कुंदरकी। दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार के दौरान डेंगू आशंकित प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई। शव घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं कुंदरकी क्षेत्र में डेंगू आशंकितों के जान गंवाने का सिलसिला जारी है।
कुंदरकी ब्लॉक क्षेत्र में मुरादाबाद संभल हाईवे से सटे ग्राम असालत नगर बघा निवासी प्रॉपर्टी डीलर राशिद हुसैन सैफी (45) को 15 दिनों पहले बुखार आया था। पहले मुरादाबाद के निजी अस्पतालों में उपचार कराया गया, लेकिन कोई आराम नहीं हुआ तो परिजन दिल्ली के एक अस्पताल ले गए। वहां भी उपचार होने के बावजूद भी राशिद की जान नहीं बच सकी। वहीं पर पीड़ित के ब्लड की जांच में डेंगू की पुष्टि होनी बताई गई है।
रविवार को राशिद का शव घर पर पहुंचा। वहीं शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। गम से बेहाल परिजनों को रिश्तेदार और सगे संबंधी ढांढस बंधाते रहे। कुछ देर के बाद ही गमगीन माहौल में राशिद के शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। दफन में काफी संख्या में लोग शामिल रहे।
कुंदरकी। दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार के दौरान डेंगू आशंकित प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई। शव घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं कुंदरकी क्षेत्र में डेंगू आशंकितों के जान गंवाने का सिलसिला जारी है।
कुंदरकी ब्लॉक क्षेत्र में मुरादाबाद संभल हाईवे से सटे ग्राम असालत नगर बघा निवासी प्रॉपर्टी डीलर राशिद हुसैन सैफी (45) को 15 दिनों पहले बुखार आया था। पहले मुरादाबाद के निजी अस्पतालों में उपचार कराया गया, लेकिन कोई आराम नहीं हुआ तो परिजन दिल्ली के एक अस्पताल ले गए। वहां भी उपचार होने के बावजूद भी राशिद की जान नहीं बच सकी। वहीं पर पीड़ित के ब्लड की जांच में डेंगू की पुष्टि होनी बताई गई है।
रविवार को राशिद का शव घर पर पहुंचा। वहीं शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। गम से बेहाल परिजनों को रिश्तेदार और सगे संबंधी ढांढस बंधाते रहे। कुछ देर के बाद ही गमगीन माहौल में राशिद के शव को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। दफन में काफी संख्या में लोग शामिल रहे।