बांसवाड़ा में शुक्रवार को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से हल्ला बोल प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस कार्यालय के बाहर जनसभा आयोजित हुई, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, किसान और आमजन शामिल हुए। इसके बाद रैली निकालकर प्रधानमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर को सौंपा गया।
जनसभा में उठे केंद्र और राज्य सरकार पर सवाल
कांग्रेस कार्यालय के बाहर आयोजित जनसभा में पूर्व जिला अध्यक्ष रमेशचंद्र पंड्या ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाकर स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया गया है, जिसकी कांग्रेस निंदा करती है। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही है, मनरेगा में मजदूरों को काम नहीं मिलने से आदिवासी मजदूरों को पलायन करना पड़ रहा है, जबकि स्मार्ट मीटर और कानून व्यवस्था को लेकर भी गंभीर समस्याएं हैं।
किसानों और मजदूरों की समस्याओं पर जोर
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुनसिंह बामनिया ने कहा कि शासन-प्रशासन की अनदेखी के चलते किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मनरेगा में मानव दिवस कम किए जाने से दिहाड़ी मजदूरों के साथ अन्याय हुआ है और रोजगार की कमी के कारण लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मनरेगा के पुराने कार्यों का भुगतान लंबित है और स्मार्ट मीटर के भारी बिल छोटे परिवारों पर अतिरिक्त बोझ बन रहे हैं।
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नेताओं ने रखे अपने विचार
सभा को अब्दुल गफ्फार, कृष्णपाल सिंह सिसोदिया, केशवचंद्र निनामा, उप जिला प्रमुख डॉ. विकास बामणिया, प्रज्ञा, इमरान खान पठान, धर्मेंद्र तेली, धीरजमल डामोर, अशोक डामोर, प्रदीप निनामा, मिलन चाहिल और कालूराम यादव सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए जन समस्याओं के समाधान की मांग की।
जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
जनसभा के बाद कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए हॉस्पिटल चौराहा पहुंचे। वहां प्रधानमंत्री के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजीव द्विवेदी को सौंपकर विभिन्न मांगों पर कार्रवाई की मांग की गई।