हाथरस में बच्ची की निर्मम हत्या: शव बोरे में बंद कुंआ के अंदर पड़ा मिला, गमछे से घोंटा गया गला
पिता ने बताया कि उर्वी लापता होने से पहले मेरे बड़े भाई विजयपाल के बेटे का साथ खेल रही थी। उन्होंने थाने पर दर्ज कराई रिपोर्ट में विजयपाल की पत्नी सोमवती पर उर्वी की हत्या करने का संदेह जताया है।

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हाथरस में सिकंदराराऊ के गांव मऊ चिरायल में अनुसूचित जाति की बालिका अनव्या उर्फ उर्वी (छह) की 3 सितंबर को गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। बोरे में बंधा उसका शव गांव में स्थित एक कुएं में मिला है। पिता ने अपने बड़े भाई की पत्नी पर उर्वी की हत्या करने का संदेह जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।

अन्नया गांव के ही श्रीकृष्ण की बेटी थी। परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार श्रीकृष्ण के चार बेटियों के बाद करीब छह माह पूर्व बेटे तासिप का जन्म हुआ था, इस खुशी में 2 सितंबर को घर में जाहरवीर की जोत का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें रिश्तेदार भी आए हुए थे। कार्यक्रम के बाद सबने खाना खाया और सो गए।
3 सितंबर की सुबह परिवार रिश्तेदारों को विदा कर रहा था, इस दौरान श्रीकृष्ण व अन्य परिजनों को बच्ची नजर नहीं आई। दोपहर करीब एक बजे उसका शव घर से 20-25 मीटर दूर स्थित कुएं में बोरे में बंद मिला। उसके गले में सफेद रंग का गमछा लिपटा हुआ था।
पिता ने बताया कि उर्वी लापता होने से पहले मेरे बड़े भाई विजयपाल के बेटे का साथ खेल रही थी। उन्होंने थाने पर दर्ज कराई रिपोर्ट में विजयपाल की पत्नी सोमवती पर उर्वी की हत्या करने का संदेह जताया है।
बच्ची के साथ क्या हुआ और उसकी कैसे हत्या की गई
बच्ची की गमछे से गला घोंटकर हत्या की गई है। मृतका के पिता ने अपनी भाभी पर संदेह जताया है। उनका कहना है कि बेटे जन्म से वह खुश नहीं थी और मंगलवार रात हुए धार्मिक कार्यक्रम में वह नहीं आई थी। पुलिस उनकी तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।-चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसपी, हाथरस