाया। ऐसी स्थिति में महज 30 से 50 मीटर तक ही चला जा सकता है। इसके अलावा आग लगने की स्थिति में लुढ़ककर निकलने का तरीका बताया गया। आग की चपेट में आए व्यक्ति को बचाने के लिए कंबल या किसी कपड़े से पूरी तरह लपेटने की सलाह दी गई, जिससे आग पर काबू पाया जा सके। इसके अलावा खाली स्थान पर आग लगने पर उसे बुझाने के साथ आसपास क्षेत्र को भी पानी से गीला करना बताया, ताकि आग का दायरा न बढ़ सके। सीओ कम संसाधनों में माॅकड्रिल का अभ्यास कराने में जूझते नजर आए।
इस मौके पर एडीएम अविनाश त्रिपाठी, एडीएम धीरेंद्र कुमार, एएसपी विजय शंकर मिश्रा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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अधिकृत कश्मीर के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक से लोगों में खुशी है। वहीं आपातस्थिति में सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से जीटी रोड स्थित जीआईसी मैदान में बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे से माॅकड्रिल शुरू किया गया। सीओ सुशील कुमार दुबे ने छात्रों, एनसीसी कैडेट व समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों को अफवाहों पर ध्यान न देने की नसीहत दी। बताया कि सोशल मीडिया पर आपातस्थिति को लेकर उन्माद फैलाने वाले कई तरह के भ्रामक मैसेज भेजे जा रहे हैं। उन पर ध्यान न दिया जाए। उन्हें फाॅरवर्ड भी न करें। उन्होंने सोशल मीडिया के दुष्प्रचारों से बचने के कई टिप्स दिए। उन्हें माॅकड्रिल में उपयोग होने में एंबुलेंस और स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं मिला। उन्होंने तत्काल दोनों संसाधनों की व्यवस्था कराई।
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इसके बाद माॅकड्रिल की शुरुआत सायरन बजाने के साथ करने को कहा, लेकिन मौके पर सायरन भी नहीं मिला। मोबाइल से सायरन की आवाज धीमी होने पर आनन-फानन में पुलिस वाहन को मैदान में खड़ा किया गया। जिसके बाद पुलिस वाहन के सायरन का उपयोग किया गया। इंस्पेक्टर ने सायरन बजाते हुए रात में हमले की चेतावनी दी। इसके साथ ही मंच से माॅकड्रिल का अभ्यास कर रहे कर्मी फ्रिजिंग मोड पर स्थिर हो गए। प्रशिक्षक ने बताया कि अचानक हमले के दौरान सिर के बल लेट जाना है। शरीर का मूवमेंट (हिलना-ढुलना) नहीं करना है। स्थिर रहने पर हवाई हमलावर लोगों को भांप नहीं पाएगा। इसके बाद हमले की स्थिति में क्रॉलिंग (कोहनी और घुटनों के सहारे खिसकना) का अभ्यास सीओ ने स्वयं करके दिखाया। ऐसी स्थिति में महज 30 से 50 मीटर तक ही चला जा सकता है। इसके अलावा आग लगने की स्थिति में लुढ़ककर निकलने का तरीका बताया गया। आग की चपेट में आए व्यक्ति को बचाने के लिए कंबल या किसी कपड़े से पूरी तरह लपेटने की सलाह दी गई, जिससे आग पर काबू पाया जा सके। इसके अलावा खाली स्थान पर आग लगने पर उसे बुझाने के साथ आसपास क्षेत्र को भी पानी से गीला करना बताया, ताकि आग का दायरा न बढ़ सके। सीओ कम संसाधनों में माॅकड्रिल का अभ्यास कराने में जूझते नजर आए।
इस मौके पर एडीएम अविनाश त्रिपाठी, एडीएम धीरेंद्र कुमार, एएसपी विजय शंकर मिश्रा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।