बाड़मेर में शुक्रवार को राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के 43वें राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। शहर के आदर्श स्टेडियम में आयोजित उद्घाटन सत्र में संगठन के प्रदेशाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा, प्रदेश मुख्य महामंत्री महेंद्र पांडे, प्रदेश महामंत्री दीपक ठक्कर, प्रदेश संगठन मंत्री शिवशंकर ओझा और प्रदेश महिला मंत्री शैलजा शर्मा सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष अंनतराम विश्नोई और भाजपा आईटी सेल के दीपक कड़वासरा ने भी आतिथ्य निभाया।
शिक्षकों की मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी
सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने शिक्षकों की लंबित मांगों को लेकर सरकार से शीघ्र निर्णय लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होगा। शर्मा ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र बाड़मेर से उठी शिक्षकों की आवाज राजधानी जयपुर तक पहुंचेगी और मांगें पूरी नहीं होने पर विधानसभा घेराव किया जाएगा।
स्थानांतरण, पदस्थापन और डीपीसी प्रमुख मुद्दे
प्रदेशाध्यक्ष ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण, महात्मा गांधी विद्यालयों में द्वितीय चरण पदस्थापन और लंबित डीपीसी को प्रमुख मांगें बताया। उन्होंने घोषणा की कि इन मांगों के समर्थन में 26 दिसंबर को जयपुर के शहीद स्मारक पर एक दिवसीय शिक्षक धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा और शिक्षकों से बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया।
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विधायक प्रियंका चौधरी ने दिलाया समाधान का भरोसा
सम्मेलन में बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार कार्य कर रही है और पूर्व सरकारों की तुलना में कई समस्याओं का समाधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान पदोन्नति और भर्तियों को लेकर आंदोलन हुए, लेकिन व्यवस्थागत खामियों और माफिया के कारण प्रक्रियाएं प्रभावित रहीं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर जोर
विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। पेपर माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान सरकार प्राथमिकता से करेगी।