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Hapur News: हवा में घुला बारूद का धुआं, 333 पहुंचा एक्यूआई
संवाद न्यूज एजेंसी, हापुड़
Updated Wed, 22 Oct 2025 10:06 PM IST
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हापुड़। दिवाली पर जमकर हुई आतिशबाजी से प्रदूषित हुई हवा में मंगलवार को बारूद का धुआं घुला रहा। मंगलवार रात सबसे अधिक 333 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं, बुधवार को दिन में अधिकतम एक्यूआई 305 पहुंच गया। बड़ी बात यह है कि वायु प्रदूषण में धूल के कणों की मात्रा अधिक होने से पीएम 2.5 का स्तर अधिक बना हुआ है, जो बुधवार को भी 301 पर दर्ज हुआ जबकि, पीएम 10 का स्तर 192 पर दर्ज हुआ। इस कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। वहीं, बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ग्रैप का दूसरा चरण जिले में लागू कर दिया गया है।
जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के दूसरे चरण को लागू कर दिया है। बहुत अधिक खराब श्रेणी में प्रदूषण का स्तर रहने के कारण यह निर्णय लिया गया। वहीं, बुधवार को प्रदूषण का असर सड़क पर दिखाई दिया। सुबह करीब आठ बजे तक और शाम चार बजे के बाद सड़कों पर धुंध छा गई। इस दौरान सूरज की हल्की रोशनी ही लोगों को दिखाई दी। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण मुख्य मार्गों से गुजरने के दौरान लोगों को परेशानी हो रही थी। वाहनों से निकलते धुएं और उड़ती धूल के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई।
वहीं, मौसम वैज्ञानिक अशोक कुमार ने बताया कि अगले कुछ दिनों में एक्यूआई में और गिरावट आ सकती है। तापमान में गिरावट का असर देखने को मिल सकता है। हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। तेज हवा चलने से प्रदूषण का स्तर कम हो जाएगा। ऐसे में लोगों को प्रदूषण से बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए।
बंद नहीं हो रही आतिशबाजी
दिवाली के बाद आतिशबाजी बंद नहीं हो रही है। मंगलवार और बुधवार की रात भी मोहल्लों में जमकर आतिशबाजी हुई। इस दौरान लोग ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल बहुत कम कर रहे हैं। साधारण पटाखों का इस्तेमाल अधिक हो रहा है।
ग्रैप के दूसरे चरण में लगी पाबंदी--
- आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इकाइयों में डीजल जनरेटर पर रोक। हालांकि, इमरजेंसी सेवाओं के लिए डीजल जनरेटर के इस्तेमाल में छूट दी गई।
- धूल उत्पन्न करने वाले निर्माण कार्य न करें।
- होटल व रेस्तरां में कोयला के इस्तेमाल पर रोक।
- खुले में लकड़ी व कूड़ा आदि जलाने पर रोक।
बुधवार को जिले में वायु प्रदूषण की स्थिति--
समय एक्यूआई
रात एक बजे 305
रात तीन बजे 299
सुबह पांच बजे 298
सुबह सात बजे 299
सुबह नौ बजे 301
सुबह 11 बजे 302
दोपहर एक बजे 304
दोपहर तीन बजे 301
शाम पांच बजे 301
यह होता है पीएम 2.5-- -- -
पीएम 2.5 हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों का एक प्रकार है, जिनका व्यास (2.5) माइक्रोमीटर या उससे कम होता है, जो मानव बाल से भी कई गुना छोटा बनाता है। यह कण दहन, जैसे कि वाहनों, बिजली संयंत्रों और औद्योगिक प्रक्रियाओं से उत्पन्न होते हैं और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं। जिससे हृदय रोग, श्वसन संबंधी बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
कोट -
नगर पालिका के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि सड़कों पर पानी का छिड़काव कराएं। साथ ही ग्रैप के दूसरे चरण की पाबंदी भी सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए गए हैं।
- संदीप कुमार, एडीएम

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जिले में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के दूसरे चरण को लागू कर दिया है। बहुत अधिक खराब श्रेणी में प्रदूषण का स्तर रहने के कारण यह निर्णय लिया गया। वहीं, बुधवार को प्रदूषण का असर सड़क पर दिखाई दिया। सुबह करीब आठ बजे तक और शाम चार बजे के बाद सड़कों पर धुंध छा गई। इस दौरान सूरज की हल्की रोशनी ही लोगों को दिखाई दी। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण मुख्य मार्गों से गुजरने के दौरान लोगों को परेशानी हो रही थी। वाहनों से निकलते धुएं और उड़ती धूल के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई।
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वहीं, मौसम वैज्ञानिक अशोक कुमार ने बताया कि अगले कुछ दिनों में एक्यूआई में और गिरावट आ सकती है। तापमान में गिरावट का असर देखने को मिल सकता है। हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। तेज हवा चलने से प्रदूषण का स्तर कम हो जाएगा। ऐसे में लोगों को प्रदूषण से बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए।
बंद नहीं हो रही आतिशबाजी
दिवाली के बाद आतिशबाजी बंद नहीं हो रही है। मंगलवार और बुधवार की रात भी मोहल्लों में जमकर आतिशबाजी हुई। इस दौरान लोग ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल बहुत कम कर रहे हैं। साधारण पटाखों का इस्तेमाल अधिक हो रहा है।
ग्रैप के दूसरे चरण में लगी पाबंदी
- आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इकाइयों में डीजल जनरेटर पर रोक। हालांकि, इमरजेंसी सेवाओं के लिए डीजल जनरेटर के इस्तेमाल में छूट दी गई।
- धूल उत्पन्न करने वाले निर्माण कार्य न करें।
- होटल व रेस्तरां में कोयला के इस्तेमाल पर रोक।
- खुले में लकड़ी व कूड़ा आदि जलाने पर रोक।
बुधवार को जिले में वायु प्रदूषण की स्थिति
समय एक्यूआई
रात एक बजे 305
रात तीन बजे 299
सुबह पांच बजे 298
सुबह सात बजे 299
सुबह नौ बजे 301
सुबह 11 बजे 302
दोपहर एक बजे 304
दोपहर तीन बजे 301
शाम पांच बजे 301
यह होता है पीएम 2.5
पीएम 2.5 हवा में मौजूद सूक्ष्म कणों का एक प्रकार है, जिनका व्यास (2.5) माइक्रोमीटर या उससे कम होता है, जो मानव बाल से भी कई गुना छोटा बनाता है। यह कण दहन, जैसे कि वाहनों, बिजली संयंत्रों और औद्योगिक प्रक्रियाओं से उत्पन्न होते हैं और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं। जिससे हृदय रोग, श्वसन संबंधी बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
कोट -
नगर पालिका के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि सड़कों पर पानी का छिड़काव कराएं। साथ ही ग्रैप के दूसरे चरण की पाबंदी भी सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए गए हैं।
- संदीप कुमार, एडीएम