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बांकेबिहारी मंदिर: शरद पूर्णिमा पर रासेश्वर रूप में दर्शन देंगे ठाकुरजी, श्रद्धालुओं का उमड़ेगा हुजूम
संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: अरुन पाराशर
Updated Sun, 05 Oct 2025 11:37 PM IST
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सार
शरद पूर्णिमा पर भक्त अपने ठाकुरजी को तरह-तरह की बासुरियां अर्पित करते हैं। सोने-चांदी की बांसुरियां भी ठाकुरजी को अर्पित किए जाने की परंपरा है।

बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़।
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विस्तार
वृंदावन में ठाकुर श्रीबांकेबिहारीजी महाराज सोमवार को रासेश्वर रूप में दर्शन देंगे। ठाकुरजी को मोर मुकुट, कटिकाछिनी, स्वर्ण व रजत ब्रजरत्न मुकुट, लकुटी और बांसुरी अर्पित की जाएंगी। अधरों पर मुरली की प्रतीकात्मक भावध्वनि ऐसा वातावरण बनाएगी कि लोग आराध्य की भक्ति में खोए हुए नजर आएंगे।
ठाकुरजी के दिव्य स्वरूप के दर्शन के लिए दिनभर श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही। रविवार को दिन भर लगने वाले जाम ने साबित कर दिया कि शरद पूर्णिमा को भीड़ का आलम क्या होगा। पुलिस की इस दिन विशेष चौकसी रहेगी। वहीं सफेद बेशकीमती जड़ाऊ पोशाक और स्वर्ण-रजत आभूषणों से सुसज्जित बिहारीजी को खीर, चंद्रकला व छप्पन भोग निवेदित किए जाएंगे।

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ठाकुरजी के दिव्य स्वरूप के दर्शन के लिए दिनभर श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रही। रविवार को दिन भर लगने वाले जाम ने साबित कर दिया कि शरद पूर्णिमा को भीड़ का आलम क्या होगा। पुलिस की इस दिन विशेष चौकसी रहेगी। वहीं सफेद बेशकीमती जड़ाऊ पोशाक और स्वर्ण-रजत आभूषणों से सुसज्जित बिहारीजी को खीर, चंद्रकला व छप्पन भोग निवेदित किए जाएंगे।
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इस दिन भक्त अपने ठाकुरजी को तरह-तरह की बासुरियां अर्पित करते हैं। सोने-चांदी की बांसुरियां भी ठाकुरजी को अर्पित किए जाने की परंपरा है। सेवायत नितिन सांवरिया बताते हैं कि चांद की रोशनी ठाकुरजी के चरण वंदन करती है। इस दिन का सभी को इंतजार रहता है। इसलिए दूर दराज से लोग पहले ही पहुंच जाते हैं। सुबह से ही मंदिर में भीड़ हो जाती है। मंदिर प्रबंधन और गोस्वामियों ने भी अपनी ओर से ऐसी व्यवस्था की है कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।