{"_id":"68c879c7c9bdf67a1a0780fa","slug":"after-the-death-of-the-newborn-the-hospital-operator-absconded-with-the-goods-maharajganj-news-c-206-1-mhg1001-159690-2025-09-16","type":"story","status":"publish","title_hn":"Maharajganj News: नवजात की मौत के बाद अस्पताल संचालक सामान समेत हुआ फरार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Maharajganj News: नवजात की मौत के बाद अस्पताल संचालक सामान समेत हुआ फरार
विज्ञापन

विज्ञापन
कोल्हुई। थाना क्षेत्र में एक निजी अस्पताल में नवजात की मौत का मामला सामने आया था। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया था। शिकायत के बाद जब लोग अस्पताल पहुंचे तो संचालक सारा सामान लेकर फरार हो चुका था।
जानकारी के अनुसार, पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पोखरभिंडा निवासी विष्णु सहानी ने अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर नौ सितंबर को कोल्हुई थाना क्षेत्र के जिगिनिहा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। अस्पताल संचालक ने मामला गंभीर बताकर ऑपरेशन की सलाह दी, जिसके लिए परिजन तैयार हो गए। ऑपरेशन के बाद नवजात की हालत बिगड़ने लगी लेकिन परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने बच्चे को समय पर रेफर नहीं किया। 11 सितंबर को हालत गंभीर होने पर बच्चे को रेफर किया गया जिसके बाद गोरखपुर में इलाज के दौरान नवजात की मौत हो गई। पिता विष्णु सहानी का कहना है कि यदि पहले दिन ही बच्चे को रेफर कर दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी।
नवजात की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने कोल्हुई थाने में शिकायत दर्ज कराई और अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सोमवार दोपहर जब पीड़ित परिवार और कुछ लोग अस्पताल पहुंचे तो उन्हें अस्पताल बंद मिला। संचालक सारा सामान लेकर फरार हो चुका था। कोल्हुई थानाध्यक्ष गौरव कन्नौजिया ने बताया कि मामला संज्ञान में है जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

Trending Videos
जानकारी के अनुसार, पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पोखरभिंडा निवासी विष्णु सहानी ने अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर नौ सितंबर को कोल्हुई थाना क्षेत्र के जिगिनिहा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। अस्पताल संचालक ने मामला गंभीर बताकर ऑपरेशन की सलाह दी, जिसके लिए परिजन तैयार हो गए। ऑपरेशन के बाद नवजात की हालत बिगड़ने लगी लेकिन परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने बच्चे को समय पर रेफर नहीं किया। 11 सितंबर को हालत गंभीर होने पर बच्चे को रेफर किया गया जिसके बाद गोरखपुर में इलाज के दौरान नवजात की मौत हो गई। पिता विष्णु सहानी का कहना है कि यदि पहले दिन ही बच्चे को रेफर कर दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
नवजात की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने कोल्हुई थाने में शिकायत दर्ज कराई और अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सोमवार दोपहर जब पीड़ित परिवार और कुछ लोग अस्पताल पहुंचे तो उन्हें अस्पताल बंद मिला। संचालक सारा सामान लेकर फरार हो चुका था। कोल्हुई थानाध्यक्ष गौरव कन्नौजिया ने बताया कि मामला संज्ञान में है जांच कर कार्रवाई की जाएगी।