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Chamoli News: मेरी झोली भर देई हे मां अनसूया, वरदान मांगने पहुंचे 225 बरोही
संवाद न्यूज एजेंसी, चमोली
Updated Wed, 03 Dec 2025 07:18 PM IST
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गोपेश्वर के समीप मंडल में अनसूया गेट पर मां भगवती की डोली के दर्शन करते भक्तगण। संवाद
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फोटो
संतानदायिनी माता अनसूया मंदिर में दो दिवसीय मेला शुरू
विभिन्न गांवों की देव डोलियां भी पहुंचीं, 800 श्रद्धालु देव डोलियों के अद्भुत मिलन के साक्षी बने
संवाद न्यूज एजेंसी
गोपेश्वर। ऋषिकुल पर्वत की तलहटी में स्थित संतानदायिनी माता अनसूया मंदिर में बुधवार से दो दिवसीय मेला शुरू हो गया। अपनी बहन अनसूया से मिलने के लिए विभिन्न गांवों से मां भगवती की डोलियां भी सैकड़ाें भक्तों के साथ अनसूया मंदिर पहुंचीं। मंदिर में लगभग 800 श्रद्धालु देव डोलियों के अद्भुत मिलन के साक्षी बने। इधर माता अनसूया मंदिर में 225 बरोही (निसंतान दंपती) संतान कामना लेकर पहुंचे और उन्हें सभामंडप में बैठाया गया।
बुधवार को मंडल में अनसूया मंदिर के गेट पर जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट और बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला ने मेले का शुभारंभ किया। इसके बाद बणद्वारा, देवलधार, कठूड़ और सगर गांव की ज्वाला देवी की डोली और मंडल व खल्ला गांव से मां अनसूया की रथ डोली ढोल दमाऊं के साथ सिरोली गांव पहुंची। यहां सभी डोलियों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना हुई। अपराह्न तीन बजे एक-एक कर डोलियां मंदिर के लिए रवाना हुईं। शाम साढ़े छह बजे सभी डोलियां मंदिर परिसर में पहुंच गईं। यहां श्रद्धालुओं ने देव डोलियों का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। ढोल-दमाऊं की थाप पर डोलियों ने अद्भुत नृत्य किया और इसके बाद डोलियां मंदिर के सभा मंडप में विराजमान हुईं। रात आठ बजे विभिन्न जगहों से पहुंचीं 225 बरोहियों को सभा मंडप में बैठाया गया। इस दौरान मंदिर में भजन-कीर्तन भी हुआ। इस दौरान नंदप्रयाग के वैष्णव परिवार ने अनसूया मंदिर को 20 कंबल दान किए। नगर पंचायत नंदप्रयाग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. हिमानी वैष्णव ने ट्रस्ट के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट को कंबल दिए। इस मौके पर राज्यमंत्री हरक सिंह, बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, भाजपा जिलाध्यक्ष गजपाल बर्त्वाल, जिला पंचायत सदस्य जय प्रकाश पंवार, अनसूया मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट, गजेंद्र रावत, रविंद्र बर्त्वाल और ऊषा रावत आदि मौजूद रहे।
यह है मान्यता
- मान्यता है अनुष्ठान करने से दंपतियों की संतान कामना पूरा होती है। अनुष्ठान के दौरान जिस महिला को सपने में माता दर्शन देती हैं वह चुपके से उठकर सभामंडप से बाहर आ जाती है। यह प्रक्रिया पूरी रात चलती है। सुबह दंपती माता की डोलियों की पूजा-अर्चना करने के बाद लौट जाते हैं।
इंसेट
किशन महिपाल देंगे प्रस्तुति
- मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देने के लिए लोकगायक किशन महिपाल पहुंच गए हैं। मंदिर में सैकड़ों भक्तगण भी पहुंच गए हैं। मंदिर में विभिन्न संगठनों की ओर से निशुल्क भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है। संवाद
श्रद्धालुओं को दिया स्वच्छता का संदेश
- संकल्प अभियान से जुड़े लोगों ने अनसूया मंदिर के पांच किलोमीटर पैदल मार्ग पर स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया। अभियान के संयोजक मनोज तिवारी ने श्रद्धालुओं को आस्था पथ और मंदिर परिसर में प्लास्टिक कूड़ा न फैलाने और मंदिर को प्लास्टिक मुक्त रखने का आह्वान किया। उन्होंने रास्ते पर जगह-जगह लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। संवाद
