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छत्तीसगढ़ की एक और बेटी का कमाल: दिव्या ने मलेशिया में रचा इतिहासस, एशियन बास्केटबॉल में जीता गोल्ड मेडल
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले की होनहार बेटी दिव्या रंगारी ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। दिव्या ने मलेशिया में आयोजित अंडर-16 एशियन वूमेन्स बास्केटबॉल चौंपियनशिप 2025 में कमाल कर दिखाया है। चौंपियनशिप में दिव्या और उसके टीम ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, जोरदार खेल का प्रदर्शन किया और इस टूर्नामेंट में आठ साल बाद भारत की वापसी कराते हुए, गोल्ड मेडल हासिल किया। यह पल दिव्या और हर उस खिलाड़ी के लिए गौरव का छड़ था जो भारत के लिए खेल रही थी। 12 से 20 सितम्बर तक आयोजित इस टूर्नामेंट में 8 देशों के साथ भारत का मैच हुआ। लेकिन सभी को दिव्या और उसके टीम के खिलड़ियों ने धोबी पछाड़ दिया। भारत की ओर से खेलने वाली खिलाड़ियों में महासमुंद की दिव्या रंगारी छत्तीसगढ़ की अकेली खिलाड़ी थी। FIFA बास्केटबॉल टूर्नामेंट चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड मैडल दिलाने के बाद महासमुंद लौटी दिव्या का भव्य स्वागत हुआ। पूरे शहर में शहरवासियों, खेल प्रेमियों, जनप्रतिनिधियों, समाज सेवियों और विभिन्न समुदाय के लोगों ने उनका जगह-जगह भव्य स्वागत किया। पूरे रास्ते बाजे-गाजे और आतिशबाजी के साथ भारत माता की जय की नारे गूंज रहे थे। फूल मालाओं और मिठाई के साथ दिव्या का स्वागत किया गया। महासमुंद विधायक राजू सिन्हा, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर रवि साहू, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, खेल अधिकारी मनोज घृतलहरे और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने दिव्या से मुलाकात कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। इस दौरान दिव्या ने मीडिया से चर्चा करते हुए, अपने खेल के दौरान बिताएं लम्हों को याद किया। तो वहीं कठिनाइयों में पीछे हट जाने वाले खिलाड़ियों को संदेश देते हुए कहा कि, हर परिस्थितियों में डटे रहने पर सफलता जरूर मिलती है। इसलिए घबराकर मैदान छोड़ने की जरूरत नहीं बल्कि वहां डटे रहकर मुकाबला करने में ही जीत है। दिव्या ने अपने इस सफलता का श्रेय अपने कोच, अपने माता-पिता और बास्केटबॉल संघ के सदस्यों को समर्पित किया है। उनके परिवारजन भी दिव्या की इस सफलता पर गौरान्वित महसूस कर रहे हैं। उनके पिता का कहना है कि, जो लोग मुझे जानते तक नहीं थे, आज उसकी बेटी के नाम से उसे पहचानने लगे हैं, एक पिता के लिए इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। बास्केटबॉल संघ ने भी दिव्या के इस सफलता पर खुशी जाहिर की और आने वाले समय में हर खिलाड़ी के लिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म तैयार करने की बात कही।
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