Pratapgarh : आंधी का कहर...उखड़ गए पेड़-खंभे, टूटे हाईटेंशन तार, चारों तरफ मचा हाहाकार
बुधवार देर रात 11 बजे जिले में मौसम ने जबरदस्त कहर ढाया। आसमान में बिजली की गड़गड़ाहट के साथ आई आंधी ने पेड़ों को उखाड़ दिया। 50 किमी की रफ्तार से चलीं तेज हवाओं के चलते ग्रामीण अंचल में 150 सौ से अधिक बिजली के खंभे व जगह-जगह तार टूट गए।


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बुधवार देर रात 11 बजे जिले में मौसम ने जबरदस्त कहर ढाया। आसमान में बिजली की गड़गड़ाहट के साथ आई आंधी ने पेड़ों को उखाड़ दिया। 50 किमी की रफ्तार से चलीं तेज हवाओं के चलते ग्रामीण अंचल में 150 सौ से अधिक बिजली के खंभे व जगह-जगह तार टूट गए। आंधी संग बारिश से मौसम अचानक बदल गया। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक बिजली ठप होने से अंधेरा छा गया। बिजली गुल होने से लोग हैरान परेशान रहे।
33 हजार केवीए लाइन में ब्रेक डाउन के चलते देररात शहरी क्षेत्र में चार घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रहीं। जबकि ग्रामीण अंचल के उपकेंद्रों से जुड़े सैंकड़ों गांवों में देररात से लेकर बृहस्पतिवार दोपहर तक बिजली गुल रही। अचानक 12 घंटे हुई बिजली कटौती के चलते लोगों के इनवर्टर दगा दे गए। मोबाइल भी बंद होने से लोग परेशान रहे। आपूर्ति नहीं होने के कारण गांवों में लोगों को पेयजल समस्या से जूझना पड़ा।
बृहस्पतिवार सुबह बिजलीकर्मियों ने टूटे खंभों व तारों को सुधारने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया। दोपहर बाद ग्रामीण अंचल के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। कादीपुर उपकेंद्र के कुसुमी में हाईटेंशन तार से बांस टकराने के कारण तीन घंटे तक आपूर्ति बंद रही। रात दो बजे आपूर्ति बहाल हो सकी।
लालगंज विद्युत वितरण खंड के रानीगंज अजगरा विद्युत उपकेंद्र के बढ़नी, मोहनगंज, बहुचरा समेत अन्य पांच फीडरों से जुड़े 100 से अधिक गांवों में 150 से अधिक खंभे आंधी के चलते टूट गए। सबसे अधिक नुकसान पड़वासी, उसरहा का पुरवा, अमरौना, सराय आना देव, बहुचरा में हुआ है। हरे पेड़ों की डाल टूटकर हाईटेंशन तारों पर गिरने से विद्युत खंभे टूट गए। 33 हजार केवीए लाइन को दोपहर तक होल्ड पर रखा गया। बिजलीकर्मियों ने हाईटेंशन तारों को सही किया। टूटे खंभों की जगह नए विद्युत खंभे लगाकर आपूर्ति को बहाल कराया। जेई अखिलेश ने बताया कि उपकेंद्र से जुड़े गांवों में बुधवार रात 11 बजे से आपूर्ति ठप रही। बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे के बाद आपूर्ति बहाल हो सकी। पहाड़पुर व हंड़ौर उपकेंद्र पर के कई फीडर के गांवों में कई घंटे तक आपूर्ति ठप रही। जेई रनविजय सिंह ने बताया कि देररात दो बजे में आपूर्ति को बहाल कर दिया गया।
रानीगंज तहसील के दिलीपपुर व सोनाही विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गांवों में फाल्ट व तारों के टूटने के चलते 12 घंटे बिजली कटौती हुई। दोनों उपकेंद्र के 92 गांवों में बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने से उपभोक्ताओं को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ा। दिलीप पुर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गांव कोठियाही रसोईया, शिवसत छींटपुर, रतनमई, गोपालपुर सिंगठी खालसा, रुपधर पांडे का पुरवा एवं सोनाही विद्युत उपकेंद्र के करनपुर खूंझी, शीतलागंज, दीवानगंज, सोनाही खूंझीकला, जगदीशगढ़, यहियापुर, नरसिंहपुर, इटवा, रुदापुर, मोलानी, गंगागंज सहित 92 गांव आंधी व बिजली कटौती से प्रभावित हुए। दोपहर दो बजे आपूर्ति बहाल हो सकी।
टीजी टू कपिल गुप्ता ने बताया कि मेनलाइन ब्रेकडाउन होने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई। बिजली कर्मचारियों ने फाल्ट ढूंढकर सुधार कर आपूर्ति बहाल कराई। अधीक्षण अभियंता प्रदीप सोनकर ने बताया कि ग्रामीण अंचल में बृहस्पतिवार दोपहर तक बिजली आपूर्ति को बहाल कर दिया गया। जबकि आंधी के चलते मेन लाइन ब्रेक डाउन के चलते शहरी क्षेत्र में कुछ घंटे की बिजली कटौती हुई।
जिले में चार मिमी हई बारिश, उमस जारी
मौसम विभाग ने जिले में चार मिमी बारिश दर्ज की। बृहस्पतिवार को दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रही। उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल रहे। मौसम विभाग ने शुक्रवार तक जिले में तेज आंधी व बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। सनई अनुसंधान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक देशराज मीना ने बताया कि बुधवार के सापेक्ष बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान स्थिर रहते हुए 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान में 1.9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। रात का तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।