मध्यप्रदेश के खंडवा नगर में बीते कुछ दिनों से लगातार गुरुवार बाजार को लेकर राजनीति गरमा रही है। सप्ताह में एक दिन मुस्लिम बहुल क्षेत्र में लगने वाला यह फुटकर बाजार सड़क के दोनों और लगाया जाता है, जिसको लेकर अतिक्रमण के नाम पर पहले हिंदू संगठन और अब सत्ता पक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधि विरोध स्वरूप खड़े दिखाई दे रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार दोपहर भी जब निगम का अमला इस बाजार को हटाने पहुंचा था, तब जिला कलेक्टर ने कार्रवाई रुकवा दी थी, जिसके बाद कार्रवाई के पक्ष में विधायक पति मुकेश तनवे ने आनन-फानन में सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन की बैठक बुलाई थी, जिसमें खंडवा विधायक, महापौर, विधायक पति के साथ ही बीजेपी के महामंत्री और कई स्थानीय नेता एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारी शामिल हुए।
वहीं, मिली जानकारी के अनुसार बैठक के दौरान ही महापौर और विधायक के गुरुवार बाजार की अतिक्रमण हटाने और जिला कलेक्टर के दोनों पक्षों के साथ बैठकर शांति से मामला सुलझाने की बात पर विधायक पति मुकेश तनवे और विधायक कंचन तनवे भड़क गईं और वे बैठक से बाहर निकल आए। हालांकि, बाद में जिला कलेक्टर ने बैठक से ही निगम अमले को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए, जिसके बाद बैठक आगे जारी रही और गुरुवार बाजार हटाने को लेकर सहमति बनी। लेकिन फिलहाल खंडवा महापौर के अनुसार इन फुटकर व्यापारियों को विस्थापित करने की कोई रूपरेखा नहीं बनाई गई है, जिससे बड़ी संख्या में फुटकर व्यापारी बेरोजगार होंगे।
श्रम कानूनों के मुताबिक गुरुवार है साप्ताहिक अवकाश
वहीं, बैठक के बाद विधायक, महापौर और विधायक पति ने गुरुवार बाजार के एक दिन के अस्थाई अतिक्रमण पर तो बात की। लेकिन शहर भर में फैले अतिक्रमण को लेकर वे बात करने से बचते दिखे। बता दें कि गुरुवार को श्रम कानून के मुताबिक खंडवा का व्यापार बंद रहता है। बावजूद इसके कई बड़े व्यापारी अपनी दुकान खुली रख रहे हैं, जिस पर फिलहाल राजनीतिक दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इधर, यहां के फुटकर व्यापारियों के अनुसार एक दिन सड़क के साइड में अपनी दुकान लगाकर वे किसी तरह से ट्रैफिक बाधित नहीं करते हैं और इससे हफ्ते भर के लिए उनके बच्चों के राशन का इंतजाम हो जाता है।
खंडवा का मार्केट तो रविवार है, गुरुवार तो बंद रहेगा
वहीं, इस मामले में विधायक पति मुकेश तनवे ने बताया कि आज अतिक्रमण को लेकर सब जनप्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारी साथ बैठे थे और जैसा कि सब की मांग है उसके अनुरूप जल्द ही खंडवा सुंदर होगा और अतिक्रमण मुक्त होगा और विकास में इंदौर की तर्ज पर चलेगा। यहां जल्द बाइपास आने वाला है और संभाग मुख्यालय भी खंडवा ही बनेगा। वहीं, गुरुवार बाजार को लेकर प्रशासन से हॉट-टॉक के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और खंडवा गुरुवार को बंद रहता है। क्योंकि खंडवा का मार्केट तो रविवार है। इसलिए गुरुवार का दिन बंद है तो बंद रहेगा और यहां जो अतिक्रमण दिख रहा है और जो चिन्हित किया जाएगा, वह सब हटेगा।
बेरोजगार हो रहे फुटकर व्यापारियों के लिए नहीं है कोई प्लान
इधर, इस मामले में महापौर अमृता यादव ने कहा कि हमें कोई कार्रवाई करनी है तो हमें स्ट्रिक्ट होना पड़ेगा, तभी हम शहर की दिशा बदल सकते हैं। हम गुरुवार बाजार के अलावा घंटाघर क्षेत्र से भी अतिक्रमण हटाने का काम कर रहे हैं और जल्द ही हमारा पूरा शहर अतिक्रमण मुक्त होगा। हालांकि, गुरुवार बाजार के फुटकर व्यापारियों को दूसरी जगह विस्थापित करने के सवाल पर महापौर ने कहा कि अभी तो हमने हटाना शुरू किया है, आगे देखते हैं। हमारा पूरा प्रयास है कि शहर को साफ करें और अतिक्रमण मुक्त करें। हालांकि, बड़ी संख्या में फुटकर व्यापारियों के बेरोजगार होने के सवाल पर महापौर आगे कोई रूप रेखा नहीं बता पाईं।
कलेक्टर साहब से समन्वय करके ही चल रहा काम
इधर, इस मामले में खंडवा विधायक कंचन तनवे ने बताया कि शहर में आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसलिए अतिक्रमण को लेकर आज हम सभी जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर और एसपी साहब के साथ बैठक की है, और जो गुरुवार बाजार लगता है वहां पर अतिक्रमण रहता है और आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसलिए हमारा समन्वय ऐसा बैठा है कि कलेक्टर साहब ने वहां पर टीम भेजी है, और वहां की दुकान हटाने का प्रयास किया गया है। हम सबका तो यही प्रयास है कि हम लोग अपने खंडवा शहर को अतिक्रमण से मुक्त करवाएं। वहीं, जिला प्रशासन के सहयोग के सवाल पर उन्होंने बताया कि इस मामले में जिला प्रशासन भी समन्वय कर रहा है, और यह अतिक्रमण शहर में सभी जगह से ही हटाया जाएगा। वहीं, बैठक से बाहर आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है, कलेक्टर साहब के साथ समन्वय करके ही काम चल रहा है।