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Kotdwar News: सत्तीचौड़ में पुराना हरिद्वार मार्ग पर नहीं है स्ट्रीट लाइट
संवाद न्यूज एजेंसी, कोटद्वार
Updated Sun, 21 Dec 2025 07:46 PM IST
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जंगली जानवरों के खतरे को देखते हुए क्षेत्रवासी कर रहे हैं मांग, नहीं हो रही सुनवाई
कोटद्वार। भाबर क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर-28 नींबूचौड़ के कोटद्वार रेंज के जंगल से सटे सत्तीचौड़ इलाके में पुराना हरिद्वार मार्ग पर कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं। स्थिति यह है कि मार्ग पर अंधेरा पसरने से जंगली जानवरों के हमले का खतरा बना हुआ है। क्षेत्रवासी लगातार स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग करते आ रहे हैं।
भाबर क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर-28 नींबूचौड़ वार्ड का सत्तीचौड़ का इलाका लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज के जंगल से सटा हुआ है। यहां पूरब दिशा में जहां सुखरो नदी है वहीं पश्चिम दिशा में ग्वालगढ़ गदेरा है। उत्तर में कोटद्वार रेंज का जंगल है। जंगल से सटा हुआ पुराना हरिद्वार मार्ग है जिससे सत्तीचौड़ के साथ ही मवाकोट, गोरखपुर, कलालघाटी के लोग घराट होते हुए कोटद्वार बाजार आवाजाही करते हैं। जंगल से सटे कुछ इलाके में सुरक्षा दीवार न होने से हाथी, गुलदार समेत अन्य जंगली जानवरों की धमक बनी रहती है।
पूर्व में जंगल से सटे मार्ग पर विधायक निधि से स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी। वर्तमान में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब होने से रात के समय मार्ग पर अंधेरा पसरा रहता है जिससे जंगली जानवरों का खतरा बना हुआ है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि वह मार्ग पर लगातार स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
लैंसडौन वन प्रभाग के जंगल से सटा होने के कारण मार्ग पर आवाजाही करने में हाथी समेत अन्य जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। स्ट्रीट लाइटें न होने से खतरा और भी बढ़ गया है। नगर निगम से स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। - विजय नैथानी, मवाकोट (फोटो)।
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वन सीमा से सटे क्षेत्र में अभी तक स्ट्रीट लाइटें नहीं लग पाई हैं। नगर निगम से 15 स्ट्रीट लाइट की डिमांड की गई है। स्ट्रीट लाइटें मिलने पर वन सीमा से सटे क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएगी जिससे लोगों को वन्यजीवों के खतरे का सामना न करना पड़े।
- प्रमोद केष्टवाल, पार्षद वार्ड नंबर-28 नींबूचौड़। (फोटो)
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कोटद्वार। भाबर क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर-28 नींबूचौड़ के कोटद्वार रेंज के जंगल से सटे सत्तीचौड़ इलाके में पुराना हरिद्वार मार्ग पर कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं। स्थिति यह है कि मार्ग पर अंधेरा पसरने से जंगली जानवरों के हमले का खतरा बना हुआ है। क्षेत्रवासी लगातार स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग करते आ रहे हैं।
भाबर क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर-28 नींबूचौड़ वार्ड का सत्तीचौड़ का इलाका लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज के जंगल से सटा हुआ है। यहां पूरब दिशा में जहां सुखरो नदी है वहीं पश्चिम दिशा में ग्वालगढ़ गदेरा है। उत्तर में कोटद्वार रेंज का जंगल है। जंगल से सटा हुआ पुराना हरिद्वार मार्ग है जिससे सत्तीचौड़ के साथ ही मवाकोट, गोरखपुर, कलालघाटी के लोग घराट होते हुए कोटद्वार बाजार आवाजाही करते हैं। जंगल से सटे कुछ इलाके में सुरक्षा दीवार न होने से हाथी, गुलदार समेत अन्य जंगली जानवरों की धमक बनी रहती है।
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पूर्व में जंगल से सटे मार्ग पर विधायक निधि से स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी। वर्तमान में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब होने से रात के समय मार्ग पर अंधेरा पसरा रहता है जिससे जंगली जानवरों का खतरा बना हुआ है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि वह मार्ग पर लगातार स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
लैंसडौन वन प्रभाग के जंगल से सटा होने के कारण मार्ग पर आवाजाही करने में हाथी समेत अन्य जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। स्ट्रीट लाइटें न होने से खतरा और भी बढ़ गया है। नगर निगम से स्ट्रीट लाइटें लगाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। - विजय नैथानी, मवाकोट (फोटो)।
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वन सीमा से सटे क्षेत्र में अभी तक स्ट्रीट लाइटें नहीं लग पाई हैं। नगर निगम से 15 स्ट्रीट लाइट की डिमांड की गई है। स्ट्रीट लाइटें मिलने पर वन सीमा से सटे क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएगी जिससे लोगों को वन्यजीवों के खतरे का सामना न करना पड़े।
- प्रमोद केष्टवाल, पार्षद वार्ड नंबर-28 नींबूचौड़। (फोटो)

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