Hindi News
›
Video
›
India News
›
A plane had crashed in Ahmedabad earlier too, know the history of airline accidents
{"_id":"684ac5ee635ba124350c5da1","slug":"a-plane-had-crashed-in-ahmedabad-earlier-too-know-the-history-of-airline-accidents-2025-06-12","type":"video","status":"publish","title_hn":"अहमदाबाद में पहले भी क्रैश हुआ था विमान,जानें एयरलाइन हादसों का इतिहास","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
अहमदाबाद में पहले भी क्रैश हुआ था विमान,जानें एयरलाइन हादसों का इतिहास
वीडियो डेस्क अमर उजाला डॉट कॉम Published by: आदर्श Updated Thu, 12 Jun 2025 05:49 PM IST
गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक बार फिर आसमान से मौत बरसी। एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद ही क्रैश हो गई। हादसा शहर के घनी आबादी वाले मेघानी इलाके में हुआ। विमान में क्रू समेत कुल 242 यात्री सवार थे। हादसे के बाद घटनास्थल पर धुएं का बड़ा गुबार उठा, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
फिलहाल दमकल की गाड़ियां, पुलिस और NDRF की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत-बचाव का काम जारी है। कई यात्रियों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हादसे का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों में तकनीकी खराबी और टेकऑफ के दौरान संतुलन बिगड़ने की बात सामने आ रही है।
यह पहली बार नहीं है जब अहमदाबाद एयरपोर्ट इस तरह के दर्दनाक हादसे का गवाह बना है। 19 अक्टूबर 1988 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 113 मुंबई से अहमदाबाद आते वक्त एयरपोर्ट से कुछ किलोमीटर पहले क्रैश हो गई थी, जिसमें 133 लोगों की मौत हुई थी। यह दुर्घटना भारतीय विमानन इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक रही है।
बोइंग 737 विमान कम दृश्यता में रनवे खोजने की कोशिश कर रहा था लेकिन सही समय पर संपर्क नहीं हो पाने और ऊंचाई कम करते-करते वह एक पेड़ और बिजली के ट्रांसमिशन टावर से टकरा गया, जिससे विमान चिलोदा कोतरपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस हादसे से भारतीय उड्डयन प्रणाली में सुरक्षा पर कई गंभीर सवाल उठे थे।
1. एयर फ्रांस प्लेन क्रैश (1938)
• तारीख: 7 मार्च 1938
• स्थान: दतिया, मध्य प्रदेश
• मौतें: 7
• विवरण: वियतनाम के हनोई से फ्रांस के पेरिस जा रहे एयर फ्रांस के विमान में प्रयागराज से जोधपुर के बीच आग लग गई थी। हादसे में तीन क्रू मेंबर और चार यात्रियों की मौत हुई।
2. टाटा नेशनल एयरलाइंस हादसा (1943)
• तारीख: 14 अगस्त 1943
• स्थान: लोनावला, महाराष्ट्र
• मौतें: 6
• विवरण: टाटा एयरलाइंस का विमान कोलंबो से कराची की ओर जा रहा था, जो महाराष्ट्र की पहाड़ियों से टकरा गया।
3. घाटकोपर क्रैश (1949)
• तारीख: 12 जुलाई 1949
• स्थान: घाटकोपर, मुंबई
• मौतें: 45
• विवरण: जकार्ता से एम्सटर्डम जा रहा विमान खराब मौसम के चलते लैंडिंग में विफल रहा और मुंबई के घाटकोपर इलाके में क्रैश हो गया। हादसे में अमेरिकी पत्रकार एच.आर. निकरबॉकर की भी मौत हुई।
4. एलिटालिया फ्लाइट 771 क्रैश (1962)
• तारीख: 7 जुलाई 1962
• स्थान: जुन्नार, महाराष्ट्र
• मौतें: 94
• विवरण: यह ऑस्ट्रेलिया से इटली जा रहा विमान रास्ता भटकने के कारण एक छोटी पहाड़ी से टकरा गया।
5. यूनाइटेड अरब एयरलाइंस क्रैश (1963)
• तारीख: 28 जुलाई 1963
• स्थान: बॉम्बे एयरपोर्ट, मुंबई
• मौतें: 63
• विवरण: जापान से बहरीन के लिए निकला यह विमान मुंबई में खराब मौसम में लैंडिंग करते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हर विमान हादसे के बाद सवाल उठता है – क्या हमारी एविएशन सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है?
DGCA, ATC, पायलट ट्रेनिंग, तकनीकी रखरखाव और मौसम जानकारी – इन सभी पहलुओं की सतत निगरानी और सुधार की आवश्यकता है।
हाल ही में DGCA द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों में फ्लाइट क्रू को low visibility landing protocols का पालन करने के लिए कहा गया था, लेकिन आज का हादसा फिर से इन दिशा-निर्देशों की प्रभावशीलता पर सवाल उठा रहा है।
वर्तमान हादसे की स्थिति
• 242 यात्री सवार थे
• विमान लंदन के लिए रवाना हुआ था
• रिहायशी इलाके में क्रैश हुआ, कई घायल
• विजय रूपाणी भी विमान में सवार थे (स्थिति अनिश्चित)
• 12 NDRF टीमें तैनात, राहत-बचाव जारी
• गृह मंत्री अमित शाह और सीएम पटेल सक्रिय
एयर इंडिया ने कहा है कि वे हादसे की जांच में सहयोग कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विशेष टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए हैं। DGCA और फॉरेंसिक टीमों को मौके पर भेजा जा रहा है। ब्लैक बॉक्स की खोज भी जारी है।
हर विमान हादसे के बाद जांच, मुआवजा और फिर वही पुराने वादे। लेकिन क्या सिस्टम कभी समय से सुधर पाएगा? क्या हर टेकऑफ के साथ देश के नागरिकों की जान इतनी असुरक्षित हो सकती है? अहमदाबाद में 37 साल पहले हुई त्रासदी और आज का यह हादसा बताता है कि इतिहास से शायद हमने कुछ नहीं सीखा।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।