12 जून को चंडीगढ़ में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर कंचन कुमारी की हत्या की खबर सामने आई। कंचन कुमारी का शव बठिंडा में बुधवार देर शाम को चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल की पार्किंग में खड़ी गाड़ी से मिला था। कंचन कुमारी की हत्या पर अकाल तख्त साहिब के प्रमुख का बयान सामने आया है। अकाल तख्त साहिब के प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह ने कंचन कुमारी की हत्या को लेकर कहा कि सिख धर्म को बदनाम करने वालों के साथ ऐसा ही होना चाहिए, कुछ भी गलत नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि कंचन कुमारी लक्ष्मण बस्ती, लुधियाना की रहने वाली थी। वह नौ जून को अपनी मां को कहकर निकली थी कि वह बठिंडा में प्रमोशनल इवेंट के लिए जा रही है। दस जून को उसकी हत्या हो गई। 11 जून को उसकी लाश गाड़ी से बरामद हुई थी। अधिकारियों को संदेह है कि उसकी हत्या कहीं और की गई है और फिर शव कार में डालकर अस्पताल की पार्किंग में खड़ी कर दी गई। बताया जा रहा है कि जिस गाड़ी में शव मिला, उस पर लुधियाना नंबर लगा हुआ है, लेकिन पुलिस को आशंका है कि यह नंबर जाली भी हो सकता है।
कंचन कुमारी अपनी उत्तेजक तस्वीरों और वीडियो के लिए फेमस थी। उसकी मौत की खबर से उसके फॉलोअर्स में निराशा है। कंचन कुमारी ने इंस्टाग्राम पर तीन दिन पहले आखिरी पोस्ट की थी। इसमें उसने लिखा-कोई भावना नहीं, कोई प्यार नहीं, कोई बकवास नहीं। जो बचा है वह सिर्फ शक, शक और शक है। कंचन कुमारी का इंस्टाग्राम पर कमल कौर भाभी नाम से अकाउंट था। उसके तीन लाख 76 हजार फॉलोअर्स हैं।
कंचन कुमारी की हत्या पर पुलिस अधीक्षक नरिंदर सिंह ने कहा कि सूचना मिलने के बाद जब हमारी टीम मौके पर पहुंची, तो कार की पिछली सीट पर एक लड़की का शव बरामद हुआ। जांच के दौरान उसकी पहचान कंचन कुमारी उर्फ कमल कौर के रूप में हुई। वह 9 तारीख को अपने घर से निकली थी और उसने अपनी मां को बताया था कि बठिंडा में उसका प्रमोशनल इवेंट है। फिलहाल पुलिस ने जांच के लिए 5 टीमें बनाई हैं, जो यह जांच करेंगी कि शव को यहां कैसे पहुंचाया गया और हत्या के पीछे की वजह क्या है।