Moradabad: तेज रफ्तार ट्रक ने टेंपो में मारी टक्कर, दंपती की मौत; दूर जा छिटका पांच साल का मासूम, हुआ जख्मी
बिलारी में हुए सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत हो गई। उनका पांच साल का बेटा और अन्य रिश्तेदार जख्मी हो गया। पुलिस आरोपी ट्रक चालक की तलाश कर रही है। हादसे के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।


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मुरादाबाद-आगरा हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से टेंपो सवार अजय पाल (30), उनकी पत्नी पूनम (25) की माैत हो गई। जबकि टेंपो में उनके साथ बैठा बेटा प्रिंस (5) और रिश्तेदार पुष्पेंद्र (25) घायल हो गए। पुष्पेंद्र की हालत भी नाजुक बताई जा रही है।
हादसा मंगलवार देर रात 11 बजे बिलारी क्षेत्र में स्थित इब्राहिमपुर टोल प्लाजा के पास हुआ। थाना आंवला (बरेली) के गांव बेटा जानू निवासी टेंपो चालक अजय पाल पत्नी पूनम के साथ टेंपो से मुरादाबाद होते हुए नोएडा जा रहे थे।
टेंपो में अजय पाल का बेटा प्रिंस और उनका मौसेरा भाई थाना कासगंज के नवैनी गांव निवासी पुष्पेंद्र भी सवार था। जैसे ही उनका टेंपो इब्राहिमपुर टोल प्लाजा के पास पहुंचा तभी बिलारी की ओर से चंदौसी जा रहे तेज रफ्तार ट्रक ने टेंपो को रौंद दिया।
ट्रक की टक्कर से टेंपो पलट गया और टेंपो में सवार बच्चे समेत चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही थाना बिलारी पुलिस माैके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल बिलारी पहुंचाया।
अस्पताल में चिकित्सक ने देखते ही अजय पाल और उसकी पत्नी पूनम को मृत घोषित कर दिया जबकि अजय पाल के मौसेरे भाई पुष्पेंद्र की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
प्रिंस के मामूली चोट आने पर उसका प्राथमिक उपचार किया गया। बताया जाता है कि अजय पाल नोएडा में टेंपो चलाता था। तीन दिन पहले वह अपने घर किसी खुशी के कार्यक्रम में शामिल होने आया था।
ट्रेन से गिरकर गोंडा के युवक की मौत
नौकरी की तलाश में घर से निकले युवक की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। मूंढापांडे थाना क्षेत्र के हरसैनपुर के पास रेलवे ट्रैक पर मंगलवार को एक युवक का शव मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। पुलिस ने मृतक की पहचान 35 वर्षीय अजय के रूप में कराई। अजय गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के लौवो वीर का रहने वाला था।
मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई। थाना प्रभारी राजीव शर्मा ने बताया कि अजय के परिवार से फोन पर बातचीत हुई है। उन्होंने बताया कि अजय नौकरी की तलाश में अनूप शहर गया था। वहां से घर लौट रहा था। उसकी जेब से अयोध्या का टिकट मिला है।