सीधी जिले की कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम कोठार में रविवार दोपहर खुलेआम बिक रही विदेशी शराब का भंडाफोड़ ग्रामीणों ने किया, लेकिन पुलिस की बजाय शराब माफियाओं के गुंडे मौके पर पहुंच गए। हमला होने के बावजूद पुलिस चार घंटे तक नहीं आई।
जानकारी के मुताबिक, रविवार दोपहर करीब 12 बजे ग्राम कोठार के कुछ ग्रामीणों ने गांव में लाई गई विदेशी शराब की बड़ी खेप पकड़ ली। बताया गया कि यह शराब स्थानीय दुकानों से अवैध रूप से गांव-गांव तक सप्लाई की जा रही थी। जब ग्रामीणों ने एक बोरी खोली तो उसमें विदेशी शराब की पेटियां मिलीं। इस दौरान एक आरोपी भाग निकला, जबकि दूसरे को ग्रामीणों ने पकड़ लिया।
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बोलेरो में आए आठ गुंडे, की मारपीट और छीना-झपटी
घटना की खबर लगते ही शराब माफियाओं ने बोलेरो में सवार आठ गुंडों को मौके पर भेज दिया। उन्होंने ग्रामीणों के साथ मारपीट और छीना-झपटी की। गुंडे जबरन शराब की बोरी उठाकर ले गए। भय और आक्रोश के माहौल में ग्रामीणों ने तत्काल डायल 112 और थाना प्रभारी को सूचना दी, लेकिन पुलिस चार घंटे बाद भी नहीं पहुंची। ग्रामीण दीपक तिवारी ने बताया कि कुछ दिन पहले भी उन्होंने मॉडल स्कूल के पास खुलेआम चल रही शराब बिक्री का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था, लेकिन थाना प्रभारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्राम कोठार के दीपक तिवारी ने कहा कि आज जब हमने शराब की बड़ी खेप पकड़ी, तो पुलिस की जगह माफियाओं के गुंडे आ गए। इससे बड़ा सबूत और क्या चाहिए कि अवैध शराब बिक्री में पुलिस का संरक्षण मिल रहा है।
थाना प्रभारी बोले — “मुझे कोई जानकारी नहीं”
जब इस मामले में थाना प्रभारी कन्हैया सिंह बघेल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि तीन दिन पहले की शिकायत पर भी उन्होंने यही जवाब दिया था।
डीएसपी बोले वीडियो भेजिए, कार्रवाई होगी
डीएसपी अमन मिश्रा ने कहा, “आप वीडियो भेजिए, मैं तत्काल कार्रवाई करवाऊंगा।” वहीं, सीधी एसपी संतोष कोरी से इस मामले में संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने न तो फोन रिसीव किया और न ही संदेशों का जवाब दिया।