{"_id":"62eff8c6c3ea4540c80b3ba6","slug":"health-docter-ill-gonda-news-lko6431414166","type":"story","status":"publish","title_hn":"Gonda News: जन आरोग्य मेले में बेहोश हुईं महिला चिकित्सक, मची अफरा तफरी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Gonda News: जन आरोग्य मेले में बेहोश हुईं महिला चिकित्सक, मची अफरा तफरी
संवाद न्यूज़ एजेंसी,गोंडा
Published by: लखनऊ ब्यूरो
Updated Mon, 08 Aug 2022 06:52 PM IST
विज्ञापन
सार
गोंडा के जन आरोग्य मेला में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कृतिका प्रसाद बेहोश हो गईं। इससे अफरा तफरी मच गई। हालांकि, करीब दो घंटे बाद हालात सामान्य हो गए।

फोटो-13 गोंडा में बेलसर के माधवपुर पीएचसी पर आरोग्य मेले में मरीजों का इलाज करती डॉक्टर। -संवाद
- फोटो : GONDA

विस्तार
मरीजों को स्थानीय स्तर पर मुफ्त जांच व इलाज की सुविधा देने के लिए जिले के 52 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन आरोग्य मेला आयोजित किया गया। स्वास्थ्य मेले में मौसम जनित व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों की जांच करवाकर दवाएं दी गईं। इस दौरान आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड भी बनाए गए। बेलसर के माधवपुर पीएचसी की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कृतिका प्रसाद मरीजों का इलाज करते समय बेहोश हो गईं। डॉक्टर के बेहोश होने पर पीएचसी पर अफरा तफरी का माहौल रहा।
विज्ञापन
Trending Videos
जिले में मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेले की खानापूर्ति की गई। अधिकांश स्थानों पर मरीजों को बिना जांच किए दवाएं दे दी गई। बेलसर सीएचसी पर मरीजों का इलाज करते समय प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. कृतिका प्रसाद बेहोश हो गईं। स्वास्थ्य कर्मियों ने उनका प्राथमिक इलाज किया। डॉक्टर के बेहोश होने पर घंटों तक अफरा तफरी का माहौल रहा। करीब दो घंटे बाद डॉक्टर का स्वास्थ्य सामान्य हुआ। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, माधवपुर में 40 मरीजों का इलाज हुआ। डॉ. यशविंदर कौर ने चर्म रोग के 30 मरीज व बुखार के तीन मरीजों का इलाज किया। मेले में एएनएम पुष्पा देवी, फार्मासिस्ट दिवाकर, वार्ड ब्वाय रामचंद्र मनोज आदि मौजूद रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
जिले के अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगे आरोग्य मेले में मरीजों का इलाज किया गया। इस दौरान आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए। परिवार नियोजन संबंधी परामर्श देते हुए नियोजन संबंधी उपकरण वितरित किए गए। मेले में एलोपैथिक के साथ आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सकों ने मरीजों का इलाज किया। मेले में आने वाले अधिकांश मरीज मौसमजनित बीमारी से ग्रसित थे। मरीजों को डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार, फाइलेरिया संबंधी बीमारियों की दवाएं दी गई।