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Pithoragarh News: झूलाघाट में काली नदी की निर्मलता पर कचरे का मैल
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Tue, 04 Nov 2025 10:47 PM IST
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धारचूला में ग्राम रांथी के प्रवेश द्वार के पास काली नदी किनारे डाला गया कूड़ा। संवाद
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धारचूला (पिथौरागढ़)। स्वच्छ भारत, नमामि गंगे जैसे अभियान चलाकर नदियों को निर्मल और स्वच्छ बनाने के दावे किए जा रहे हैं। सीमांत जनपद के धारचूला में यह दावे हवाई साबित हुए हैं। धारचूला के रांथी गांव में काली नदी में बेखौफ डाला जा रहा कूड़ा इसका प्रमाण है। नगरपालिका लंबे समय से रांथी के प्रवेश द्वार पर कूड़ा डाल रही है जो नीचे बह रही काली नदी में मिलकर उसे दूषित कर रहा है। गांव के नजदीक कूड़े का डंपिंग जोन बनाने से ग्रामीण भी परेशान हैं।
नगर पालिका ने रांथी गांव के प्रवेश द्वार पर कूड़े का डंपिंग जोन बनाया है। यहां डाला जा रहा कचरा काली नदी में समा रहा है जिससे नदी की निर्मलता खत्म हो रही है। गांव के नजदीक कूड़ा डालने से इससे उठने वाली दुर्गंध से ग्रामीण भी परेशान हैं। इनका घरों के भीतर रहना भी मुश्किल हो रहा है। सिस्टम की इस लापरवाही और अनदेखी से बीमारी का खतरा भी बढ़ गया है।
गांव के रास्ते पर कूड़े का ढेर और इस पर समय-समय पर लगाई जाने वाली आग से स्कूली बच्चों और अन्य ग्रामीण खासे परेशान हैं। लंबे समय से काली नदी में कूड़ा डाला जा रहा है लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। यह मामला नदियों को निर्मल बनाने के सरकारी दावों और स्वच्छ भारत जैसे अभियानों को पलीता लगाने के साथ ही उच्च न्यायालय के निर्देशों की भी अवहेलना है।
प्राथमिक स्कूल में लटकाने पड़े ताले
डंपिंग जोन के पास तांथर प्राथमिक विद्यालय संचालित होता था। यहां कूड़े का ढेर बढ़ा तो इससे उठने वाली दुर्गंध से विद्यार्थी और शिक्षक परेशान हो गए। बच्चों में बीमारी फैलने के डर से अभिभावकों को इनका प्रवेश अन्य स्कूलों में कराना पड़ा। नतीजतन यहां धीरे-धीरे छात्र संख्या शून्य हो गई और विद्यालय में ताला लगाना पड़ा।
बोले लोग
मेरे कार्यकाल में कई बार रांथी गांव में काली नदी के किनारे कूड़ा फेंकने से मना किया गया। तब पालिका ने थोड़ा समय देने को कहा। मेरा कार्यकाल समाप्त होने पर विरोध के बाद भी रांथी के प्रवेश द्वार के पास फिर से कूड़ा फेंका जा रहा है। जब करोड़ों की लागत से कूड़ा निस्तारण स्थल बनाया गया है तो अब नदी में गंदगी प्रवाहित करना गंभीर है। - लीला धामी, पूर्व प्रधान, रांथी
नगर पालिका सारा कूड़ा ग्राम पंचायत रांथी के पास फेंक रही है। इससे पूरे इलाके में प्रदूषण फैल रहा है। खासकर बच्चों व बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। यदि उचित कदम नहीं उठाए तो बच्चों के साथ ही स्थानीय लोग बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। - आन सिंह धामी, पूर्व सैनिक, रांथी
नगर का कूड़ा ग्राम पंचायत रांथी की जनता में बीमारी फैला रहा है। गंदगी से सभी परेशान हैं। कूड़ा निस्तारण आबादी वाले क्षेत्र से दूर होना चाहिए। नदियों को स्वच्छत बनाने के दावे भी हवाई हैं। - केशव दत्त भट्ट, रांथी
मलबे से गधेरा भर जाने से अब कूड़ा काली नदी में प्रवाहित हो रहा है। कूड़े की समस्या के कारण प्राथमिक विद्यालय तांथर 2017 में बंद हो गया। समस्या की लगातार अनदेखी की जा रही है। पालिका को ज्ञापन दिया है। यदि यहां कूड़ा डालना बंद नहीं किया तो पालिका के वाहनों को वापस भेजा जाएगा। - केशर सिंह धामी, रांथी
