उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। आखिर में दो चरण बचे हुए हैं और सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है। मतदाताओं को लुभाने और उन्हें साधने में हर पार्टी के बड़े नेताओं ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। अंतिम दो चरण में अब राजनीतिक दलों पूर्वाचल के क्षेत्र के मजदूर वर्ग को साधने की रणनीति बनाई है। दरअसल इन दोनों चरणों के मतदान के इलाकों में पूर्वांचल के जिलों मेंं मजदूरों की संख्या बहुत है। गोरखपुर,आजमगढ़, वाराणसी के जिलों में अंतिम दो चरणों में चुनाव होना है। इन जिलों में छोटे किसानों के साथ मजदूर वर्ग की बड़ी तादाद है। यह वो इलाके हैं जहां की मजदूर देश के हर हिस्से में कमाने जाते हैं। इन क्षेत्रों के मजदूरों की बड़ी संख्या मुंबई, दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, सूरत, पुणे के शहरों में है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा में भी इन इलाकों के मजदूर काम के लिए पहुंचते हैं। देखिये पूरी रिपोर्ट...