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Shahjahanpur News: खुले में सर्दियों की रात बिता रहे लोग...रैन बसेरे पर लटक रहा ताला
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रोडवेज बस अड्डा परिसर में खुले में लेटे हुए यात्री। संवाद
- फोटो : राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के लिए लगा दंड।
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शाहजहांपुर। नवंबर महीने में लगातार तापमान लुढ़क रहा है। रविवार को न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री पर पहुंच गया। तापमान गिरने से रात में ठिठुरन बढ़ गई। सर्दी होने के बावजूद नगर निगम ने अब तक अस्थायी रैन बसेरे नहीं बनवाए हैं। नगर निगम के स्थायी रैन बसेरे पर ताला लटक रहा है। ऐसे में लोग सर्दी में खुले में रात काटने के लिए मजबूर हैं। रविवार की शाम को ने रैन बसेरों की पड़ताल की।
नगर निगम के पास डूडा कार्यालय के नीचे स्थायी रैन बसेरा बना है। रात करीब आठ बजे पहुंचने पर रैन बसेरे पर ताला लगा था। अंदर लाइट भी बंद थी। केयर टेकर नदारद थे। यहां से गुजरे रामप्रताप ने बताया कि अभी रैन बसेरा शुरू नहीं किया गया है।
8:15 बजे रोडवेज बस अड्डे पर पहुंचे। हर साल यहां पर यात्रियों के लिए अस्थायी रैन बसेरा बनाया जाता है। अब तक यहां पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। रात में रोडवेज परिसर में कई यात्री जमीन पर लेटे हुए ठिठुर रहे थे। उनके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था। हरदोई से आए रामू पांडेय.ने बताया कि सुबह चार बजे गौरीफंटा के लिए बस पकड़ना है। उम्मीद थी कि रैन बसेरा बन गया होगा, लेकिन यहां आए तो मायूसी हाथ लगी। समय काटने के लिए फर्श पर ही लेट गए। अब खुले में रात काटना काफी मुश्किल है।
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राजकीय मेडिकल कॉलेज के रैन बसेरे में केवल तख्त पड़े, रजाई-गद्दे की व्यवस्था नहीं
रात 9:15 बजे राजकीय मेडिकल कॉलेज में स्थायी रूप से बने रैन बसेरे में पहुंचे। यहां कुल चार तख्त पड़े मिले। तख्त पर रजाई-गद्दे का इंतजाम नहीं था। तीमारदार तख्त पर लेटे ठिठुर रहे थे। कुछ लोग अपने साथ बिस्तर और रजाई लेकर आए थे। यहां पर कोई केयर टेकर तैनात नहीं मिला। अस्थायी रैन बसेरा भी नहीं दिखा।
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तीन है नगर निगम की स्थायी रैन बसेरे
नगर निगम ने तीन स्थायी रैन बसेरे बना रखे हैं। डूडा कार्यालय के नीचे रैन बसेरे का गेट बंद मिला। इसके अलावा हनुमत धाम स्थित रैन बसेरे में व्यवस्था ठीक मिली। यहां पर बेड पर रजाई और गद्दे भी पड़े थे। अजीजगंज स्थित रैन बसेरे की व्यवस्था भी ठीक थी। रैन बसेरे में चार लोग ठहरे हुए थे।
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तीमारदारों ने कहा- अव्यवस्थाओं का बोलबाला
तीमारदार रामप्रताप ने बताया कि उनकी बेटी अस्पताल में भर्ती है। वार्ड में मरीज के पास एक तीमारदार के ठहरने के निर्देश हैं। इसलिए यहां रैन बसेरे में रुकना मजबूरी है। यहां भी अव्यवस्था हावी है।
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बाल किशन ने बताया कि रिश्तेदार का उपचार चल रहा है। पिछले साल रुकना हुआ तो रैन बसेरे में रुके थे, पर अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया। अफसरों को मरीजों व तीमारदाराें के लिए रैन बसेरे बनाने चाहिए।
