Hindi News
›
Video
›
India News
›
Iran Israel War: Satellite images reveal how much damage was caused by USA's attack on Iranian nuclear centers
{"_id":"68593a55295e7c6c16044c52","slug":"iran-israel-war-satellite-images-reveal-how-much-damage-was-caused-by-usa-s-attack-on-iranian-nuclear-centers-2025-06-23","type":"video","status":"publish","title_hn":"Iran Israel War: USA के ईरानी परमाणु केंद्रों पर हमले से कितना नुकसान, सैटेलाइट इमेज से हुआ खुलासा","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
Iran Israel War: USA के ईरानी परमाणु केंद्रों पर हमले से कितना नुकसान, सैटेलाइट इमेज से हुआ खुलासा
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: अभिलाषा पाठक Updated Mon, 23 Jun 2025 04:58 PM IST
Link Copied
अमरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. इस बड़े हमले के बाद परमाणु साइट्स पर तबाही देखने को मिली है. हमले की जानकारी 22 जून की सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दी और अपने सैनिकों की तारीफ की. साथ ही साथ कहा कि ऐसा दुनिया में कोई नहीं कर सकता है. अमेरिका ने अपने हमले में फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. इस बीच फोर्डो परमाणु प्लांट पर हमले की सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं. कॉमर्शियल सैटेलाइट इमेजरी से पता नहीं चल सका है कि ईरान का फोर्डो परमाणु प्लांट जमीन के अंदर पूरी तरह तबाह हुआ भी है या नहीं.
दरअसल, अमेरिका दावा कर रहा है कि प्लांट को नष्ट कर दिया गया है. एक पूर्व यूएन परमाणु निरीक्षक डेविड अलब्राइट ने मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बंकर-बस्टिंग बमों का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका ने बमों के जरिए प्लांट को छेद दिया. मैं उम्मीद करता हूं कि प्लांट को नुकसान पहुंचा होगा. विड अलब्राइट विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संस्थान के भी प्रमुख हैं.वहीं, सीएनए कॉरपोरेशन के सहयोगी शोधकर्ता डेकर एवेलेथ, जो सैटेलाइट इमेजरी में विशेषज्ञ हैं ने बताया कि जमीन के अंदर तबाही की पुष्टि नहीं की जा सकी. उन्होंने कहा कि सैकड़ों सेंट्रीफ्यूज वाला हॉल बहुत गहराई में दबा हुआ है, इसलिए सैटेलाइट इमेजरी के आधार पर नुकसान के स्तर का आकलन करना हमारे लिए संभव नहीं है.
ईरान का फोर्डो परमाणु प्लांट पहाड़ों के बीच में है, जोकि जमीन के अंदर बना हुआ है. सैटेलाइट इमेज में छह छेद दिखाई देते हैं, जहां बंकर-बस्टिंग बम पहाड़ में घुस गए. हालांकि जमीन पर के ऊपर तबाही तो दिखती है और पूरा इलाका धूल से ढका हुआ है.क्या ईरान ने हमले से पहले छिपा दिया था यूरेनियम? कई विशेषज्ञों ने ये भी आगाह किया कि ईरान हमले से पहले संभवत वेपन-ग्रेड के उच्च संवर्धित यूरेनियम का भंडार फोर्डो से बाहर ले गया होगा और उसे ऐसे स्थानों पर छिपाया होगा जिनके बारे में इजराइल, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निरीक्षकों को जानकारी नहीं है. विशेषज्ञों ने मैक्सार टेक्नोलॉजीज की सैटेलाइट इमेजर देखी हैं, जिसमें गुरुवार और शुक्रवार को फोर्डो में “असामान्य गतिविधि” दिखाई दी थी. फॉर्डो प्लांट के एंट्री दरवाजे के बाहर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थीं.
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।