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Hapur News: नई सदी परमाणु बम के गहने पहने बैठी है.....
संवाद न्यूज एजेंसी, हापुड़
Updated Tue, 10 Sep 2024 10:02 PM IST
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- मां तुझे प्रणाम के तहत कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन, शहीद के परिजनों को किया सम्मानित
हापुड़। अमर सपूतों की याद में अमर उजाला के अभिनव अभियान मां तुझे प्रणाम कार्यक्रम की श्रंखला में मंगलवार शाम गढ़ रोड स्थित दयाल रिजेंसी में कवियों की महफिल सजी। ओज, शृंगार, हास्य के कवियों ने ऐसा समा बांधा कि श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम में अमर शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
देश के अमर सपूतों की वीरता का बखान करते हुए वीर रस के कवि अनुभव शुक्ला ने पढ़ा आजादी के मस्तानों की टोली को हम सब नमन करें, गोरों के सीने पर लगती गोली को हम नमन करें, हंसते-हंसते फांसी पर झूलें वो तीनों दीवाने, बसंती चोला गाती उस बोली को हम नमन करें.. सुनाया तो लोगों ने भारत माता के जयघोष करने शुरू कर दिए। वहीं, विख्यात कवि डॉ. हरिओम पंवार ने ओज की कविता का पाठ जोशीले अंदाज में किया तो श्रोता भी जोश में आकर जयकारे लगाने लगे और कुर्सियों पर खड़े होकर तालियों से अभिवादन किया।
माहौल को हल्का और खुशनुमा करने के लिए मशहूर हास्य कवि शंभु शिखर ने अपनी कविताओं से हसगुल्लों की बौछार कर दी। हंसी के ठहाकों से पूरा हॉल गूंज गया। शृंगार की कवयित्री शिखा दीप्ति और मोहन मुंतजिर ने भी कार्यक्रम को बांधे रखा। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण व श्रमिक विकास सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष यशवीर सिंह, सदर विधायक विजयपाल आढ़ती, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी, व्यापार प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश संयोजक विनीत शारदा, प्रदीप त्यागी, रामकुमार त्यागी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश तोमर, सीडीओ हिमांशु गौतम, सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी, जिला पंचायत अध्यक्ष पति प्रमोद नागर, शांतनु सिंहल, सोनू चुग, पवन शर्मा, अमन गुप्ता, टुक्कीराम गर्ग, अजय त्यागी, अशोक बबली, विनोद गुप्ता, डॉ. एसपी सिंह, कपिल एसएस, गौरव रूढ़कीवाल, विवेक गर्ग, दीपक गोयल, नरेंद्र अग्रवाल, विजय शंकर शर्मा, नीरज सैनी, भव्य सैनी, संजय डाबर, रितिक त्यागी, संजय गहलौत, पीयूष, अमित गुप्ता, ताराचंद भट्ट मौजूद रहे।
कवियों की ये पक्तियां रही महफिल की शान-
नई सदी परमाणु बम के गहने पहने बैठी है, घायल धरती मां अंबर से पीड़ा कहने बैठी है, मुझको ये पूरी दुनिया लाचार दिखाई देती है, चीर हरण के चौसर का दरबार दिखाई देती है जग की खुश हाली की लेकिन दिल में आग भरी है, दुनिया की बदहाली की।-- -- डॉ. हरिओम पंवार
आजादी के मस्तानों की टोली को हम नमन करें, गोरों के सीने पर लगती गोली को हम नमन करें, हंसते-हंसते फांसी पर झूले वो तीनों दीवाने, बसंती चोला गाती उस बोली को हम नमन करें। -अनुभव शुक्ला
बाबूजी से अच्छा कोई यार नही हो सकता है, भाई बहन से बेहतर रिश्तेदार नही हो सकता है, मां से बढ़कर इस दुनिया में केवल मां ही होती है, मां से बढ़कर और किसी का प्यार नही हो सकता है। - मोहन मुंतजिर
मनहूस से चेहरे को सदा डांटता हूं में, गम की बदलियों में भी खुशी छांटता हूं में, भाता नहीं मुझको कोई चेहरा उदास सा, बस इसलिए ही सभी को हंसी बांटता हूं मै। - शंभु शिखर
समझकर सार जीवन का में गीता बनके निकलूंगी, समर्पण कर स्वयं का में विनीता बनके निकलूंगी, मेरी आंखों के दंडकवन तुम वनवास तो काटो, मुझे है राम की सौगंध सीता बनके निकलूंगी। - शिखा दीप्ति
शहीदों के इन परिजनों को मिला सम्मान-
गांव सौलाना के शहीद जीतेंद्र की बहन लवली, गांव मुदाफरा के शहीद शोभित शर्मा की पत्नी ज्योति शर्मा, गांव डूहरी के शहीद मंगलराम सिंह के पौत्र कुलदीप तोमर।
पूर्व सैनिकों को भी किया सम्मानित
