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Ghazipur News: ग्रामीण इलाकों के पांच महिला अस्पताल जर्जर भवन में चल रहे, बारिश में ढहने का खतरा
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गाजीपुर। जिले के ग्रामीण इलाकों में स्थापित पांच महिला और नगर के सरकारी डिस्पेंसरी और मेडिकल केयर यूनिट जर्जर भवन में संचालित हो रहे हैं। ऐसे में वहां उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों को हादसे की आशंका सता रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बारिश से पहले शासन को पत्र भेजने का दावा किया जाता है। इसके बाद मामला ठंडा बस्ते में चला जाता है। जबकि वहां तैनात कर्मियों की ओर से मरम्मत की मांग की जाती है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रहती है।
सादात, दिलदारनगर, मरदह के बरही, मुहम्मदाबाद और सैदपुर स्थित महिला अस्पताल का भवन काफी जर्जर हो चुका है। स्थिति यह है कि बरसात में इन अस्पतालों के भवनों के गिरने की संभावना बढ़ जाती है। यहीं नहीं पीजी कॉलेज के पास सरकारी डिस्पेंसरी और नबाबगंज मेडिकल केयर यूनिट की भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। यह ऐसे भवन हैं, जिसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिह्नित किया गया है। जबकि कई स्वास्थ्य उपकेंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, जो जर्जर स्थिति में पहुंच चुके हैं। धर्मागतपुर, सिखड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की छतों से बरसात के मौसम में पानी टपकता है। हालांकि कुछ केंद्रों की मरम्मत कराई गई है। बावजूद अभी भी कई केंद्र हैं, जिनकी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
कोट
अधिकांश अस्पताल के भवनों को दुरुस्त करा दिया गया है। जिन अस्पतालों को चिह्नित किया गया है। उसकी सूची शासन को बनाकर भेज दी गई है। शासन द्वारा निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
डॉ. एसके पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, गाजीपुर
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कोट
अधिकांश अस्पताल के भवनों को दुरुस्त करा दिया गया है। जिन अस्पतालों को चिह्नित किया गया है। उसकी सूची शासन को बनाकर भेज दी गई है। शासन द्वारा निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
डॉ. एसके पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, गाजीपुर