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Rudraprayag News: मां चंडिका देवी ने फलासी गांव में भक्तों को दिए दर्शन

संवाद न्यूज एजेंसी, रुद्र प्रयाग Updated Sun, 30 Nov 2025 06:34 PM IST
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Mother Chandika Devi gave darshan to the devotees in Falasi village.
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रुद्रप्रयाग। तुंगेश्वर मंदिर समिति की ओर से शुरू की गई छह माह की पारंपरिक चंडिका दिवारा यात्रा के तहत इस समय गृह (घरया) दिवारा यात्रा संचालित की जा रही है। यात्रा के दौरान देवी स्वरूप के प्रतीक चिह्न ब्रह्मा ठंगुरु फलासी गांव के प्रत्येक घर में जाकर दिवारा कर ग्रामीणों का कुशलक्षेम पूछ रहे हैं। रविवार को देवी ने फलासी गांव में भक्तों को दर्शन दिए। देवी के घर-घर पहुंचने पर महिलाएं भावुक हो उठीं। गांव में जय चंडिका मां के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। देवी का प्रवास फलासी गांव निवासी मोहन सिंह जगवाण के आवास पर रहा। अब सोमवार को देवी पुनः फलासी गांव में दिवारा यात्रा के लिए रवाना होंगी। जनवरी माह में देवी उत्तर यात्रा (केदार यात्रा) के लिए प्रस्थान करेंगी। समिति अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह बर्तात्वाल ने बताया कि सभी ग्रामीण आपसी समन्वय के साथ इस देवयात्रा को सफल बनाने में जुटे हैं। इस मौके पर प्रबंधक कल्याण सिंह नेगी, उपाध्यक्ष दलबीर सिंह राणा, सचिव पूरण सिंह खत्री, सह सचिव मगन सिंह नेगी, यशवंत सिंह नेगी, रणजीत सिंह करासी, कुंवर सिंह करासी आदि मौजूद रहे। संवाद
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आदिबदरी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं श्रद्धालु

आदिबदरी। चारधाम के कपाट बंद होने के बावजूद आदिबदरी मंदिर में लगातार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आदिबदरी मंदिर के कपाट 15 दिसंबर को बंद होंगे। वर्ष में 11 माह खुले रहने वाले मंदिर के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु लगातार पहुंच रहे हैं। बीते दो तीन वर्षों से यहां पर अन्य प्रदेशों व विदेशी श्रद्धालु पर्यटक लगातार पहुंच रहे हैं। मंदिर समिति के अध्यक्ष जगदीश बहुगुणा ने कहा कि आदिबदरी में श्रद्धालुओं का पहुंचना बारहमासी पर्यटन विकास की दृष्टि से शुभ संकेत है। संवाद
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श्री राजराजेश्वरी गिरीजा भवानी मंदिर में अनुष्ठान का समापन
नारायणबगड़। सिद्धपीठ राजराजेश्वरी गिरिजा भवानी मंंदिर चोपता-चौंरी में आयोजित नवरात्र धार्मिक महोत्सव यज्ञ की पूर्ण आहुतियों और ब्रह्मभोज के साथ संपन्न हो गया। चोपता कौथिग के नाम से प्रसिद्ध इस महोत्सव में नौ दिन और नौ रात तक आस्था का सैलाब उमड़ा। महोत्सव में लोक संस्कृति की झलक दिखी। रविवार को समापन पर आचार्य भास्करानंद सती, योगेश्वर सती, अनुसूया प्रसाद, दिनेश चंद्र ने वैदिक मंत्रोचार के साथ हवन में आहुतियां दीं। ध्याणियों और श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप हरियाली दी गई। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह सिनवाल, दलवीर सिंह रावत, पृथ्वी सिंह मिंगवाल आदि मौजूद रहे। संवाद
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