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रोडवेज परिसर और राजकीय मेडिकल कॉलेज में अस्थायी रैन बसेरों का निर्माण कराएंगे, साथ ही स्थायी रैन बसेरे जल्द शुरू किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
- डॉ. बिपिन कुमार मिश्र, नगर आयुक्त
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नगर निगम के पास डूडा कार्यालय के नीचे स्थायी रैन बसेरा बना है। रात करीब आठ बजे पहुंचने पर रैन बसेरे पर ताला लगा था। अंदर लाइट भी बंद थी। केयर टेकर नदारद थे। यहां से गुजरे रामप्रताप ने बताया कि अभी रैन बसेरा शुरू नहीं किया गया है।
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8:15 बजे रोडवेज बस अड्डे पर पहुंचे। हर साल यहां पर यात्रियों के लिए अस्थायी रैन बसेरा बनाया जाता है। अब तक यहां पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। रात में रोडवेज परिसर में कई यात्री जमीन पर लेटे हुए ठिठुर रहे थे। उनके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था। हरदोई से आए रामू पांडेय.ने बताया कि सुबह चार बजे गौरीफंटा के लिए बस पकड़ना है। उम्मीद थी कि रैन बसेरा बन गया होगा, लेकिन यहां आए तो मायूसी हाथ लगी। समय काटने के लिए फर्श पर ही लेट गए। अब खुले में रात काटना काफी मुश्किल है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज के रैन बसेरे में केवल तख्त पड़े, रजाई-गद्दे की व्यवस्था नहीं
रात 9:15 बजे राजकीय मेडिकल कॉलेज में स्थायी रूप से बने रैन बसेरे में पहुंचे। यहां कुल चार तख्त पड़े मिले। तख्त पर रजाई-गद्दे का इंतजाम नहीं था। तीमारदार तख्त पर लेटे ठिठुर रहे थे। कुछ लोग अपने साथ बिस्तर और रजाई लेकर आए थे। यहां पर कोई केयर टेकर तैनात नहीं मिला। अस्थायी रैन बसेरा भी नहीं दिखा।
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तीन है नगर निगम की स्थायी रैन बसेरे
नगर निगम ने तीन स्थायी रैन बसेरे बना रखे हैं। डूडा कार्यालय के नीचे रैन बसेरे का गेट बंद मिला। इसके अलावा हनुमत धाम स्थित रैन बसेरे में व्यवस्था ठीक मिली। यहां पर बेड पर रजाई और गद्दे भी पड़े थे। अजीजगंज स्थित रैन बसेरे की व्यवस्था भी ठीक थी। रैन बसेरे में चार लोग ठहरे हुए थे।
तीमारदारों ने कहा- अव्यवस्थाओं का बोलबाला
तीमारदार रामप्रताप ने बताया कि उनकी बेटी अस्पताल में भर्ती है। वार्ड में मरीज के पास एक तीमारदार के ठहरने के निर्देश हैं। इसलिए यहां रैन बसेरे में रुकना मजबूरी है। यहां भी अव्यवस्था हावी है।
बाल किशन ने बताया कि रिश्तेदार का उपचार चल रहा है। पिछले साल रुकना हुआ तो रैन बसेरे में रुके थे, पर अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया। अफसरों को मरीजों व तीमारदाराें के लिए रैन बसेरे बनाने चाहिए।
रोडवेज परिसर और राजकीय मेडिकल कॉलेज में अस्थायी रैन बसेरों का निर्माण कराएंगे, साथ ही स्थायी रैन बसेरे जल्द शुरू किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
- डॉ. बिपिन कुमार मिश्र, नगर आयुक्त

रोडवेज बस अड्डा परिसर में खुले में लेटे हुए यात्री। संवाद- फोटो : राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के लिए लगा दंड।

रोडवेज बस अड्डा परिसर में खुले में लेटे हुए यात्री। संवाद- फोटो : राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के लिए लगा दंड।

रोडवेज बस अड्डा परिसर में खुले में लेटे हुए यात्री। संवाद- फोटो : राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के लिए लगा दंड।

रोडवेज बस अड्डा परिसर में खुले में लेटे हुए यात्री। संवाद- फोटो : राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के लिए लगा दंड।