उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां केदारनाथ रूट पर रविवार सुबह एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर के क्रैश होने की वजह खराब मौसम बताई जा रही है। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा कि रुद्रप्रयाग जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना की बहुत दुखद खबर मिली है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और अन्य बचाव दल राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। मैं बाबा केदार से सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि आर्यन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर सुबह करीब 5 बजे केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ा था। लेकिन रास्ते में गौरी कुंड के पास यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह जगह 7 किलोमीटर का ट्रैकिंग रूट है। NDRF और SDRF की टीमें वहां भेजी गई हैं। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार किसी के बचने की संभावना नहीं है। इस हेलीकॉप्टर में पायलट चौहान समेत छह लोग सवार थे। यात्रियों में एक बच्चा था, और एक श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का कर्मचारी था। रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने कहा कि हमें आज सुबह सूचना मिली कि आर्यन एविएशन गुप्तकाशी द्वारा संचालित एक हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण केदारनाथ से लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, जिसमें 5 तीर्थयात्री, एक बच्चा और एक पायलट सवार थे। बचाव अभियान जारी है।
इससे पहले, सात जून को केदारघाटी के बडासू हेलिपैड से केदारनाथ के लिए टेकऑफ करते समय हेलिकॉप्टर में तकनीकी खामी आने पर पायटल ने रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। इस दौरान पायलट के पीठ में चोट आई। हेलिकॉप्टर में सवार सभी पांच यात्री सुरक्षित थे। पायलट को अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। सात जून को दोपहर 1.02 बजे क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर ने पांच यात्रियों के साथ बडासू हेलिपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर हेलिपैड से बमुश्किल दो मीटर ऊपर ही उठ पाया था कि कुछ तकनीकी खामी आ गई, जिसे भांपते हुए पायलट ने हेलिपैड से ठीक नीचे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करा दी थी।