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Tehri News: हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी से दिव्यांगों के नहीं बन पा रहे प्रमाणपत्र
संवाद न्यूज एजेंसी, टिहरी
Updated Thu, 04 Dec 2025 05:41 PM IST
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हड्डी के उपचार के लिए मरीजों को तय करनी पड़ रही है 65 किमी की दूरी
नई टिहरी। जिला अस्पताल बौराड़ी में पिछले तीन माह से हड्डी रोग विशेषज्ञ (आर्थो सर्जन) का पद खाली रहने से मरीजों और दिव्यांगजनों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में हर बुधवार को आयोजित दिव्यांग शिविर के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दिव्यांगता प्रमाणपत्र जारी किया जाता है लेकिन हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने के कारण कई मामलों में प्रमाणपत्र निर्गत करने में अड़चने आ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग समय पर प्रमाणपत्र जारी नहीं कर पा रहा है।
जिला अस्पताल बौराड़ी में आर्थो सर्जन की कमी के कारण लोगों को हड्डी सबंधी उपचार के लिए 65 किमी दूर उप जिला अस्पताल नरेंद्रनगर या फिर ऋषिकेश का रुख करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग आर्थो सर्जन की स्थायी तैनाती न होने तक वैकल्पिक व्यवस्था पर तैनाती की मांग लंबे समय से करते आ रहे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बना पा रहा है।
हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं होने का सबसे बड़ा खामियाजा दिव्यांगजनों को भुगतना पड़ रहा है। बुधवार को अस्पताल में होने वाले शिविर में दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र जारी नहीं हो पा रहे हैं। हड्डी रोग के उपचार के लिए नरेंद्रनगर या ऋषिकेश तक जाने के लिए लोगों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ रहा है। जिला मुख्यालय से दूर जाने में अनावश्यक समय की बरबादी हो रही है।
स्वास्थ्य महानिदेशालय से आर्थो सर्जन की नियुक्ति के लिए आवश्यक अनुरोध और पत्राचार किया गया है। हर हाल में 15 दिसंबर तक जिला अस्पताल बौराड़ी में हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती संभव है। शासन स्तर से आर्थो सर्जन मिलने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
- डॉ. श्याम विजय, सीएमओ टिहरी
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नई टिहरी। जिला अस्पताल बौराड़ी में पिछले तीन माह से हड्डी रोग विशेषज्ञ (आर्थो सर्जन) का पद खाली रहने से मरीजों और दिव्यांगजनों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में हर बुधवार को आयोजित दिव्यांग शिविर के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दिव्यांगता प्रमाणपत्र जारी किया जाता है लेकिन हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने के कारण कई मामलों में प्रमाणपत्र निर्गत करने में अड़चने आ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग समय पर प्रमाणपत्र जारी नहीं कर पा रहा है।
जिला अस्पताल बौराड़ी में आर्थो सर्जन की कमी के कारण लोगों को हड्डी सबंधी उपचार के लिए 65 किमी दूर उप जिला अस्पताल नरेंद्रनगर या फिर ऋषिकेश का रुख करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग आर्थो सर्जन की स्थायी तैनाती न होने तक वैकल्पिक व्यवस्था पर तैनाती की मांग लंबे समय से करते आ रहे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बना पा रहा है।
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हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं होने का सबसे बड़ा खामियाजा दिव्यांगजनों को भुगतना पड़ रहा है। बुधवार को अस्पताल में होने वाले शिविर में दिव्यांगजनों को प्रमाणपत्र जारी नहीं हो पा रहे हैं। हड्डी रोग के उपचार के लिए नरेंद्रनगर या ऋषिकेश तक जाने के लिए लोगों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ रहा है। जिला मुख्यालय से दूर जाने में अनावश्यक समय की बरबादी हो रही है।
स्वास्थ्य महानिदेशालय से आर्थो सर्जन की नियुक्ति के लिए आवश्यक अनुरोध और पत्राचार किया गया है। हर हाल में 15 दिसंबर तक जिला अस्पताल बौराड़ी में हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती संभव है। शासन स्तर से आर्थो सर्जन मिलने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
- डॉ. श्याम विजय, सीएमओ टिहरी