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Hathras: कुपोषण ने ली जान, बच्ची की मौत, अतिकुपोषित आठ बच्चों का चल रहा उपचार
अमर उजाला नेटवर्क, हाथरस
Updated Thu, 28 Nov 2024 02:02 AM IST
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सार
24 नवंबर की रात बच्ची को बुखार आया था, अगले दिन सुबह वह उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे। 26 की सुबह वह बच्ची को लेकर बागला जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उसे पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर लिया गया। 27 नवंबर तड़के साढ़े तीन बजे उसकी तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई।

बच्ची की मौत के बाद घर पर विलाप करते परिजन
- फोटो : संवाद
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विस्तार
पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्ची मधु (छह माह) की 27 नवंबर की तड़के तबीयत बिगड़ गई। केंद्र से बच्ची को आनन-फानन जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया, जहां से उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। रास्ते में बच्ची की मौत हो गई। केंद्र में भर्ती अतिकुपोषित आठ बच्चों का अभी उपचार चल रहा है।

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पिता राजकुमार ने बताया कि गत 24 नवंबर की रात बच्ची को बुखार आया था, अगले दिन सुबह वह उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे। स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद पैरामेडिकल स्टॉफ ने बच्ची को बहुत कमजोर बताया और जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। वह बच्ची के कपड़े और अन्य सामान लेकर पहुंचे तो पैरामेडिकल स्टॉफ जा चुका था। 26 की सुबह वह बच्ची को लेकर बागला जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उसे पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर लिया गया। वह बच्ची की मां को वहां छोड़कर पैसों की व्यवस्था करने चले गए।
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27 नवंबर तड़के साढ़े तीन बजे उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर सूर्य प्रकाश ने बताया कि तबीयत बिगड़ने पर उसे पोषण पुनर्वास केंद्र से इमरजेंसी में लाया गया और जहां से गंभीर हालत देखते हुए अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया। रास्ते में बच्ची की मौत हो गई।
बोले पिता, नहीं दी सूचना, एंबुलेंस से शव घर पहुंचने पर चला पता
बच्ची के पिता राजकुमार एक होटल पर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची मधु को भर्ती किए जाने के बाद वह पैसों का इंतजाम करने के लिए घर चले गए थे। अपना मोबाइल नंबर और पता लिखवा दिया था। इसके बाद भी उन्हें न तो रेफर किए जाने और न मौत होने की जानकारी दी गई। उन्हें बताए बिना ही उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया। जब तक वह घर से निकलते एंबुलेंस शव लेकर घर पहुंच चुकी थी।