{"_id":"66f171a1bc1406362307a076","slug":"after-passing-upsc-pre-deepak-meena-had-told-his-mother-dont-worry-i-will-make-you-sit-on-a-golden-throne-dausa-news-c-1-1-noi1350-2138437-2024-09-23","type":"video","status":"publish","title_hn":"Dausa: ‘मां चिंता मत कर…तुझे सोने की गद्दी पर बिठाऊंगा’, UPSC पास करने वाले दीपक की कहानी, मौत की गुत्थी उलझी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Dausa: ‘मां चिंता मत कर…तुझे सोने की गद्दी पर बिठाऊंगा’, UPSC पास करने वाले दीपक की कहानी, मौत की गुत्थी उलझी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दौसा Published by: दौसा ब्यूरो Updated Mon, 23 Sep 2024 11:12 PM IST
दौसा जिले के महवा के रहने वाले दीपक के पिता चांदू लाल मीणा ने बताया कि 9 जुलाई को पहली बार दिल्ली मुखर्जी नगर में UPSC मेंस की तैयारी के लिए कोचिंग में एडमिशन लिया था। दिल्ली जाने से पहले दीपक अपने पिता को कह कर गया था कि अब यूपीएससी पास करने के बाद ही आऊंगा और अपनी मां को उसने कहा था कि सोने की गद्दी पर बिठाऊंगा तू चिंता मत करना।
यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली गया दीपक अपने माता-पिता को निश्चिंत रहने के लिए कह कर गया था, लेकिन किसे पता था कि उसके यह शब्द उसके परिवार वालों को हमेशा के लिए चिंता में डाल जाएंगे। मृतक दीपक मीणा दौसा जिले के महवा के बड़ीन कमालपुर गांव का रहने वाला था और ऑनलाइन कोचिंग करके यूपीएससी प्री पास की थी ।
दीपक के पिता चांदूराम मीणा का कहना है कि 1 सितंबर को वो अपने बेटे से मिलने दिल्ली गए थे। हर दिन कम से कम सुबह वो मोबाइल पर अपने बेटे से बात करते थे। 10 सितंबर को आखिरी बार बात हुई थी, फिर मोबाइल फोन ही नहीं उठा तो दीपक के घर वाले चिंतित हो गए और फोन नहीं उठा तो उसके पिता दिल्ली पहुंचे। जहां उन्होंने दीपक को कोचिंग सहित कई जगहों पर तलाश किया, लेकिन दीपक की कोई खबर नहीं मिली ।
उधर दीपक के पिता ने 14 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई । इसके बाद 20 सितंबर को दीपक का शव मिला। इस पर दीपक के पिता ने कहा कि दीपक के साथ धोखा हुआ है, मैंने उसकी डेड बॉडी को देखा है, उसकी फांसी लगने वाली रस्सी पुरानी थी। दीपक के पिता का कहना है कि यदि दीपक को फांसी लगानी होती तो नई रस्सी बाजार से खरीद के लाता।
इधर उसके पिता ने आगे यह आप भी लगाया कि दीपक ने जो शर्ट पहन रखी थी, उसके अलावा एक शर्ट और फांसी लगाने के समय उसके कंधे पर मिली है, जो फटी हुई हालत में थी और जहां फांसी लगाई थी। वहां उसके पैर जमीन में टिके हुए थे। दीपक के पिता का आरोप तो यह भी है कि दीपक घर से जाते वक्त दो बेडशीट लेकर गया था जो उसके कमरे पर मौजूद थी, जबकि फांसी लगाने के समय उसके पास मिले बैग में एक बेडशीट अलग थी। वह उन लोगों की नहीं थी। अब दीपक के परिजन निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।