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उत्पादन पर आई बंद पड़ी अनपरा की तीसरी इकाई
ब्यूरो/अमर उजाला,सोनभद्र
Updated Thu, 31 Mar 2016 10:01 PM IST
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बिजली
- फोटो : अमर उजाला

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राज्य सेक्टर की सबसे बड़ी 1630 मेगावाट वाली अनपरा परियोजना की बंद पड़ी 210 मेगावाट वाली तीसरी इकाई बुधवार को उत्पादन पर ले ली गई। देर रात तक पूर्ण क्षमता से उत्पादन शुरू होने पर परियोजना का उत्पादन बढ़कर 14 सौ मेगावाट के करीब पहुंच गया।
राज्य सेक्टर के बिजलीघरों के कुल उत्पादन में भी इजाफा हुआ है। वहीं तपिश में बढ़ोतरी के साथ बढ़ती बिजली की जरूरत ने थर्मल बैकिंग (उत्पादन घटाने) के सिलसिले को रोक दिया है।
गत 18 मार्च को पारेषण लाइनों में दिक्कत के चलते अनपरा परियोजना की उत्पादनरत सभी इकाइयां ट्रिप हो गई थीं। इसके बाद शेष इकाइयों को तो फिर से उत्पादन पर ले लिया गया, लेकिन तीसरी इकाई को सूक्ष्म अनुरक्षण के लिए दे दिया गया।
ओवरहालिंग की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मंगलवार की सुबह तीसरी इकाई को लाइटअप कर शाम तक उत्पादन पर ले लिया गया। इसके चलते बारह सौ मेगावाट के करीब चल रहा उत्पादन बढ़कर चौदह सौ मेगावाट के करीब पहुंच गया।
उधर, जीएम इं. एके सिंह ने भी इकाई को उत्पादन पर आने की पुष्टि की। बताया कि पहली इकाई वृहद अनुरक्षण पर है। उम्मीद है कि 21 अप्रैल के पहले इस इकाई का भी अनुरक्षण कार्य पूरा हो जाएगा और यह इकाई उत्पादन पर ले ली जाएगी।
समाचार दिए जाने तक अनपरा परियोजना में 1375, ओबरा में 500, पनकी में 80, पारीक्षा में 1091, हरदुआगंज में 496 कुल 3542 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही थी। वहीं निजी क्षेत्र की बारह सौ मेगावाट वाली लैंको परियोजना से भी पूर्ण क्षमता से उत्पादन जारी था।
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राज्य सेक्टर के बिजलीघरों के कुल उत्पादन में भी इजाफा हुआ है। वहीं तपिश में बढ़ोतरी के साथ बढ़ती बिजली की जरूरत ने थर्मल बैकिंग (उत्पादन घटाने) के सिलसिले को रोक दिया है।
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गत 18 मार्च को पारेषण लाइनों में दिक्कत के चलते अनपरा परियोजना की उत्पादनरत सभी इकाइयां ट्रिप हो गई थीं। इसके बाद शेष इकाइयों को तो फिर से उत्पादन पर ले लिया गया, लेकिन तीसरी इकाई को सूक्ष्म अनुरक्षण के लिए दे दिया गया।
ओवरहालिंग की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मंगलवार की सुबह तीसरी इकाई को लाइटअप कर शाम तक उत्पादन पर ले लिया गया। इसके चलते बारह सौ मेगावाट के करीब चल रहा उत्पादन बढ़कर चौदह सौ मेगावाट के करीब पहुंच गया।
उधर, जीएम इं. एके सिंह ने भी इकाई को उत्पादन पर आने की पुष्टि की। बताया कि पहली इकाई वृहद अनुरक्षण पर है। उम्मीद है कि 21 अप्रैल के पहले इस इकाई का भी अनुरक्षण कार्य पूरा हो जाएगा और यह इकाई उत्पादन पर ले ली जाएगी।
समाचार दिए जाने तक अनपरा परियोजना में 1375, ओबरा में 500, पनकी में 80, पारीक्षा में 1091, हरदुआगंज में 496 कुल 3542 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही थी। वहीं निजी क्षेत्र की बारह सौ मेगावाट वाली लैंको परियोजना से भी पूर्ण क्षमता से उत्पादन जारी था।