वाराणसी। बीएचयू विज्ञान संस्थान के गणित विभाग की ओर से नॉन-लीनियर ऑप्टिमाइज़ेशन पर इंडो-फ्रेंच सेमिनार और इंटरनेशनल कॉन्फ़्रेंस में शोध और नवाचार पर चर्चा की गई। बतौर मुख्य अतिथि प्रो. मार्क लैसौंडे ने नॉनलिनियर समस्याओं के समाधान के लिए नवीन दृष्टिकोणों और एल्गोरिथमिक विकास के बारे में बताया। इसके लिए शैक्षणिक आदान-प्रदान को जरूरी बातया।
विज्ञान संस्थान के महामना हाल में आयोजित कार्यक्रम में बीएचयू के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि तेजी से विकसित हो रहे शैक्षणिक एवं शोध परिदृश्य में सहयोग, नवाचार पर ध्यान देना होगा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर कहा कि दुनिया वर्तमान में एक ऐसे दौर से गुजर रही है जिसमें डेटा-आधारित दृष्टिकोण सैद्धांतिक अनुसंधान को तेजी से प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने इंगित किया कि आज डेटा इतना महत्वपूर्ण है कि वह सिद्धांत से आगे प्रतीत होता है। विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर संजय कुमार ने बढ़ते अंतःविषयक शोध पर कहा कि भारत और फ्रांस के गणितज्ञों, कंप्यूटर वैज्ञानिकों तथा अनुप्रयुक्त शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाकर, वैश्विक साझेदारियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस दौरान संकाय प्रमुख प्रो. अरुण देव सिंह, प्रो.एसके मिश्रा, प्रो.एमएम त्रिपाठी आदि लोग मौजूद रहे।