UK: रोजगार मेलों के गिरते ग्राफ से लंबी हो रही बेरोजगारों की लाइन, साल 2022-23 के बाद लगातार कम हो रहे आयोजन
उत्तराखंड में बेरोजगारी की समस्या गंभीर बनी हुई है। प्रदेश में रोजगार मेलों का प्रभाव 2022-23 के बाद लगातार घट रहा है और हर साल बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है।
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बेरोजगारी का मुद्दा लगातार चिंता का विषय बना हुआ है। प्रदेश में साल 2022-23 के बाद रोजगार मेलों का ग्राफ लगातार गिरा है और बेरोजगारों की कतारें हर साल लंबी ही हुई हैं। एक तरफ मेलों की संख्या बढ़ाकर बेहतर अवसरों का दावा किया गया लेकिन दूसरी ओर चयनित युवाओं का अनुपात साल दर साल सिकुड़ता चला गया। 2021-22 में जहां 84 मेलों में करीब दो हजार युवाओं को अवसर मिला वहीं 2025-26 में अब तक यह संख्या सिर्फ कुछ सौ पर सिमट गई। संवाद
साल दर साल आयोजित रोजगार मेलों पर एक नजर -
वित्तीय वर्ष - मेलों की संख्या - प्रतिभागी - चयनित
01 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 84 10033 1931
01 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 197 13516 3391
01 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 152 13809 2200
01 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 70 9512 1154
01 अप्रैल 2025 से अब तक 21 1669 291
प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या
पुरुष - 295672
महिला - 218741
कुल - 514413
पहाड़ों पर आई आपदा की वजह से इस बार मेलों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। हमारे प्रयास है कि सत्र समाप्त होने से पहले अधिक से अधिक आयोजन कर युवाओं को लाभान्वित किया जा सके। - संजय कुमार, निदेशक सेवायोजन विभाग।