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Ghazipur News: निजी स्कूल की महिला क्लर्क पर गबन का मुकदमा दर्ज
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नंदगंज। थाना क्षेत्र के बड़हरा गांव स्थित एक निजी स्कूल की क्लर्क महिला अदिति सिंह पर स्कूल प्रबंधक ने थाने में धोखाधड़ी सहित फर्जी दस्तावेज के नाम पर लाखों रुपये के गबन का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस छानबीन कर रही है। बड़हरा गांव निवासी फौजदार चौहान ने तहरीर देकर बताया कि महमूदपुर पाली में नर्सरी से कक्षा 10 तक उनका स्कूल है। स्कूल में तुरना गांव निवासी अदिति सिंह क्लर्क है। तीन सितंबर 2021 से वह फीस का कैश काउंटर देखती थी। वह फीस पूरा लेती थी लेकिन स्कूल के खाते में कम दिखाती थी।
वह छात्रों की फीस रसीद बुक पर नकद और कुछ फोन-पे पर ऑनलाइन लेती थी। आरोपी अपने भाई के खाते में भी यूपीआई के माध्यम से स्कूल के छात्रों के फीस का पैसे मंगाती थी।
वर्ष 2024 से विभिन्न महीनों में प्राप्त फीस में काफी अनियमितता मिली। जब हिसाब किया गया तो यह घपला सामने आया। जांच में पता चला कि फीस की मूल रसीद में और उसके कार्बन कॉपी में दर्ज रुपयों में काफी अंतर है। छात्र को दी गई मूल रसीद में 11 हजार रुपये जमा हैं, लेकिन उसके कार्बन कॉपी में 8 हजार रुपया ही दिखाया गया है।
कुछ छात्रों व उनके अभिभावकों से मूल रसीद मांगी गई और उनका मिलान कार्बन कॉपी रसीद से की गई तो गड़बड़ी मिली। रसीदों से तीन साल में करीब पांच से छह लाख रुपये का गबन अदिति सिंह की ओर से किया गया है।
50 मूल रसीदों में कार्बन और मूल रसीदों से मिलान करने पर सत्र 2024-2025 में लगभग 70,150 रुपये की हेराफेरी की गई। अदिति ने कार्बन कॉपी रसीद में जालसाजी की थी।
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वह छात्रों की फीस रसीद बुक पर नकद और कुछ फोन-पे पर ऑनलाइन लेती थी। आरोपी अपने भाई के खाते में भी यूपीआई के माध्यम से स्कूल के छात्रों के फीस का पैसे मंगाती थी।
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वर्ष 2024 से विभिन्न महीनों में प्राप्त फीस में काफी अनियमितता मिली। जब हिसाब किया गया तो यह घपला सामने आया। जांच में पता चला कि फीस की मूल रसीद में और उसके कार्बन कॉपी में दर्ज रुपयों में काफी अंतर है। छात्र को दी गई मूल रसीद में 11 हजार रुपये जमा हैं, लेकिन उसके कार्बन कॉपी में 8 हजार रुपया ही दिखाया गया है।
कुछ छात्रों व उनके अभिभावकों से मूल रसीद मांगी गई और उनका मिलान कार्बन कॉपी रसीद से की गई तो गड़बड़ी मिली। रसीदों से तीन साल में करीब पांच से छह लाख रुपये का गबन अदिति सिंह की ओर से किया गया है।
50 मूल रसीदों में कार्बन और मूल रसीदों से मिलान करने पर सत्र 2024-2025 में लगभग 70,150 रुपये की हेराफेरी की गई। अदिति ने कार्बन कॉपी रसीद में जालसाजी की थी।