वारंट ऑफिसर मनवीर सिंह, कैप्टन राजेश चौधरी, कैप्टन गोपी चंद, सूबेदार मेजर महेंद्र सिंह, सूबेदार सुंदर सिंह, सूबेदार इंद्रपाल, हवलदार केपी सिंह, हवलदार कुंवर पाल, हवलदार चंद्र सिंह, हवलदार राजेंद्र सिंह, सूबेदार मेजर सुखवीर सिंह, हवलदार ओमप्रकाश, वारंट ऑफिसर शिव कुमार।
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हापुड़। अमर सपूतों की याद में अमर उजाला के अभिनव अभियान मां तुझे प्रणाम कार्यक्रम की श्रंखला में मंगलवार शाम गढ़ रोड स्थित दयाल रिजेंसी में कवियों की महफिल सजी। ओज, शृंगार, हास्य के कवियों ने ऐसा समा बांधा कि श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम में अमर शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
देश के अमर सपूतों की वीरता का बखान करते हुए वीर रस के कवि अनुभव शुक्ला ने पढ़ा आजादी के मस्तानों की टोली को हम सब नमन करें, गोरों के सीने पर लगती गोली को हम नमन करें, हंसते-हंसते फांसी पर झूलें वो तीनों दीवाने, बसंती चोला गाती उस बोली को हम नमन करें.. सुनाया तो लोगों ने भारत माता के जयघोष करने शुरू कर दिए। वहीं, विख्यात कवि डॉ. हरिओम पंवार ने ओज की कविता का पाठ जोशीले अंदाज में किया तो श्रोता भी जोश में आकर जयकारे लगाने लगे और कुर्सियों पर खड़े होकर तालियों से अभिवादन किया।
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माहौल को हल्का और खुशनुमा करने के लिए मशहूर हास्य कवि शंभु शिखर ने अपनी कविताओं से हसगुल्लों की बौछार कर दी। हंसी के ठहाकों से पूरा हॉल गूंज गया। शृंगार की कवयित्री शिखा दीप्ति और मोहन मुंतजिर ने भी कार्यक्रम को बांधे रखा। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण व श्रमिक विकास सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष यशवीर सिंह, सदर विधायक विजयपाल आढ़ती, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी, व्यापार प्रकोष्ठ भाजपा के प्रदेश संयोजक विनीत शारदा, प्रदीप त्यागी, रामकुमार त्यागी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश तोमर, सीडीओ हिमांशु गौतम, सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी, जिला पंचायत अध्यक्ष पति प्रमोद नागर, शांतनु सिंहल, सोनू चुग, पवन शर्मा, अमन गुप्ता, टुक्कीराम गर्ग, अजय त्यागी, अशोक बबली, विनोद गुप्ता, डॉ. एसपी सिंह, कपिल एसएस, गौरव रूढ़कीवाल, विवेक गर्ग, दीपक गोयल, नरेंद्र अग्रवाल, विजय शंकर शर्मा, नीरज सैनी, भव्य सैनी, संजय डाबर, रितिक त्यागी, संजय गहलौत, पीयूष, अमित गुप्ता, ताराचंद भट्ट मौजूद रहे।
कवियों की ये पक्तियां रही महफिल की शान-
नई सदी परमाणु बम के गहने पहने बैठी है, घायल धरती मां अंबर से पीड़ा कहने बैठी है, मुझको ये पूरी दुनिया लाचार दिखाई देती है, चीर हरण के चौसर का दरबार दिखाई देती है जग की खुश हाली की लेकिन दिल में आग भरी है, दुनिया की बदहाली की।
आजादी के मस्तानों की टोली को हम नमन करें, गोरों के सीने पर लगती गोली को हम नमन करें, हंसते-हंसते फांसी पर झूले वो तीनों दीवाने, बसंती चोला गाती उस बोली को हम नमन करें। -अनुभव शुक्ला
बाबूजी से अच्छा कोई यार नही हो सकता है, भाई बहन से बेहतर रिश्तेदार नही हो सकता है, मां से बढ़कर इस दुनिया में केवल मां ही होती है, मां से बढ़कर और किसी का प्यार नही हो सकता है। - मोहन मुंतजिर
मनहूस से चेहरे को सदा डांटता हूं में, गम की बदलियों में भी खुशी छांटता हूं में, भाता नहीं मुझको कोई चेहरा उदास सा, बस इसलिए ही सभी को हंसी बांटता हूं मै। - शंभु शिखर
समझकर सार जीवन का में गीता बनके निकलूंगी, समर्पण कर स्वयं का में विनीता बनके निकलूंगी, मेरी आंखों के दंडकवन तुम वनवास तो काटो, मुझे है राम की सौगंध सीता बनके निकलूंगी। - शिखा दीप्ति
शहीदों के इन परिजनों को मिला सम्मान-
गांव सौलाना के शहीद जीतेंद्र की बहन लवली, गांव मुदाफरा के शहीद शोभित शर्मा की पत्नी ज्योति शर्मा, गांव डूहरी के शहीद मंगलराम सिंह के पौत्र कुलदीप तोमर।
पूर्व सैनिकों को भी किया सम्मानित
वारंट ऑफिसर मनवीर सिंह, कैप्टन राजेश चौधरी, कैप्टन गोपी चंद, सूबेदार मेजर महेंद्र सिंह, सूबेदार सुंदर सिंह, सूबेदार इंद्रपाल, हवलदार केपी सिंह, हवलदार कुंवर पाल, हवलदार चंद्र सिंह, हवलदार राजेंद्र सिंह, सूबेदार मेजर सुखवीर सिंह, हवलदार ओमप्रकाश, वारंट ऑफिसर शिव कुमार।