ग्राम पंचायत रांथी के सैगठा नामक जगह पर 1.14 करोड़ की लागत से ट्रंचिंग ग्राउंड का कार्य पूरा हो गया है। सिर्फ विद्युत कनेक्शन का कार्य शेष है। इसके बाद यहां कूड़ा निस्तारण का कार्य शुरू हो जाएगा और इस समस्या से मुक्ति मिलेगी। - सौरभ त्रिपाठी, ईओ, नगर पालिका, धारचूला
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नगर पालिका ने रांथी गांव के प्रवेश द्वार पर कूड़े का डंपिंग जोन बनाया है। यहां डाला जा रहा कचरा काली नदी में समा रहा है जिससे नदी की निर्मलता खत्म हो रही है। गांव के नजदीक कूड़ा डालने से इससे उठने वाली दुर्गंध से ग्रामीण भी परेशान हैं। इनका घरों के भीतर रहना भी मुश्किल हो रहा है। सिस्टम की इस लापरवाही और अनदेखी से बीमारी का खतरा भी बढ़ गया है।
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गांव के रास्ते पर कूड़े का ढेर और इस पर समय-समय पर लगाई जाने वाली आग से स्कूली बच्चों और अन्य ग्रामीण खासे परेशान हैं। लंबे समय से काली नदी में कूड़ा डाला जा रहा है लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। यह मामला नदियों को निर्मल बनाने के सरकारी दावों और स्वच्छ भारत जैसे अभियानों को पलीता लगाने के साथ ही उच्च न्यायालय के निर्देशों की भी अवहेलना है।
प्राथमिक स्कूल में लटकाने पड़े ताले
डंपिंग जोन के पास तांथर प्राथमिक विद्यालय संचालित होता था। यहां कूड़े का ढेर बढ़ा तो इससे उठने वाली दुर्गंध से विद्यार्थी और शिक्षक परेशान हो गए। बच्चों में बीमारी फैलने के डर से अभिभावकों को इनका प्रवेश अन्य स्कूलों में कराना पड़ा। नतीजतन यहां धीरे-धीरे छात्र संख्या शून्य हो गई और विद्यालय में ताला लगाना पड़ा।
बोले लोग
मेरे कार्यकाल में कई बार रांथी गांव में काली नदी के किनारे कूड़ा फेंकने से मना किया गया। तब पालिका ने थोड़ा समय देने को कहा। मेरा कार्यकाल समाप्त होने पर विरोध के बाद भी रांथी के प्रवेश द्वार के पास फिर से कूड़ा फेंका जा रहा है। जब करोड़ों की लागत से कूड़ा निस्तारण स्थल बनाया गया है तो अब नदी में गंदगी प्रवाहित करना गंभीर है। - लीला धामी, पूर्व प्रधान, रांथी
नगर पालिका सारा कूड़ा ग्राम पंचायत रांथी के पास फेंक रही है। इससे पूरे इलाके में प्रदूषण फैल रहा है। खासकर बच्चों व बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। यदि उचित कदम नहीं उठाए तो बच्चों के साथ ही स्थानीय लोग बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। - आन सिंह धामी, पूर्व सैनिक, रांथी
नगर का कूड़ा ग्राम पंचायत रांथी की जनता में बीमारी फैला रहा है। गंदगी से सभी परेशान हैं। कूड़ा निस्तारण आबादी वाले क्षेत्र से दूर होना चाहिए। नदियों को स्वच्छत बनाने के दावे भी हवाई हैं। - केशव दत्त भट्ट, रांथी
मलबे से गधेरा भर जाने से अब कूड़ा काली नदी में प्रवाहित हो रहा है। कूड़े की समस्या के कारण प्राथमिक विद्यालय तांथर 2017 में बंद हो गया। समस्या की लगातार अनदेखी की जा रही है। पालिका को ज्ञापन दिया है। यदि यहां कूड़ा डालना बंद नहीं किया तो पालिका के वाहनों को वापस भेजा जाएगा। - केशर सिंह धामी, रांथी
ग्राम पंचायत रांथी के सैगठा नामक जगह पर 1.14 करोड़ की लागत से ट्रंचिंग ग्राउंड का कार्य पूरा हो गया है। सिर्फ विद्युत कनेक्शन का कार्य शेष है। इसके बाद यहां कूड़ा निस्तारण का कार्य शुरू हो जाएगा और इस समस्या से मुक्ति मिलेगी। - सौरभ त्रिपाठी, ईओ, नगर पालिका, धारचूला