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संतानदायिनी माता अनसूया मंदिर में दो दिवसीय मेला शुरू
विभिन्न गांवों की देव डोलियां भी पहुंचीं, 800 श्रद्धालु देव डोलियों के अद्भुत मिलन के साक्षी बने
संवाद न्यूज एजेंसी
गोपेश्वर। ऋषिकुल पर्वत की तलहटी में स्थित संतानदायिनी माता अनसूया मंदिर में बुधवार से दो दिवसीय मेला शुरू हो गया। अपनी बहन अनसूया से मिलने के लिए विभिन्न गांवों से मां भगवती की डोलियां भी सैकड़ाें भक्तों के साथ अनसूया मंदिर पहुंचीं। मंदिर में लगभग 800 श्रद्धालु देव डोलियों के अद्भुत मिलन के साक्षी बने। इधर माता अनसूया मंदिर में 225 बरोही (निसंतान दंपती) संतान कामना लेकर पहुंचे और उन्हें सभामंडप में बैठाया गया।
बुधवार को मंडल में अनसूया मंदिर के गेट पर जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट और बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला ने मेले का शुभारंभ किया। इसके बाद बणद्वारा, देवलधार, कठूड़ और सगर गांव की ज्वाला देवी की डोली और मंडल व खल्ला गांव से मां अनसूया की रथ डोली ढोल दमाऊं के साथ सिरोली गांव पहुंची। यहां सभी डोलियों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना हुई। अपराह्न तीन बजे एक-एक कर डोलियां मंदिर के लिए रवाना हुईं। शाम साढ़े छह बजे सभी डोलियां मंदिर परिसर में पहुंच गईं। यहां श्रद्धालुओं ने देव डोलियों का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। ढोल-दमाऊं की थाप पर डोलियों ने अद्भुत नृत्य किया और इसके बाद डोलियां मंदिर के सभा मंडप में विराजमान हुईं। रात आठ बजे विभिन्न जगहों से पहुंचीं 225 बरोहियों को सभा मंडप में बैठाया गया। इस दौरान मंदिर में भजन-कीर्तन भी हुआ। इस दौरान नंदप्रयाग के वैष्णव परिवार ने अनसूया मंदिर को 20 कंबल दान किए। नगर पंचायत नंदप्रयाग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. हिमानी वैष्णव ने ट्रस्ट के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट को कंबल दिए। इस मौके पर राज्यमंत्री हरक सिंह, बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, भाजपा जिलाध्यक्ष गजपाल बर्त्वाल, जिला पंचायत सदस्य जय प्रकाश पंवार, अनसूया मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट, गजेंद्र रावत, रविंद्र बर्त्वाल और ऊषा रावत आदि मौजूद रहे।
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यह है मान्यता
- मान्यता है अनुष्ठान करने से दंपतियों की संतान कामना पूरा होती है। अनुष्ठान के दौरान जिस महिला को सपने में माता दर्शन देती हैं वह चुपके से उठकर सभामंडप से बाहर आ जाती है। यह प्रक्रिया पूरी रात चलती है। सुबह दंपती माता की डोलियों की पूजा-अर्चना करने के बाद लौट जाते हैं।
इंसेट
किशन महिपाल देंगे प्रस्तुति
- मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देने के लिए लोकगायक किशन महिपाल पहुंच गए हैं। मंदिर में सैकड़ों भक्तगण भी पहुंच गए हैं। मंदिर में विभिन्न संगठनों की ओर से निशुल्क भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है। संवाद
श्रद्धालुओं को दिया स्वच्छता का संदेश
- संकल्प अभियान से जुड़े लोगों ने अनसूया मंदिर के पांच किलोमीटर पैदल मार्ग पर स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया। अभियान के संयोजक मनोज तिवारी ने श्रद्धालुओं को आस्था पथ और मंदिर परिसर में प्लास्टिक कूड़ा न फैलाने और मंदिर को प्लास्टिक मुक्त रखने का आह्वान किया। उन्होंने रास्ते पर जगह-जगह लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। संवाद